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उत्तर प्रदेश

माफिया सरकार चलाते थे, ‘बबुआ’ 12 बजे तक सोता थाः सीएम योगी

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अयोध्या/लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विद्या इंटर कॉलेज मिल्कीपुर में आयोजित जनसभा में सपा पर आक्रामक रहे। समाजवादी पार्टी के नेताओं को आईना दिखाते हुए सीएम ने कहा कि हर जिले का बड़ा माफिया व गुंडा सपा से जुड़ा था। इनका पदाधिकारी या शागिर्द था। वहां संगठित अपराध, पशु, वन, खनन, भूमाफिया थे। माफिया समानांतर सरकार चलाकर अराजकता व गुंडागर्दी का तांडव करते थे तो बबुआ घर से बाहर नहीं निकलता था। बबुआ 12 बजे सोकर उठता था। जनता पिसती थी। मुस्लिम तुष्टिकरण की हद को पार करते हुए पर्व व त्योहारों में इन लोगों ने अराजकता फैलाई थी। होली, दीवाली, रक्षाबंधन-शिवरात्रि, रामनवमी-जन्माष्टमी को बैन कर दिया था। जन्माष्टमी के आयोजनों पर इन्होंने थाना, पुलिस लाइन, जेलों में रोक लगा दी थी। कहते कि जन्माष्टमी में भजन न गाओ। हरे रामा, हरे कृष्णा की धुन कुछ लोगों को पसंद नहीं थी, इसलिए सपा इसे बैन करती थी। कांवड़ यात्रा पर बैन लगाती थी। दुर्गा पूजा में अयोध्या का दंगा हर किसी ने देखा। सपा सरकार में देवकाली मंदिर में मूर्ति चोरी हो गई थी। बतौर सांसद गोरखपुर से आकर मैंने आंदोलन किया था।

मिशन मिल्कीपुर में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को रामनगरी अयोध्या को विकास की नई सौगात दी। उन्होंने यहां एक हजार करोड़ से अधिक की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण-शिलान्यास किया। सीएम ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को भी चेक, चाबी, प्रमाण पत्र, सिलाई मशीन आदि प्रदान किया। सीएम ने मिल्कीपुर में कराए जाने वाले विकास कार्यों को भी गिनाया। बताया कि मिल्कीपुर में मिनी स्टेडियम बनने जा रहा है। 30 मार्गों का शिलान्यास हो रहा है। रेवना में ग्रामीण स्टेडियम के निर्माण के लिए 9 करोड़ रुपये दिए हैं।

2017 के पहले गरीबों का राशन हजम कर जाते थे सपा के गुंडे

सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। 2017 से पहले उत्तर प्रदेश भारत के विकास का बैरियर माना जाता था। अराजकता चरम पर थी। विकास योजनाओं में भेदभाव व महापुरुषों का अपमान होता था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने साढ़े सात वर्ष में विकास के कार्यों को तेज गति से बढ़ाया। आज फोरलेन, टू लेन सड़कें, गांव की बेहतर कनेक्टिविटी, गांव-मजरे में बिजली-पानी की व्यवस्था दिखती है। उत्तर प्रदेश में 2.62 करोड़ परिवारों को शौचालय व 56 लाख गरीबों को आवास दिया गया। 1.20 लाख मजरों तक बिजली, 1.56 करोड़ से अधिक परिवारों को फ्री बिजली कनेक्शन, 1.83 करोड़ परिवारों को उज्ज्वला योजना में फ्री सिलेंडर दिए गए। पिछले वर्ष से इन परिवारों को होली-दीवाली पर फ्री सिलेंडर दे रहे हैं। यूपी में 15 करोड़ लोग फ्री में राशन पा रहे हैं, लेकिन 2017 के पहले सपा के गुंडे गरीबों का राशन हजम कर जाते थे।

गुर्गों पर की गई कार्रवाई तो सरगना कहता है कि अयोध्या में जमीन घोटाला हुआ है

सीएम ने कहा कि सपा के लोग गोतस्करी, वनों की कटान, जमीन कब्जा कराते थे, लेकिन आज जमीनों से कब्जे हट चुके हैं। हमारी सरकार ने 2017 के बाद एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स बनाया और सपा के भूमाफिया-गुंडों से 64 हजार हेक्टेयर लैंड को मुक्त कराया। भदरसा में भी जमीनों को कब्जामुक्त कराया गया है। गुर्गों से जमीन मुक्त कराने पर परेशानी हुई तो सरगना कहता है कि अयोध्या में जमीन घोटाला हुआ है। यहां जमीन घोटाला नहीं हुआ, बल्कि किसानों को 1700 करोड़ रुपये मुआवजा बांटा गया है। यह लोग अपने गुर्गों के काले कारनामों के पक्ष में बोल रहे हैं। एक भी मामला ऐसा नहीं है, जहां पीड़ित को मुआवजा न मिला हो। जिस अयोध्या को इन्होंने रामभक्तों के लहू से सींचा था, वहां 22 जनवरी से अब तक तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु भगवान रामलला के दर्शन कर चुके हैं।

