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उत्तर प्रदेश

सुरक्षा से सरकारी नौकरी देने तक योगी नंबर 1

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लखनऊ। योगी सरकार के मिशन रोजगार के तहत उप्र अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित 647 वन रक्षकों/वन्यजीव रक्षकों व 41 अवर अभियंताओं को लोकभवन सभागार में मंगलवार को नियुक्ति पत्र मिला। इस पर नवचयनितों ने एक सुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के प्रयासों से हम युवाओं को कड़ी मेहनत का फल प्राप्त हुआ है। चयनित अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में पारदर्शी एवं निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया को संपन्न कराने के लिए उनका आभार जताया। अभ्यर्थियों ने 2017 से पहले और 2017 के बाद भर्ती प्रक्रिया में आए बदलाव के अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने बताया कि 2017 से पहले जहां भाई-भतीजावाद और भेदभाव होता था, भ्रष्टाचार और लूट होती थी, वहीं 2017 के बाद भर्तियों में पूरी पारदर्शिता और शुचिता का ध्यान रखा जा रहा है।

सुरक्षा से लेकर सरकारी नौकरी तक सरकार हमारे साथ

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में अवर अभियंता के पद पर नियुक्त हुई पूजा त्रिपाठी मानती हैं कि ये सरकार की बहुत बड़ी सफलता है आज युवा कड़ी मेहनत के दम पर पारदर्शी तरीके से चयनित होकर सरकारी नौकरी पा रहे हैं। सरकार के पारदर्शी नियुक्ति प्रक्रिया की वजह से मुझे भी सरकारी नौकरी मिल पाई है। इसके लिए मुख्यमंत्री जी को दिल से धन्यवाद देती हूं।

समय से पहले मिला नियुक्ति पत्र

वन्य रक्षक के पद पर चयनित मऊ के विजय प्रताप सिंह ने भाव साझा करते हुए कहा कि सरकार युवाओं के प्रति समर्पित है, आज का कार्यक्रम इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है। विजय ने मुख्यमंत्री से नियुक्ति पत्र मिलने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि योगी सरकार तेज रफ्तार से युवाओं को नियुक्ति दे रही है। परिणाम के एक माह के भीतर नियुक्ति पत्र मिलना बड़ी बात है। मुख्यमंत्री जी युवाओं के उज्ज्वल भविष्य के प्रति कृत संकल्पित है। रिकॉर्ड युवाओं की नियुक्तियां इसका सबसे बड़ा उदाहरण है।

मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र मिलना जीवन भर के लिए यादगार

पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में वन्य रक्षक के पद पर चयनित मुरादाबाद की वर्षा रानी ने कहा कि पहले की सरकारों में नियुक्ति के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी, लेकिन आज नियुक्ति सिर्फ काबिलियत के दम पर मिल जाती है। सरकारी नौकरी के लिए रिश्वत गुजरे जमाने की बात हो गई। मुख्यमंत्री जी ने पारदर्शी प्रक्रिया से नियुक्ति देकर उत्तम प्रदेश का नया मार्ग बनाया है। इस नौकरी के लिए सिफारिश या एक रुपये रिश्वत भी नहीं देनी पड़ी। इसके लिए मुख्यमंत्री जी का दिल से आभार व्यक्त करती हूं।

अब महिलाए खुद को मजबूत समझ रहीं

बरेली की जया यादव उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में अवर अभियंता के पद पर नियुक्त हुई हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी की वजह से हम सभी निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया देख पा रहे हैं। सरकार महिलाओं की सुरक्षा से लेकर रोजगार देने तक संवेदनशील है। जया कहती हैं कि आज 688 में से 128 महिलाओं को नियुक्ति पत्र मिला है। सीएम योगी के नेतृत्व में महिलाएं खुद को सुरक्षित और मजबूत महसूस कर रहीं है। पहले कहीं बाहर जाते थे तो रात होने का डर रहता था लेकिन आज हम लोग कहीं भी किसी भी समय बेखौफ बाहर निकल सकते हैं, इसलिए योगी जी हमारे लिए नंबर 1 हैं।

दो महीने में दो बार मिला नियुक्ति पत्र

रामपुर के सलीम अहमद पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग में वन्य रक्षक पद पर चयनित हुए हैं। 2 महीने पहले इनका चयन लेखपाल के पद हुआ था। मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए सलीम ने बताया कि योगी सरकार की निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया का सबसे बड़ा प्रमाण मैं खुद हूं। इस सरकार में युवाओं को जिस तरह से नियुक्ति दी जा रही है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हमारी कड़ी मेहनत और ईमानदारी का फल इस सरकार ने दिया है। मैने दो बार परीक्षा दी और दोनों में चयनित हुआ। यदि आप योग्य और क्षमतावान हैं तो इस सरकार में सरकारी नौकरी मुश्किल नहीं है। ये वही प्रदेश है जहां 2017 से पहले इंटरव्यू से युवाओं को ही नहीं, बल्कि उनके सपने को भी बाहर निकाल दिया जाता था और आज प्रदेश के मुखिया अपने हाथों से नियुक्ति पत्र बांट रहें हैं। सलीम भावुक होते हुए बताते हैं कि मेरे गांव में जब कोई सरकारी अफसर आता था जो मेरे पिताजी साफ सफाई करते थे, लेकिन उनका बेटा एक नहीं बल्कि दो बार सरकारी नौकरी में नियुक्त हुआ है। इस पल के अनुभवों को शब्दों में बयां नही किया जा सकता। मैं पूरे दिल से मुख्यमंत्री जी का आभार व्यक्त करता हूं और चाहूंगा फिर से योगी सरकार आए, ताकि निष्पक्षता बनी रहे।

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उत्तर प्रदेश

रामलीला मंच के पास से हटाए जाने पर आहत हुआ दलित, घर जाकर की आत्महत्या

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कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में रामलीला मंच के पास से हटाए जाने पर आहत हुए एक दलित दर्शक ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।अधिकारी के मुताबिक, सोरों थानाक्षेत्र में आयोजित रामलीला के दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर अपमानित किये जाने से आहत होकर एक दलित दर्शक ने आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस ने बताया कि आयोजकों द्वारा व्यक्ति को शराब के नशे में होने के बाद वहां से हटाया गया।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार पर साधा निशाना

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले में मंगलवार को प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मंच के करीब कुर्सी पर बैठे दलित व्यक्ति को पुलिस द्वारा अपमानित और पीटे जाने के बाद उसने आत्महत्या कर ली। कासगंज पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि सोरों थाना क्षेत्र के सलेमपुर बीबी इलाके में सोमवार सुबह रमेश चंद्र (45) अपने घर में फंदे से लटका हुआ पाया गया।

कासगंज एएसपी राजेश कुमार भारती ने बताया

वहीं, मामले में कासगंज के एएसपी राजेश कुमार भारती ने बताया कि कल रामलीला का मंचन हो रहा था. इस मंचन के दौरान गांव के ही रमेश चंद जो उसे समय थोड़ा नशे में थे मंच पर बैठ गए. जिसपर आयोजकों और दर्शकों ने उन्हें हटने के लिए कहा. बाद में पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से हटा दिया और वह रात को घर भी चले गए.

आज सूचना प्राप्त हुई कि रमेश चंद अपने घर में रस्सी से कुंडे से लटके हुए मिले. उन्होंने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. खबर मिलते ही SHO, सीओ सिटी आदि मौके पर पहुंच गए. फिलहाल, परिजनों से वार्तालाप करके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. आगे की जांच-पड़ताल की जा रही है

 

 

 

 

 

 

 

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