भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में जहरीली झाग से ढकी यमुना में नाव की सवारी की।
यमुना में अमोनिया का स्तर बढ़ने से राजधानी की जलापूर्ति भी शनिवार शाम से प्रभावित है। छठ पूजा के पहले दिन सोमवार को कालिंदी कुंज के पास जहरीले झाग की मोटी परत वाली यमुना नदी में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई। लोगों ने नदी में पानी की गुणवत्ता पर निराशा व्यक्त की।
इस मामले में मनोज तिवारी ने कहा, ‘आप देख सकते हैं कि हम फोम पर सवार हैं। डीडीएमए ने यमुना घाट पर नहीं बल्कि निर्दिष्ट स्थलों पर छठ पूजा की अनुमति दी है। दिल्ली सरकार को इस घटनाक्रम की परवाह नहीं है। दिल्ली सरकार लोगों के घाटों पर आने पर प्रतिबंध लगाती है, लेकिन इसकी सफाई के झूठे दावे करती है। सुप्रीम कोर्ट को इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेना चाहिए।’
आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राष्ट्रीय राजधानी में छठ पूजा समारोह को लेकर कई दिनों से राजनीतिक युद्ध में शामिल हैं। ये झगड़ा 8 नवंबर को उस समय और तेज हो गया जब भाजपा के सांसद (सांसद) प्रवेश वर्मा ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उन्हें रोकने की चुनौती देने के बाद यमुना के तट पर त्योहार मनाने पर प्रतिबंध की अवहेलना की। पश्चिम दिल्ली के सांसद वर्मा ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) को पूर्वांचल के लोगों ने वोट दिया था और अब वह उन्हें अनुमति देने से इनकार कर रहे हैं। हम यहां घाट बनाएंगे और 1 नवंबर को जश्न मनाएंगे।”