Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

अवैध वसूली न रूकी तो जेलों में हो सकते हैं हादसे

Published

on

कारागार मुख्यालय में अफसरों की अवैध वसूली, जेलों पर कभी भी कोई हादसा

Loading

कारागार मुख्यालय में अफसरों की अवैध वसूली, जेलों पर कभी भी कोई हादसा

लखनऊ। कारागार मुख्यालय में अफसरों की अवैध वसूली पर अंकुश नहीं लगाया गया तो प्रदेश की नैनी, कौशांबी समेत अन्य कई जेलों पर कभी भी कोई हादसा हो सकती है। विभाग के उच्चाधिकारियों की वसूली से कारागार विभाग के अधिकारी काफी त्रस्त है। इस विभाग में निलंबन से बहाली और विभागीय कार्रवाई को समाप्त करने के लिए बकायदा दाम निर्धारित किए गए है। इस अवैध वसूली की वजह से जेलों की हालत दिनों दिन बदतर होती जा रही है। दिलचस्प बात तो यह है कि वाराणसी जेल में जब अधिकारी पिट रहे थे उस वक्त विभाग के मुखिया क्रिकेट खेलने में व्यस्त थे। इसकी पुष्टि सम्पूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान के आसपास रहने वाले जेलकर्मियों ने की है।

प्रदेश की अतिसंवेदनशील जेलों में शामिल जिला जेल वाराणसी में शनिवार को बंदियों ने जमकर उपद्रव मचाया। इस उपद्रव के दौरान आक्रोशित बंदियों ने जेल में तैनात डिप्टी जेलर की पिटाई कर उसे लहुलूहान कर दिया।  सूत्र बताते हैं कि वर्तमान समय में जेलों की बदतर हालत के लिए विभाग के कुछ अधिकारी ही जिम्मेदार है। इसकी मुख्य वजह यह है कि यह उच्चाधिकारी आरोप के बाद हटाए गए उन्हीं अधिकारियों को उसी जेल पर तैनात कर दे रहे है जिन्हें आरोपों के बाद हटाया गया था। इसके साथ ही कई दागी अफसरों को जेेल अधीक्षक की शिकायत के बावजूद हटाया नहीं गया है। विभाग में विवादों में फंसे रहने वाले डिप्टी जेलर डीके सिंह कोे कौशांबी जेल पर तैनात है।

इस जेल अधिकारी के मनमाने रवैये से जेल के अन्य अधिकारी काफी त्रस्त है। इस अधिकारी के विवादों की फेहरिस्त काफी लंबी है। इसको हटाने के लिए जेल अधीक्षक ने कई बार विभाग के मुखिय आईजी जेल को कई बार पत्र लिखा लेकिन आज तक उसे हटाया नहीं गया। आईजी जेल को लिखे गए पत्र में यह भी आशंका व्यक्त की गई है कि इसके रहने से जेल में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। इसी प्रकार केंद्रीय कारागार नैनी में पिछले दिनों लंबे समय से तैनात जेलर बीके मिश्रा को हटाया गया। विवादों में घिरे मिश्रा का तबादला देवरिया किया गया। प्रभार नहीं संभालने पर उसे विभाग के आईजी जेल ने निलंबित भी किया किंतु उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के बजाए जांच खत्म कर उसे पुनः नैनी जेल पर ही तैनात कर दिया गया। यह तो बानगी भर है इस प्रकार दर्जनों विवादित अधिकारियों का मनमाफिक स्थानांे पर तैनातियों ने जेलों की व्यवस्थाओं बदतर बना दिया है। उधर इस बाबत जब महानिरीक्षक कारागार डीएस चैहान से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन नहीं उठा।

 

वाराणसी जेल में सामान्य हुए हालात

वाराणसी जिला जेल में रविवार को हालत सामान्य रहे। अन्य दिनों की तरह रविवार को आगंतुकों की शांतिपूर्ण तरीके से बंदियों की भेंट कराई गई। उधर बंदियों की पिटाई से लहलूहान हुए डिप्टी जेलर अजय कुमार राय की हालत में सुधार हो रहा है। नए जेेल अधीक्षक बीडी पांड ने रविवार को प्रभार संभाल लिया।

