नेशनल
प्रौद्योगिकी में अनुसंधान, नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत : मोदी
नई दिल्ली| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के सपने को पूरा करने के लिए देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान व नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
उन्होंने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान कहा, “हम कलाम के सपने को केवल तभी पूरा कर सकते हैं, जब नई पीढ़ी दैनिक जीवन में इस्तेमाल आने वाली प्रौद्योगिकी के विकास की दिशा में काम करे।”
उन्होंने कहा, “प्रौद्योगिकी समय-समय पर बदलती रहती है। आप इसे स्थिर नहीं रख सकते। आगामी शताब्दी प्रौद्योगिकी युक्त है, इसलिए हमें इसमें अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।” उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने प्रौद्योगिकी में नवाचार के लिए पारिस्थितिकी बनाने को ‘अटल नवाचार मिशन’ की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा, “नवाचार का लक्ष्य रखें। नीति आयोग अटल नवाचार मिशन को बढ़ावा दे रहा है, जिससे नवाचार, प्रयोग और उद्यमशीलता के लिए पारिस्थितिकी का निर्माण होगा।” मोदी ने कहा कि सरकार ने अटल नवाचार मिशन के लिए प्रयोगशालाओं तथा क्रियान्वयन केंद्रों के निर्माण के लिए अलग से राशि आवंटित की है।
उन्होंने कहा, “सरकार स्कूलों में प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए 10 लाख रुपये आवंटित करेगी। सरकार को स्कूलों में प्रयोगशालाओं के निर्माण के लिए 13,000 आवेदन मिले हैं। हमने मौजूदा प्रयोगशालाओं को मजबूती प्रदान करने तथा नया क्रियान्वयन केंद्र बनाने के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि भी आवंटित की है।”
नेशनल
कौन है नारायण सिंह चौरा ? जिसने पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की हत्या करने का प्रयास किया
अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को बुधवार को पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ की ड्यूटी करते समय एक शख्स ने गोली मार दी। गोली दीवार पर लगने से व्हीलचेयर पर बैठे सुखबीर सिंह बादल बाल बाल बच गये। आखिर किस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाई और उसका मकसद क्या था। तो बता दें कि फायरिंग करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौरा है जिसने गोली चलाई जिससे हड़कंप मच गया और तुरंत ही स्वर्ण मंदिर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया।
कौन हैं नारायण सिंह चौरा?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नारायण सिंह चौरा एक खालिस्तानी पूर्व आतंकवादी है, जिस पर पहले भी कई मामले दर्ज हुए हैं और वह भूमिगत रहा है। चौरा, कुछ वर्षों तक पंथिक नेता के रूप में सक्रिय था, वह डेरा बाबा नानक क्षेत्र से हैं। मंगलवार को वह सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर सुखबीर बादल के पास घूमता भी दिखाई दिया था। वह बुड़ैल जेलब्रेक का मास्टरमाइंड था। चौरा ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादियों जगतार सिंह हवारा और परमजीत सिंह भियोरा को उनके दो साथियों जगतार सिंह तारा और देवी सिंह के साथ बुड़ैल जेल से भागने में मदद की थी। उसने जेल की बिजली सप्लाई काफी देर के लिए बंद कर दी थी।
जानिए पाकिस्तान से चौरा का कनेक्शन
कथित तौर पर नारायण सिंह चौरा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पाकिस्तान भाग गया था। वहां उसने भारत में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान में, उन्होंने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब भी लिखी थी। चौरा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में संदिग्ध था।
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
खेल-कूद2 days ago
सूर्यकुमार यादव ने अपनी बहन के लिए लिखा भावुक पोस्ट, हाल ही में हुई है शादी
-
नेशनल3 days ago
लाल किला तोड़ दो, कुतुब मीनार को तोड़ दो, ताजमहल को तोड़ दो – मल्लिकार्जुन खरगे
-
नेशनल2 days ago
किसान एक बार फिर दिल्ली की तरफ, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्रों में बढ़ी सुरक्षा
-
नेशनल2 days ago
आज फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखेंगे पीएम मोदी, कई सांसद और मंत्री भी रहेंगे साथ
-
करियर2 days ago
‘पीएम इंटर्नशिप स्कीम’ की आज से शुरुआत, प्रधानमंत्री युवाओं से करेंगे बात
-
खेल-कूद2 days ago
फुटबॉल मैच के दौरान बड़ा हादसा, 100 से ज्यादा लोगों की मौत
-
प्रादेशिक3 days ago
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज अपने विदेशी दौरे से लौटे, 60 हजार करोड़ के निवेश के प्रस्ताव मिले