नेशनल
अरुण जेटली के अंतिम संस्कार में जेबकतरे भी पहुंचे, पुलिस ने किया गिरफ्तार
नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली रविवार को निगम बोध घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके अंतिम संस्कार में उमड़े जनसैलाब में जेबकतरे भी पहुंच गए।
अत्यधिक भीड़ का फायदा उठाते हुए उन्होंने कई लोगों की जेब साफ कर लीं। हालांकि जेब कतरे वीवीआईपी घेरे तक नहीं पहुंच सके और सिर्फ आम लोगों को उन्होंने अपना शिकार बनाया।
इसी दौरान आरोपी किसी बात पर आपस में झगड़ा करने लगे तो पुलिस की उन पर नजर गई। पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। लेकिन पुलिस सूत्रों से जो जानकारी मिली, उसके मुताबिक, यहां अरूण जेटली के अंतिम संस्कार में उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह समेत सरकार और विपक्ष के तमाम वरिष्ठ नेता और वीआईपी भी आए थे।
इनके साथ ही और भी काफी लोग यहां पहुंचे थे। इसी भीड़ में कुछ जेबकतरे भी शामिल हो गए। धक्का-मुक्की के दौरान आरोपियों ने कुछ लोगों की जेब पर हाथ भी साफ कर लिया। इस दौरान वे आपस में बहस करने लगे। पुलिस ने इनको झगड़ा करते देखा तो फौरन दबोच लिया।
नेशनल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार से नाराज
नई दिल्ली। किसानों के मुद्दे पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नाराज हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले पर सीधा सवाल पूछा है। उन्होंने कहा, ‘मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि किसान से वार्ता क्यों नहीं हो रही है। हम किसान को पुरस्कृत करने की बजाय, उसका सही हक भी नहीं दे रहे हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने क्या कहा?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा, ‘कृषि मंत्री जी, एक-एक पल आपका भारी है। मेरा आप से आग्रह है कि कृपया करके मुझे बताइये। क्या किसान से वादा किया गया था? किया गया वादा क्यों नहीं निभाया गया? वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं?’
उन्होंने कहा, ‘गत वर्ष भी आंदोलन था, इस वर्ष भी आंदोलन है। कालचक्र घूम रहा है, हम कुछ कर नहीं रहे हैं। पहली बार मैंने भारत को बदलते हुए देखा है। पहली बार मैं महसूस कर रहा हूं कि विकसित भारत हमारा सपना नहीं लक्ष्य है। दुनिया में भारत कभी इतनी बुलंदी पर नहीं था। जब ऐसा हो रहा है तो मेरा किसान परेशान और पीड़ित क्यों है? किसान अकेला है जो असहाय है।
कृषि मंत्री जी, एक-एक पल आपका भारी है। मेरा आप से आग्रह है कि कृपया करके मुझे बताइये,
क्या किसान से वादा किया गया था?
किया गया वादा क्यों नहीं निभाया गया?
वादा निभाने के लिए हम क्या करें हैं?गत वर्ष भी आंदोलन था, इस वर्ष भी आंदोलन है।
कालचक्र घूम रहा है, हम कुछ कर नहीं रहे… pic.twitter.com/7WawdAu5c9— Vice-President of India (@VPIndia) December 3, 2024
-
लाइफ स्टाइल2 days ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
खेल-कूद2 days ago
सूर्यकुमार यादव ने अपनी बहन के लिए लिखा भावुक पोस्ट, हाल ही में हुई है शादी
-
नेशनल3 days ago
लाल किला तोड़ दो, कुतुब मीनार को तोड़ दो, ताजमहल को तोड़ दो – मल्लिकार्जुन खरगे
-
नेशनल2 days ago
किसान एक बार फिर दिल्ली की तरफ, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्रों में बढ़ी सुरक्षा
-
करियर2 days ago
‘पीएम इंटर्नशिप स्कीम’ की आज से शुरुआत, प्रधानमंत्री युवाओं से करेंगे बात
-
खेल-कूद2 days ago
फुटबॉल मैच के दौरान बड़ा हादसा, 100 से ज्यादा लोगों की मौत
-
नेशनल2 days ago
आज फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखेंगे पीएम मोदी, कई सांसद और मंत्री भी रहेंगे साथ
-
उत्तराखंड2 days ago
भू-कानून तोड़ने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा : पुष्कर सिंह धामी