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उत्तर प्रदेश

बुलंदशहर में शराबियों का उपद्रव, फूंक डाला शराब का ठेका

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यूपी के बुलंदशहर जिले में कुछ युवकों ने शराब के ठेके को ही आग लगा डाली। अरनिया क्षेत्र के गांव गंगावली में शराब नहीं मिलने से नाराज कुछ युवकों ने शराब के ठेके को आग के हवाले कर दिया। इस आगजनी से ना केवल ठेके वाले को, बल्कि आस पास मौजूद लोगों को भारी नुक्सान झेलना पड़ा। जी हां, इस दौरान शराब के ठेके के पास खड़ी बाइक और कार भी जलकर राख हो गईं। बताया जाता है कि अंबेडकर जयंती पर जिला प्रशासन के निर्देश के बाद शराब के ठेके को बंद कराया गया था। गांव के कुछ युवक ठेका खुलवा कर शराब खरीदना चाहते थे।

उपद्रवियों ने सेल्समैन को फोन किया लेकिन उसने ठेका खोलने से इंकार कर दिया और जिसके बाद ग्रामीण युवकों ने देशी शराब के ठेके को फूंक डाला। हालांकि स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक, थाना अरनिया में एक दर्जन अज्ञात लोगों के खिलाफ पीड़ित सेल्समैन और दुकान मालिक ने मुकदमा दर्ज कराया है। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। फिलहाल गांव में पुलिस की दबिश लगातार जारी है। जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

क्योंकि ग्रामीण युवकों द्वारा आग लगाने की वजह से ठेके में रखी शराब और पास में खड़ी गाड़ियां जलकर राख हो गई है। इससे पहले 14 अप्रैल को भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर संपूर्ण उत्तर प्रदेश में देशी शराब,अंग्रेजी शराब, बीयर एवं भांग की दुकाने बंद रखने का ऐलान किया गया था। शराब के सभी ठेको पर दुकान बंद रहने की सूचनाएं लगाई गई थी।

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में, स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों पर गिरी गाज

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में गंभीर अनियमितताओं के चलते कड़ी कार्रवाई की है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद श्रावस्ती के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है. डिप्टी सीएम ने इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबंधित अधिकारियों को जांच करने के निर्देश भी दिए थे.

शिकायतों के कारण हुई कार्रवाई

शिकायतों में यह आरोप लगाए गए थे कि डॉ. अजय प्रताप सिंह ने अवैध निजी अस्पतालों पर प्रभावी नियंत्रण नहीं किया, टेंडरों में अनियमितताएं कीं, बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया और उच्च आदेशों की अवहेलना की. इन शिकायतों के आधार पर डॉ. सिंह को निलंबित कर दिया गया.

फतेहपुर और सुल्तानपुर में भी कार्रवाई

इसके साथ ही, फतेहपुर में तैनात चिकित्सक डॉ. पुण्ड्रीक कुमार गुप्ता को भी निलंबित कर सिद्धार्थनगर के सीएमओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी.

 

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