Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

हमारे त्योहार और परंपराएं हमारी विरासत का हिस्सा: सीएम

Published

on

Loading

लखनऊ | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में “आकांक्षा हाट 2024” का शुभारंभ किया। सीएम योगी ने महिला सशक्तिकरण और स्थानीय उद्यमिता को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह आयोजन राज्य में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने और स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को अपनी रचनात्मकता और उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आकांक्षा हाट 2024 उत्तर प्रदेश की आकांक्षा समिति के प्रयासों से आयोजित किया जा रहा है जो प्रदेश के सभी 75 जिलों में सक्रिय है और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सीएम योगी ने सभी महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों की सराहना की। उन्होंने कहा, “महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए आकांक्षा समिति का यह प्रयास सराहनीय है। यह आयोजन न केवल महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करेगा बल्कि स्थानीय उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में भी सहायक होगा।”

आकांक्षा समिति के प्रयासों से महिला स्वावलंबन को मिल रही नई दिशा

आकांक्षा समिति, उत्तर प्रदेश के भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारियों की पत्नी संघ (IASOWA) का एक विकासशील अंग है, जो राज्य की महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए समर्पित है। राज्य के सभी 75 जिलों में कार्यरत इस समिति का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के स्व-रोजगार और स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक अवसर प्रदान करना है। आकांक्षा हाट 2024 के माध्यम से यह समिति महिलाओं को अपने उत्पादों, कौशल, और शिल्प को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान कर रही है, जिससे वे अपने परिवार और समाज को आर्थिक रूप से मजबूत बना सकेंगी।

संस्कृति और आर्थिक आदान-प्रदान का माध्यम है आकांक्षा हाट 2024 – सीएम

आकांक्षा हाट के माध्यम से जम्मू-कश्मीर सहित देश के विभिन्न राज्यों के उत्पाद भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं, जिससे सांस्कृतिक और आर्थिक आदान-प्रदान का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे त्योहार और परंपराएं हमारी विरासत का हिस्सा हैं। आकांक्षा हाट जैसे आयोजनों से हमारी संस्कृति और परंपराएं जीवित रहती हैं और नई पीढ़ी को प्रेरित करती हैं। इससे उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमियों को न केवल नए कौशल और विचारों को सीखने का अवसर मिलेगा, बल्कि उन्हें अपने व्यवसाय को व्यापक स्तर पर विस्तार देने में भी सहायता मिलेगी।

आकांक्षा हाट 2024 से वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) को मिलेगा बढ़ावा- मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने आकांक्षा हाट को वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना के लिए भी एक महत्वपूर्ण मंच बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के स्व-सहायता समूह ODOP के माध्यम से स्थानीय उत्पादों की क्वालिटी, पैकेजिंग, और मार्केटिंग में सुधार कर सकते हैं। “यह आयोजन न केवल स्थानीय उद्यमों को सशक्त बनाएगा बल्कि ODOP के तहत उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी पहचान दिलाएगा,”। मुख्यमंत्री ने सकारात्मक बदलावों को हाइलाइट करने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि मीडिया को महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले सकारात्मक कार्यों को भी प्रमुखता देनी चाहिए। जब हम सकारात्मक पहलुओं को उजागर करेंगे, तो समाज में बदलाव की लहर तेज होगी और अधिक से अधिक महिलाएं इस दिशा में आगे बढ़ेंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों के अंदर यह धारणा थी कि यहां कुछ नहीं हो सकता है, लेकिन जब उत्तर प्रदेश में गत वर्ष अपना इंटरनेशनल ट्रेड शो नोएडा ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया तब लोगों ने यूपी की बदलती तस्वीर देखी। इस वर्ष उसका ट्रेड शो का दूसरा सत्र था, इसमें 5 लाख से अधिक लोग शामिल हुए। देश भर से इसमें और भी लोग आना चाहते हैं, मुझे लगता है की आकांक्षा समिति इसमें बहुत अच्छा रोल अदा कर सकती है।

प्रोत्साहन और प्रेरणा का केंद्र बना आकांक्षा हाट 2024

आकांक्षा हाट 2024 में कई महिला स्व-सहायता समूहों और उद्यमियों को सम्मानित भी किया गया, जिन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इनमें बुंदेलखंड का ‘बेलिनी मिल्क प्रोड्यूसर ग्रुप’ भी है जो 2019 में शुरू हुआ और आज 71,000 महिलाओं को रोजगार प्रदान कर रहा है। मुख्यमंत्री ने उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के ऐसे प्रयासों को बढ़ावा देकर प्रदेश को आत्मनिर्भरता की दिशा में ले जाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि आकांक्षा समिति का यह प्रयास निरंतर आगे बढ़ता रहेगा और महिलाओं को स्वावलंबन और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में नए अवसर प्रदान करता रहेगा।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान, कृषि उत्पादन आयुक्त मोनिका गर्ग, आकांक्षा समिति अध्यक्ष डॉ. रश्मि सिंह और कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया स्कैमर्स से बचाएगा महाकुम्भ साइबर थाना