अंधेरे में रहने की अभ्यस्त सपा को डकैती डालने के लिए अंधेरा ही चाहिए

सीएम ने कहा कि दीपोत्सव पर अयोध्या के मंदिरों पर जब दीप जलते हैं तो सिर्फ सपा मुखिया और पाकिस्तान को परेशानी होती है। इन्हें मालूम है कि अयोध्या में जलने वाला एक-एक दीप अयोध्या, प्रदेश व देश को रोशन करेगा और मानवता पर कैंसर बन चुके पाकिस्तान को भी नेस्तनाबूद करने का सामर्थ्य रखता है। पाकिस्तान भारत का दुश्मन है, उसे तो परेशानी होती है, लेकिन हिंदू विरोधी मानसिकता के कारण समाजवादी पार्टी को भी दिक्कत होती है। अंधेरे में रहने की अभ्यस्त सपा को डकैती डालने के लिए अंधेरा ही चाहिए।

साढ़े सात वर्ष में हुआ जितना विकास, उतना सपा, बसपा-कांग्रेस शासन में भी नहीं

सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अयोध्या को 30 हजार करोड़ रुपये की सौगात दी है। अयोध्या का जितना विकास डबल इंजन सरकार ने साढ़े सात वर्ष में किया है, उतना विकास कांग्रेस के 60 वर्ष, सपा की चार बार की सरकार में नहीं हुआ। हमारी सरकार ने 6461 दुकानों का भी पुनर्वास किया गया। किसी को दुकान, मुआवजा, एफएआर में छूट देकर जमीन पर पीछे साइड दुकान बनाने की अनुमति दी गई। वहीं प्रदेश में हमारी सरकार ने साढ़े सात वर्ष में साढ़े छह लाख नौजवानों को नौकरी दी। दो करोड़ से अधिक नौजवानों को निजी क्षेत्रों में नौकरी व रोजगार दिया। 60 लाख से अधिक उद्यमियों को प्रदेश में उद्यम लगाने के लिए स्वरोजगार से जोड़ने का कार्य किया।

सपा का सारा चिठ्ठा सामने आएगा तो मुंह दिखाने लायक नहीं बचेंगे

सीएम ने कहा कि अयोध्या अब सुंदरतम नगरी बन रही है। दीपोत्सव से सपा को परेशानी होगी ही, क्योंकि इन्हें तो विवादित ढांचा प्यारा था, जिसे रामभक्तों ने नेस्तनाबूद किया था। जिनके हाथ रामभक्तों के खून से सने हैं, वे जब अयोध्या की चर्चा करते हैं तो ताज्जुब होता है, लोग हंसते हैं कि यह अयोध्या के बारे में क्या चर्चा करेंगे। इनके काले कारनामों का सारा चिठ्ठा सामने आएगा तो मुंह दिखाने लायक नहीं बचेंगे।

सपा-बसपा और कांग्रेस को क्यों नहीं आई एयरपोर्ट बनाने की याद

सीएम ने कहा कि आज अयोध्या का रामजन्मभूमि पथ, भक्तिपथ, एयरपोर्ट पथ फोरलेन, अयोध्या को जोड़ने वाला प्रयागराज, गोरखपुर, लखनऊ, अमेठी, रायबरेली आदि सभी मार्ग फोरलेन कनेक्टिविटी से जुड़ चुके हैं। प्रभु श्रीराम हजारों वर्ष पहले पुष्पक विमान से अयोध्या आए थे, लेकिन सपा या कांग्रेस के मन में कभी नहीं आया कि अयोध्या में एयरपोर्ट बन जाए। 821 एकड़ भूमि पर अयोध्या में अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट बना तो रामद्रोही सपा परेशान है। कुछ दिन बाद इंटरनेशनल कनेक्टिविटी से अयोध्या जुड़ने वाला है। 2017 के पहले और बाद की अयोध्या को देखकर इनकी आंखें चौंधिया जाएगी। सूर्यवंश की राजधानी अयोध्या देश की पहली सौलर सिटी भी बन रही है। भगवान सूर्यवंश की रोशनी से यहां की लाइट जगमाएगी तो अंधेरे में रहने वाली सपा इसे कैसे स्वीकार कर सकती है।

