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अन्तर्राष्ट्रीय

नेपाल- बाढ़ और तेज बारिश के चलते 18 लोगों की मौत, 21 लापता

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नई दिल्ली। नेपाल में जून के महीने में तेज बारिश और बाढ़ के चलते भूस्खलन जैसे हालत बन गये हैं। नेपाल की सभी छोटी बड़ी नदियां उफान पर हैं। इस दौरान कई लोगों की मौत हो गयी है। साथ ही बहुत से लोगो के लापता होने की ख़बरें भी आ रही है।

नेपाल में पिछले सप्ताह से हो रही तेज बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन के चलते 18 लोगों की जान चली गयी है और 21 लोग अभी भी लापता हैं। पुलिस ने रविवार को बताया कि पिछले सप्ताह तेज बारिश के चलते बाढ़ आयी एवं कई अहम बुनियादी ढ़ाचों को नुकसान पहुंचा है।

पुलिस के मुताबिक, सिंधुपालचौक के मेलामची क्षेत्र में 20 लोग और बाजूरा में एक व्यक्ति की मौत हो गयी है। अभी तक हमें संपत्तियों के नुकसान से संबंधित रिपोर्ट नही मिली है। सरकार राहत और बचाव कार्यो में लगी हुई है।

मंत्रालय के प्रवक्ता जनकराज दहल ने बताया कि सिंधुपालचौक व मनंग जिलो में जान-माल की हानि की रिपोर्ट मिली है। नेपाल मौसम विभाग के अनुसार, देश में 1 जून से मानसून आया है और ये करीब 3 माह तक रहेगा। तेज बारिश के चलते इंद्रवति नदी के बेसिन के कई इलाको में पानी भर गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

ईरान का फाइटर प्लेन दुर्घटना का शिकार, दो पायलटों की मौत

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तेहरान। ईरान का एक लड़ाकू विमान बुधवार को देश के दक्षिणी हिस्से में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई। हालांकि यह विमान वाकई किसी दुर्घटना का शिकार हुआ या फिर इसे किसी देश ने मार गिराया। इसके बारे में अभी कोई स्‍पष्‍ट जानकारी नहीं मिल सकी है। पायलटों की पहचान कर्नल हामिद रजा रंजबार और कर्नल मनौचेहर पीरजादे के रूप में की गई है।

ईरान की मीडिया में सामने आई खबरों के अनुसार विमान की मरम्मत के बाद पायलट परीक्षण उड़ान पर थे। यह दुर्घटना राजधानी तेहरान से लगभग 770 किलोमीटर दक्षिण में फिरोजाबाद शहर के पास हुई। रिपोर्ट में विमान के प्रकार या दुर्घटना के कारण के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया।

ईरान की वायु सेना के पास 1979 की इस्लामी क्रांति से पहले खरीदे गए अमेरिका निर्मित कई सैन्य विमान हैं। टॉमकैट एफ-14 अमेरिका निर्मित विमान है, ईरान के पास रूस निर्मित मिग और सुखोई विमान भी हैं। दशकों से पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण देश को विमान के ‘स्पेयर पार्ट्स’ (खराब हुए पुर्जों की जगह नए पुर्जे) प्राप्त करना और पुराने विमानों का रखरखाव करना मुश्किल हो रहा है।

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