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ऑफ़बीट

इस तरह से Girlfriend को दीजिए Chocolate, अगर खुश हो गई, तो वो करने को तैयार हो जाएगी जो आप सोच नहीं सकते

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आज Valentine Week का तीसरा दिन यानी की Chocolate day है। इस दिन प्रेमी यानी BoyFriend या GirlFriend कोई भी एक दूसरे को चॉकलेट देते हैं। साथ ही प्यार का इज़हार भी करते हैं। इसी से वो अपनी जिंदगियों में मिठास भी भरते हैं। चलिए इस दिन से संबंधित कुछ शायरियों को बताते हैं जिससे आप अपनी Girlfriend को खुश कर सकते हैं।
वैसे तो लड़कियों को मनाना काफी मुश्किल होता है, लेकिन Romantic शायरी सुना कर आप उसे खुश कर सकते हैं। खुश होने के बाद आप उनसे कुछ भी करा सकते हैं। कोई भी का खुशी खुशी करने को तैयार हो जाती हैं। कभी-कभी तो कुछ ऐसा कर जाती हैं जिसका आपको अंदाजा नहीं होता और आप चौंक जाते हैं।

इस तरह करें Girlfriend को खुश-

ज़िन्दगी के किताब में कुछ पन्ने ख़ास होते है..
कुछ अपने कुछ बेगाने होते है…
प्यार से सवार जाती है ज़िन्दगी…
जब रिश्तो में चॉकलेट की तरह मिठास होती है…!!!

लम्हे वो कुछ खास होते है…
तू जो मेरे पास होती है…
बाहों में तेरा कुछ होता ऐसा एहसास है..
डेरी मिल्क और पार्क की जो मिठास है…!

लगता है जैसे कोई खूबसूरत शाम है…
देखा तो पाया आपकी हंसी का खुमार है…
जो आज के दिन चॉकलेट की तरह…
हवाओ में भी घुला प्यार की मिठास है…!

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WORLD STUDENT DAY : डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती आज, युवाओं और बच्चों के हित के लिए किए अनेक काम

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नई दिल्ली। आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइलमैन के रूप में प्रसिद्ध महान वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की जयंती मनाई जा रही है। उनकी जयंती को विश्व छात्र दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। डॉ. कलाम ने अपना पूरा जीवन पूरे भारत में बच्चों की शिक्षा और कल्याण में सुधार के लिए समर्पित कर दिया।

18 जुलाई 2002 को भारत के 11वें राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने देश के युवाओं और बच्चों के हित के लिए काम किया। उनके विचार आज भी युवाओं को प्रेरित करने का काम करते हैं। आज हम आपके लिए एपीजे अब्दुल कलाम के अनमोल विचार लेकर आए हैं जो आपको सही दिशा और मार्ग दिखाने का काम करेंगे।

कभी हार ना मानने वाले थे कलाम

अपनी आत्मकथा में उन्होंने लिखा, “मैं SLV- 3 सेटेलाइट लांच व्हीकल तथा पहली स्वदेशी मिसाइल ‘अग्नि’ की प्रोजेक्ट टीम का मुखिया था. सरकार और जनता ने हमसे बहुत आशाएं लगा रखी थीं. काम पर मीडिया की भी पैनी नजर थी. SLV पहले ही चरण में असफल रहा. ‘अग्नि’ का परीक्षण भी कठिन दौर में था. हम भारी दबाव में थे. मैं और पूरी टीम चिंतित थे. नकारात्मक माहौल में हमारी सफलताएं भी धूमिल दिख रही थीं। उस कठिन समय में वे और उनके साथी निरंतर कमियों की समीक्षा करते रहे और खुद के भीतर झांकते रहे. कलाम ने ऐसे समय में सहयोगियों के समर्पण भाव और आगे सफलता के पहले वे जिन तकलीफों से गुजरे, को सदैव याद रखा. उन्होंने लिखा, ‘ मैंने अपने जीवनकाल में हर समय इसे महसूस किया तथा उन अनुभूतियों को शब्दों में बयान नहीं कर सकता. “

छात्रों को हमेशा अच्छा मार्गदर्शन देते थे।

डॉ. कलाम ने छात्रों को हमेशा प्रोत्साहित किया और उन्हें बहुमूल्य ज्ञान दिया. उनका कहना था कि “अगर आप असफल होते हैं, तो कभी हार न मानें क्योंकि F.A.I.L. का अर्थ है ‘सीखने में पहला प्रयास (First Attempt In Learning)’ अंत अंत नहीं है (End is not the end), दरअसल ई.एन.डी. का अर्थ है ‘प्रयास कभी नहीं मरता.’ यदि आपको जवाब में ‘NO’ मिलता है, तो याद रखें कि एन.ओ. का अर्थ है ‘नेक्स्ट अपॉर्चुनिटी’ तो, आइए पोजिटिव सोच बनाए रखें।

 

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