Published

on

Loading

महाकुम्भ नगर। महाकुम्भ की तैयारियों को अंतिम रूप देने में लगी योगी आदित्यनाथ सरकार पहली बार इतने व्यापक स्तर पर महाआयोजन का डिजिटलीकरण करने जा रही है। डिजिटलाइजेशन के साथ साथ ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए भी व्यापक तैयारी की जा रही है। इसी क्रम में साइबर सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए मेला क्षेत्र में साइबर थाने की शुरुआत की गई है। इसके माध्यम से एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया का दुरुपयोग कर लोगों को झांसा देना संभव नहीं हो पाएगा। खास बात ये है कि इस बार देश विदेश से इतनी बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए पूरे प्रदेश के चुनिंदा अफसरों की एक स्पेशल टीम बुलाई गई है। यहां प्रदेश के चुनिंदा साइबर एक्सपर्ट्स पहुंच चुके हैं, जो 45 करोड़ श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा में 24 घंटे तैनात रहेंगे।

महाकुम्भ नगर पहुंची स्पेशल टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भ 2025 को अब तक का सबसे भव्य और दिव्य आयोजन बनाने के लिए वृहद स्तर पर तैयारी की जा रही है। मेला के दौरान यहां 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिनकी सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने अफसरों को विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है। इसी क्रम में एक एक श्रद्धालु की सुरक्षा पर मेले के अधिकारी विशेष ध्यान दे रहे हैं। यही नहीं, उन्हें साइबर सिक्योरिटी प्रदान करने के लिए पूरे प्रदेश के चुनिंदा अफसरों की एक स्पेशल टीम महाकुम्भनगर बुला ली गई है।

44 वेबसाइटों पर नजर
महाकुम्भनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी बताते हैं कि फेक और डार्क वेबसाइट और सोशल मीडिया के शातिरों से श्रद्धालुओं की हर तरह से हिफाजत करने की योजना तैयार कर ली गई है। इसके लिए पूरे प्रदेश के अनुभवी अफसरों को यहां महाकुम्भनगर में बुलाया गया है। आते ही साइबर सेल के एक्सपर्ट अपनी पोजिशन ले चुके हैं। सबसे खास बात यह है कि महाकुम्भ में
एआई, एक्स, फेसबुक और गूगल का किसी भी प्रकार से दुरुपयोग नहीं किया जा सकेगा। ठगों के फर्जी तरीके से तैयार किए गए लिंक के हथियार नष्ट कर दिए जाएंगे। महाकुम्भनगर की साइबर एक्सपर्ट की टीम ने तेजी से काम करते हुए ऐसी संदेहास्पद 44 वेबसाइटों को अपने रडार पर ले लिया है। जिनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।

ऑनलाइन सुरक्षा के लिए मोबाइल साइबर टीम भी सक्रिय
महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को बड़े पैमाने पर जागरूक किया जा रहा है। उन्हें महाकुम्भ मेले से संबंधित जानकारी के लिए 1920 नंबर भी जारी किया गया है। इसके साथ-साथ सरकारी वेबसाइट (जिनमें gov.in लगा हो) का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा फर्जी वेबसाइटों की सूचना भी यहां थाने में दी जा सकती है, जिस पर साइबर थाना तुरंत कार्यवाही करेगा। इसके साथ ही देश-विदेश से महाकुम्भ में आने वाले 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए साइबर एक्सपर्ट की टीम दिन रात काम कर रही है। यह टीम एक स्थान पर लैपटॉप और कंप्यूटर से तो सक्रिय है ही, इसके अलावा इनकी मोबाइल टीम भी काम कर रही हैं। जो बड़ी संख्या में फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया के फेक अकाउंट से संबंधित मामलों को मोबाइल पर ही सॉल्व कर रहे हैं।

सोशल मीडिया के माध्यम से पैसे मांगने वालों पर विशेष नजर
जो लोग एआई, फेसबुक, एक्स या इंस्टाग्राम के माध्यम से लोगों से पैसे मांगते हैं, उन पर भी साइबर एक्सपर्ट नजर रख रहे हैं। शिकायत मिलते ही उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। इनके अलावा फर्जी वेबसाइट और लिंक के जरिए धोखाधड़ी करने वालों पर भी सख्ती की जाएगी। महाकुम्भ में आने वाले एक-एक श्रद्धालु की सुरक्षा में साइबर एक्सपर्ट की टीम 24 घंटे अलर्ट मोड में है

Continue Reading

Trending