जेलमंत्री आज करेंगे वाराणसी जेल का निरीक्षण

प्रदेश के कारागार मंत्री बलवंत सिंह रामूवालिया सोमवार को वाराणसी की जिला जेल का निरीक्षण करेंगे। शनिवार को वाराणसी जेेल में सुविधा शुल्क लेकर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को लेकर जमकर बवाल किया था। इस घटना को लेकर विभागीय मत्री के निरीक्षण को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विभागीय मंत्री घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ बंदियों की समस्याओं को भी सुनेंगे।

 

 

Continue Reading

प्रादेशिक

डबलिन से आए अनंत टंडन और रोहिणी का प्री-वेडिंग शूट सेवा कार्य में बदलकर बना प्रेरणादायक क्षण

Published

on

Loading

आयरलैंड के डबलिन से भारत आए अनंत टंडन और रोहिणी ने अपनी प्री-वेडिंग शूट को एक अनोखे और प्रेरणादायक सेवा कार्य में बदलकर समाज के समक्ष एक भावुक उदाहरण प्रस्तुत किया। लखनऊ के मेडिकल कॉलेज परिसर में स्थित प्रसादम सेवा हाल में उन्होंने कैंसर और गंभीर रोगों से पीड़ित मरीजों के निःशक्त तीमारदारों के लिए पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की। इस सेवा कार्य के दौरान सैकड़ों तीमारदारों ने भोजन प्राप्त किया और अनंत-रोहिणी के इस उदार भाव को देखकर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया, जिससे यह प्री-वेडिंग शूट एक यादगार और प्रेरणादायक पल बन गया।

इस खास मौके पर अनंत और रोहिणी ने स्वयं अपने हाथों से भोजन की तैयारी में सहयोग किया, जिसमें उनके परिवार के सदस्यों ने भी पूरा योगदान दिया। प्रसादम सेवा हाल को इस ऐतिहासिक अवसर के लिए खूबसूरती से फूलों से सजाया गया था, और तीमारदार इस आयोजन में घराती और बाराती बनकर शामिल हुए, जिससे यह पल और भी खास हो गया।

फूडमैन विशाल सिंह ने इस अवसर पर टंडन परिवार की सराहना करते हुए कहा, “आज जब लोग अपनी प्री-वेडिंग शूट और अन्य व्यक्तिगत उत्सवों पर लाखों रुपए खर्च कर रहे हैं, टंडन परिवार ने विदेश से आकर पीड़ितों की इस घड़ी में सेवा कर समाज को ‘सेवा परमो धर्म’ और ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ के आदर्शों को आगे बढ़ाने का उदाहरण प्रस्तुत किया है। मैं टंडन परिवार को इस मानवीय सेवा भावना के लिए साधुवाद देता हूँ और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।”

इस अवसर पर टंडन परिवार के अन्य सदस्य स्वेतांशु टंडन, शिवागी टंडन, अभिरूप, रोटी रस्तोगी, शशि टंडन, शेफाली रस्तोगी, और अभिमन्यु भी उपस्थित थे। परिवार ने साझा किया कि उनके माता-पिता ने उन्हें सेवा और संस्कारों की शिक्षा दी है और वे पिछले 16 वर्षों से फूडमैन विशाल सिंह के साथ प्रसादम सेवा से जुड़े हुए हैं।

फूडमैन विशाल सिंह ने अपना जीवन मानवता की सेवा में समर्पित कर रखा है और यह टंडन परिवार का सौभाग्य है कि वे उनके इस मानवीय सेवा यज्ञ में आहुति प्रदान कर रहे हैं। कोविड महामारी के दौरान भी विशाल सिंह ने सेवा का निस्वार्थ भाव दिखाया। उनके नेतृत्व में विजय श्री फाउंडेशन ने लाखों लोगों के लिए रैन बसेरों का निर्माण किया और बच्चों की शिक्षा में सहयोग किया। उनकी ‘हंगर फ्री वर्ल्ड’ मुहिम भूख मुक्त विश्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और ‘रोटी के साथ रोजगार’ मुहिम से हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। टंडन परिवार ने समाज से आह्वान किया कि वे ऐसे नेक कार्यों का समर्थन करें और सेवा कार्यों में सहयोग दें।

 

प्रसादम सेवा के इस विशेष आयोजन ने न केवल टंडन परिवार बल्कि सभी तीमारदारों के लिए एक यादगार क्षण बना दिया। अनंत और रोहिणी ने कहा कि इस सेवा कार्य में उन्हें आत्मसंतोष और आनंद का अनुभव हुआ और इस तरह के सेवा कार्य से उनके नए जीवन का शुभारंभ हुआ।

Continue Reading

Trending