दंगाइयों के सामने घुटने टेकने वाले संत परंपरा को कहते हैं माफिया

सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के संगठित अपराध में लिप्त गाजीपुर, अंबेडकरनगर, रामपुर, प्रयागराज के माफिया इनके चचाजान थे। माफिया के सामने नाक रगड़ने और दंगाइयों के सामने घुटने टेकने वाला व्यक्ति संत परंपरा को माफिया कहता है। यह उनके संस्कार हैं। इनके अंदर औरंगजेब की आत्मा घुस गई है। इन्हें हिंदू विरोधी आचरण के लिए फिर से प्रोत्साहित कर रही है।

मुख्यमंत्री ने सपा को दिखाया चेहरा

सीएम योगी ने जनता को सपा का असली चेहरा दिखाया। भदरसा में सपा के नेता मोईद खान, कन्नौज में नवाब सिंह यादव, अलीगढ़, मऊ में इनके नेता दरिंदगी में शामिल पाए गए। भदोही के विधायक का कारनामा देखिए। हरदोई में अधिवक्ता की हत्या सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष द्वारा की गई। इनके पूर्व विधायक द्वारा कानपुर में ऐसे ही कृत्य किए जाते थे। यह लोग गरीबों की जमीन पर कब्जा कर अराजकता फैलाते हैं। राजनीतिक स्वार्थ के लिए देशद्रोही तत्वों को प्रश्रय देते हैं। जैसे कुत्ते की पूंछ सीधी नहीं हो सकती, वैसे ही बेटियों की सुरक्षा के लिए खिलवाड़ करने वाले सपा के दरिंदों की मंशा ठीक नहीं हो सकती। हमारी सरकार इनके साथ वही कर रही, जिसके वह पात्र हैं। चाचा-भतीजे व दो लड़कों की जोड़ी गुंडागर्दी की हद पार करने की स्थिति में दिख रही है, लेकिन सरकार इनसे मुश्तैदी से लड़ने को तैयार है।

सीएम ने गिनाए अयोध्या व मिल्कीपुर के विकास कार्य

सीएम ने अयोध्या व मिल्कीपुर में हुए विकास कार्य भी गिनाए। उन्होंने बताया कि अयोध्या में पीएम आवास योजना (ग्रामीण) में 45664 व (शहरी) में 19964 आवास दिए गए हैं। इसमें मिल्कीपुर में 8195 आवास ग्रामीण क्षेत्र में बने हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत 2369 लाभार्थियों को आवास की सुविधा प्रदान की है। अयोध्या में हर घर नल योजना के तहत 1184 राजस्व गांवों में हर घर तक पेयजल कनेक्शन उपलब्ध कराने का कार्य हो रहा है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत अयोध्या में 4.21 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं। इनके खातों में एक हजार 430 करोड़ रुपये जा चुके हैं। मिल्कीपुर में 94549 किसानों को इसका लाभ मिल रहा है। अयोध्या में 67014 स्मार्टफोन व 26974 टैबलेट युवाओं को वितरित किए गए हैं। आयुष्मान भारत के नौ लाख 726 गोल्डन कार्ड दिए गए हैं। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना में 30245 बालिकाएं लाभान्वित हुई हैं। डबल इंजन सरकार एक लाख 8 हजार 228 वृद्धजन, 54529 निराश्रित महिलाओं व 11603 दिव्यांगजनों को 12-12 हजार रुपये सालाना पेंशन की सुविधा दी जा रही है। अयोध्या में 59 गोआश्रय स्थलों में 12600 से अधिक गोवंशों को संरक्षित किया जा रहा है। 4.32 लाख परिवारों को निशुल्क राशन दिया जा रहा है।

इस अवसर पर अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, खेल व युवा कल्याण मंत्री गिरीश चंद्र यादव, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, सतीश चंद्र शर्मा, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, जिला पंचायत अध्यक्ष रोली सिंह, विधायक वेदप्रकाश गुप्ता, रामचंद्र यादव, डॉ. अमित सिंह चौहान, विधान परिषद सदस्य हरिओम पांडेय, निवर्तमान सांसद लल्लू सिंह, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्र, जिलाध्यक्ष संजीव सिंह, महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

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उत्तर प्रदेश

कश्मीर से लेकर पंजाब तक लोगों का रास आ रही कुशीनगर के केले की मिठास

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लखनऊ। योगी सरकार द्वारा एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) घोषित बुद्ध महापरिनिर्वाण की धरती कुशीनगर के केले की मिठास पंजाब से लेकर कश्मीर तक के लोग ले रहे हैं। दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद, चंडीगढ़, लुधियाना और भटिंडा तक जाता है कुशीनगर का केला।
यही नहीं गोरखपुर मंडल से संबद्ध सभी जिलों और कानपुर में भी कुशीनगर के केले की धूम है। नेपाल और बिहार के भी लोग कुशीनगर के केले के मुरीद हैं।

