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उत्तर प्रदेश

महाकुंभ 2025 विशेष : महाकुंभ में गूंजेगी कवियों की अमर वाणी

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प्रयागराज |  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार के प्रयास से इस बार महाकुंभ बीते सभी आयोजनों से ज्यादा भव्य और दिव्य होने जा रहा है। इसी क्रम में इस बार एक ऐसी पहल की जा रही है जिसकी शायद किसी ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। यहां इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज, भारत के नामचीन हिन्दी साहित्यकारों की एक ऐसी गैलरी का नवीनीकरण करने जा रहा है, जो देश ही नहीं दुनिया की पहली हिन्दी साहित्यकारों की गैलरी है। यहां आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक पहली बार सुमित्रानंदन पंत, मैथिलीशरण गुप्त से लेकर महादेवी वर्मा, रामधारी सिंह दिनकर और अज्ञेय जैसे महान लेखकों और कवियों को उनकी ओरिजिनल आवाज में सुन और देख सकेंगे। संग्रहालय की ओर से इसकी व्यापक तैयारी की गई है।

पर्यटकों का ध्यान खींचेगी गैलरी

हिन्दी के दिग्गज कवियों और लेखकों की यह गैलरी देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के आकर्षण का प्रमुख केंद्र बनने जा रही है। इलाहाबाद संग्रहालय, प्रयागराज ने इसके लिए बाकायदा तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। संग्रहालय के डिप्टी क्यूरेटर डॉ. राजेश मिश्र कहते हैं कि सरकार के संकल्प को अमली जामा पहनाने और दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन को नव्य, भव्य और अविस्मरणीय बनाने के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। महाकुंभ से पहले ही देश के दिग्गज साहित्यकारों की गैलरी बनाने का काम इलाहाबाद संग्रहालय प्रयागराज में चल रहा है। जिसमें पंत, गुप्त से लेकर महादेवी, दिनकर और अज्ञेय तक को लोग देख भी सकेंगे। साथ ही साथ उनकी आवाज में कविताएं भी सुन सकेंगे। सबसे खास बात तो ये है कि ये इन महान साहित्यकारों की ओरिजनल आवाज रहेगी। इसमें कवियों के ऐसे वीडियो भी जनता को देखने को मिलेंगे, जो इन्होंने अपने जीवनकाल में गाए और सुनाए होंगे।

मेला क्षेत्र में भी मिल सकता है अवसर

डॉ. राजेश मिश्र के अनुसार इन सभी बड़े साहित्यकारों को कविता पाठ करते देखना और सुनना अपने आप में अलौकिक अनुभव होगा। संग्रहालय में तो इसके लिए जरूरी इंतजाम किए ही जा रहे हैं, महाकुंभ के दौरान भी श्रद्धालुओं को इन महानतम कवियों की रचनाओं का आनन्द मिल सके, इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए फिल्म डिवीजन और दूरदर्शन के साथ साथ आकाशवाणी से भी इलाहाबाद संग्रहालय की बात चल रही है। वहां से इन प्रमुख कवियों की रचनाओं की लिस्ट भी आ चुकी है।

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उत्तर प्रदेश

एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया स्कैमर्स से बचाएगा महाकुम्भ साइबर थाना

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महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलीकरण करने जा रही है। डिजिटलाइजेशन के साथ साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए भी व्यापक तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में साइबर सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए मेला क्षेत्र में साइबर थाने की शुरुआत की गई है। इसके माध्यम से एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर लोगों को झांसा देना संभव नहीं हो पाएगा। खास बात ये है कि इस बार देश विदेश से इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश के चुनिंदा अफसरों की एक स्पेशल टीम बुलाई गई है। यहां प्रदेश के चुनिंदा साइबर एक्सपर्ट्स पहुंच चुके हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहेंगे।

महाकुम्भ नगर पहुंची स्पेशल टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ 2025 को अब तक का सबसे भव्य और दिव्य आयोजन बनाने के लिए वृहद स्तर पर तैयारी की जा रही है। मेला के दौरान यहां 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिनकी सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। इसी क्रम में एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा पर मेले के अधिकारी विशेष ध्यान दे रहे हैं। यही नहीं, उन्हें साइबर सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए पूरे प्रदेश के चुनिंदा अफसरों की एक स्पेशल टीम महाकुम्भनगर बुला ली गई है।

44 वेबसाइटों पर नजर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी बताते हैं कि फेक और डार्क वेबसाइट और सोशल मीडिया के शातिरों से श्रद्धालुओं की हर तरह से हिफाजत करने की योजना तैयार कर ली गई है। इसके लिए पूरे प्रदेश के अनुभवी अफसरों को यहां महाकुम्भनगर में बुलाया गया है। आते ही साइबर सेल के एक्सपर्ट अपनी पोजिशन ले चुके हैं। सबसे खास बात यह है कि महाकुम्भ में
एआई, एक्स, फेसबुक और गूगल का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं किया जा सकेगा। ठगों के फर्जी तरीके से तैयार किए गए लिंक के हथियार नष्ट कर दिए जाएंगे। महाकुम्भनगर की साइबर एक्सपर्ट की टीम ने तेजी से काम करते हुए ऐसी संदेहास्पद 44 वेबसाइटों को अपने रडार पर ले लिया है। जिनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।

ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मोबाइल साइबर टीम भी सक्रिय
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरूक किया जा रहा है। उन्हें महाकुम्भ मेले से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। इसके साथ-साथ सरकारी वेबसाइट (जिनमें gov.in लगा हो) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा फर्जी वेबसाइटों की सूचना भी यहां थाने में दी जा सकती है, जिस पर साइबर थाना तुरंत कार्यवाही करेगा। इसके साथ ही देश-विदेश से महाकुम्भ में आने वाले 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए साइबर एक्सपर्ट की टीम दिन रात काम कर रही है। यह टीम एक स्थान पर लैपटॉप और कंप्यूटर से तो सक्रिय है ही, इसके अलावा इनकी मोबाइल टीम भी काम कर रही हैं। जो बड़ी संख्या में फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के फेक अकाउंट से संबंधित मामलों को मोबाइल पर ही सॉल्व कर रहे हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से पैसे मांगने वालों पर विशेष नजर
जो लोग एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों से पैसे मांगते हैं, उन पर भी साइबर एक्सपर्ट नजर रख रहे हैं। शिकायत मिलते ही उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। इनके अलावा फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए धोखाधड़ी करने वालों पर भी सख्ती की जाएगी। महाकुम्भ में आने वाले एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा में साइबर एक्सपर्ट की टीम 24 घंटे अलर्ट मोड में है

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