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प्रादेशिक

ट्रेन में यात्रा के दौरान पत्थर लगने से यात्री का पैर हुआ फ्रैक्चर

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लखनऊ। ट्रेन से अपने घर जा रहे एक युवक के पैर में अचानक एक पत्थर आकर लग गया। पत्थर लगने के बाद उसके पैर से खून बहने लगा। ट्रेन के मौजूद लोगों ने किसी तरह उसे प्राथमिक उपचार दिया। बाद में ट्रेन रुकने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पता चला कि उसके पैर में फ्रैक्चर है। युवक टॉयलेट जाने के लिए अपनी सीट से उठा था। गेट पर पहुंचते ही उसके साथ ये हादसा हो गया। हालांकि ये पता नहीं चल पाया है पत्थर शरारती तत्वों ने उसकी ओर फेंका था या अपने आप ट्रेन के पहिये के नीचे आने के बाद पत्थर उसकी ओर आ गया था।

पीड़ित युवक का नाम सतेंद्र कुमार है। सतेंद्र कुमार मरुधर एक्सप्रेस में यात्रा कर रहा था। घटना के बाद ट्रेन आगरा स्टेशन पर पहुंची, तो एक मेडिकल टीम ने उसको देखा और फिर उसे एसएन मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया। सतेन्द्र ने बताया, मैं ट्रेन के शौचालय से लौट रहा था, तभी कोच के प्रवेश द्वार के पास एक पत्थर आकर मेरे पैर पर लगा। देरी से उपचार मिलने के कारण मेरा बहुत खून बह गया। एक्स-रे के बाद डॉक्टरों ने कहा कि मेरे पैर में फ्रैक्चर है।

पेशे से बढ़ई सतेंद्र दोस्त की शादी में शामिल होने के लिए अपने गृहनगर हमीरपुर जा रहे थे। उन्हें चोट लगने के बाद टीटीई ने रेलवे कंट्रोल रूप को सूचना दे दी थी। इस मामले में आगरा मंडल के मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक एस.के. श्रीवास्तव ने कहा, रेलवे स्टाफ डॉ. अवंतिका ने आगरा फोर्ट में यात्री को देखा और उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए, तुरंत एसएनएमसी में शिफ्ट कर दिया।

उत्तर प्रदेश

डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में, स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों पर गिरी गाज

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में गंभीर अनियमितताओं के चलते कड़ी कार्रवाई की है. लगातार मिल रही शिकायतों के बाद श्रावस्ती के मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजय प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया गया है. डिप्टी सीएम ने इस संबंध में चिकित्सा स्वास्थ्य महानिदेशालय से संबंधित अधिकारियों को जांच करने के निर्देश भी दिए थे.

शिकायतों के कारण हुई कार्रवाई

शिकायतों में यह आरोप लगाए गए थे कि डॉ. अजय प्रताप सिंह ने अवैध निजी अस्पतालों पर प्रभावी नियंत्रण नहीं किया, टेंडरों में अनियमितताएं कीं, बायो मेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं किया और उच्च आदेशों की अवहेलना की. इन शिकायतों के आधार पर डॉ. सिंह को निलंबित कर दिया गया.

फतेहपुर और सुल्तानपुर में भी कार्रवाई

इसके साथ ही, फतेहपुर में तैनात चिकित्सक डॉ. पुण्ड्रीक कुमार गुप्ता को भी निलंबित कर सिद्धार्थनगर के सीएमओ कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है. उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने सरकार और प्रशासन के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी.

 

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