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प्रादेशिक

बीवी की डांट का हवाला देकर छुट्टी मांगना पड़ा महंगा, सिपाही लाइन हाजिर

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भोपाल। भोपाल में बीवी की डांट का हवाला देकर छुट्टी मांगना एक सिपाही को महंगा पड़ गया। सीनियर अधिकारियों ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है।

ट्रैफिक विभाग में पदस्थ सिपाही ने छुट्टी स्वीकृत करने के लिए डीआइजी को दिए आवेदन में साले की शादी में जाने का जिक्र किया था। साथ ही उसमें उल्लेख किया कि साहब, पत्नी ने बोला है कि भाई की शादी में नहीं आए तो परिणाम अच्छा नहीं होगा। उसने पांच दिन की छुट्टी मांगी थी। हालांकि साहब ने अर्जी में इस तरह की टिप्पणी को अनुशासनहीनता मानते हुए सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया है।

अधिकारियों का कहना है कि दिलीप पहले ही 90 से ज्यादा दिन की छुट्टी ले चुका है और दूसरे कर्मचारी भी छुट्टी चाहते हैं। ऐसे में एक ही कर्मचारी को बार-बार छुटिटयां नहीं दी जा सकती।

उत्तर प्रदेश

घबराइए मत, हर शिकायत पर कराएंगे प्रभावी कार्रवाई : सीएम योगी

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गोरखपुर। गोरखपुर प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में आयोजित जनता दर्शन में लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने समस्या लेकर आए लोगों से आत्मीयता से संवाद करते हुए कहा, ‘घबराइए मत, हर शिकायत पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कराएंगे। हर पीड़ित की समस्या का समाधान कराया जाएगा। सरकार सबकी समस्या दूर करने को संकल्पित है।’ जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने पास में मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया कि हर पीड़ित व्यक्ति की समस्या पर संवेदनशीलता से ध्यान दें और उसका समयबद्ध व पारदर्शी निस्तारण कराएं।

गोरखनाथ मंदिर परिसर के महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन के सामने आयोजित जनता दर्शन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब 150 लोगों की समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को उनका समाधान करने का निर्देश दिया। जनता दर्शन में महिलाओं की संख्या अधिक रही। कुर्सियों पर बैठाए गए लोगों तक मुख्यमंत्री खुद पहुंचे। एक-एक कर और इत्मीनान से सबकी समस्याएं सुनीं। उन्हें आश्वस्त किया कि वह सभी की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कराएंगे। किसी को भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रार्थना पत्रों को उन्होंने अधिकारियों को हस्तगत करते हुए निर्देश दिया कि हर समस्या का निस्तारण त्वरित, गुणवत्तापूर्ण और संतुष्टिप्रद होना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा जमीन कब्जाने की शिकायत पर उन्होंने कठोर कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने अफसरों को यह निर्देश भी दिए कि यदि किसी प्रकरण में पीड़ित को लगातार परेशानी का सामना करना पड़ा है तो इसकी भी जांच कर जवाबदेही तय की जाए।

जनता दर्शन में कुछ लोग इलाज में आर्थिक मदद की गुहार लेकर पहुंचे थे। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि इलाज में धन की कमी बाधक नहीं होगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि इलाज में अस्पताल के इस्टीमेट की प्रक्रिया को जल्द पूर्ण कराकर शासन में भेजें। मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए पर्याप्त राशि दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने अफसरों से कहा कि हर पात्र व्यक्ति का आयुष्मान कार्ड बनवाया जाए जिससे उन्हें इलाज के लिए परेशान न होना पड़े।

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