कुशीनगर में करीब 16 हजार हेक्टयर रकबे पर हो रही केले की खेती

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद से संबद्ध कुशीनगर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी अशोक राय के मुताबिक यहां के किसान फल और सब्जी दोनों के लिए केले की फसल लेते हैं। इनके रकबे का अनुपात 70 और 30 फीसद का है। खाने के लिए सबसे पसंदीदा प्रजाति जी-9 और सब्जी के लिए रोबेस्टा है। जिले में लगभग 16000 हेक्टेयर में केले की खेती हो रही है।

ओडीओपी घोषित होने के बाद और बढ़ा केले की खेती का क्रेज

योगी सरकार द्वारा केले को कुशीनगर का एक जिला एक उत्पाद घोषित करने के बाद केले की खेती और प्रसंस्करण के जरिये सह उत्पाद बनाने का क्रेज बढ़ा है। कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं केले का जूस, चिप्स, आटा, अचार और इसके तने से रेशा निकालकर चटाई, डलिया एवम चप्पल आदि भी बना रहीं हैं। इनका खासा क्रेज और मांग भी है।

17 साल में 32 गुना बढ़ा खेती का रकबा

अशोक राय बताते हैं कि 2007 में कुशीनगर में मात्र 500 हेक्टेयर रकबे में केले की खेती होती होती थी। अब यह 32 गुना बढ़कर करीब 16000 हेक्टेयर तक हो गया है। जिले का ओडीओपी घोषित होने के बाद इसके प्रति रुझान और बढ़ा है। सरकार प्रति हेक्टेयर केले की खेती पर करीब 31 हजार रुपये का अनुदान भी किसान को देती है।

कुशीनगर के केले को लोकप्रिय बनाने में गोरखपुर की अहम भूमिका

कुशीनगर, गोरखपुर मंडल में आता है। यहां फलों और सब्जियों की बड़ी मंडी है। शुरू में कुशीनगर के कुछ किसान केला बेचने यहां की मंडी में आते थे। फल की गुणवत्ता अच्छी थी। लिहाजा गोरखपुर के कुछ व्यापारी कुशीनगर के उत्पादक क्षेत्रों से जाकर सीधे किसानों के खेत से केला खरीदने लगे। चूंकि सेब, किन्नू और पलटी के माल के कारोबार के लिए गोरखपुर के व्यापारियों का कश्मीर, पंजाब और दिल्ली के व्यापारियों से संबंध था, लिहाजा यहां के कारोबारियों के जरिये कुशीनगर के केले की लोकप्रियता अन्य जगहों तक पहुंच गई। मौजूदा समय में कुशीनगर का केला कश्मीर, पंजाब के भटिंडा, लुधियाना, चंडीगढ़, भटिंडा, लुधियाना, कानपुर, दिल्ली, गाजियाबाद और मेरठ समेत कई बड़े शहरों तक जाता है।

प्रशासन ने की थी केले की खेती को उद्योग का दर्जा देने की पहल

केले की खेती की ओर जिले के किसानों का झुकाव देख पूर्व डीएम उमेश मिश्र ने केले को खेती को उद्योग का दर्जा दिलाने की कवायद शुरू की थी। इस बाबत उन्होंने बैंकर्स की मीटिंग भी की थी। साथ ही केन्द्र और प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत केला उत्पादकों को आसान शर्तों पर ऋण मुहैया कराने के निर्देश दिए थे।

दशहरा और छठ होता है बिक्री का मुख्य सीजन

सिरसियां दीक्षित निवासी मुरलीधर दीक्षित, भरवलिया निवासी मृत्युंजयय मिश्रा, विजयीछपरा निवासी शिवनाथ कुशवाहा केले के बड़े किसान हैं। देश और प्रदेश के कई बड़े शहरों में कमीशन एजेंटों के जरिये इनका केला जाता है। इन लोगों के अनुसार नवरात्र के ठीक पहले त्योहारी मांग की वजह से कारोबार का पीक सीजन होता है।

स्थानीय स्तर पर रोजगार भी दे रहा केला

केले की खेती श्रमसाध्य होती है। रोपण के लिए गड्ढे खोदने, उसमें खाद डालने, रोपण, नियमित अंतराल पर सिंचाई, फसल संरक्षा के उपाय, तैयार फलों के काटने उनकी लोडिंग,अनलोडिंग और परिवहन तक खासा रोजगार मिलता है।

फरवरी और जुलाई रोपण का उचित समय

कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार (गोरखपुर) के सब्जी वैज्ञानिक डॉ. एसपी सिंह के मुताबिक केले के रोपण का उचित समय फरवरी और जुलाई-अगस्त है। जो किसान बड़े रकबे में खेती करते हैं उनको जोखिम कम करने के लिए दोनों सीजन में केले की खेती करनी चाहिए।

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