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प्रादेशिक

लखनऊ: शिवपुर गांव में मंदिर के पुजारी की हत्या, लूट के इरादे से वारदात का शक

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के शिवपुर गांव में एक मंदिर के पुजारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मृतक पुजारी का नाम फकीरे दास है। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश मंदिर के घंटे, दानपत्र की रकम तेल और अनाज भी लूट ले गए। सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो घटना की जानकारी हुई, जिसके बाद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। तो वहीं पुलिस मामल की जांच पड़ताल में जुट गई है।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि आशंका है कि पुजारी ने लूट के प्रयास का विरोध किया था और बदमाशों ने ईंट से हमला कर दिया। पुजारी पिछले कुछ सालों से मंदिर में अकेले रह रहे थे।

पुलिस ने कहा, पुजारी मूल रूप से सुल्तानपुर जिले के रहने वाले थे और हमने उनके परिवार से संपर्क किया है ताकि पता चल सके कि उनकी हत्या के पीछे कोई पुराना विवाद तो नहीं था। पुलिस ने कहा कि अज्ञात हमलावरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ से जुड़ी भ्रामक पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई, 07 सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ मुकदमा दर्ज

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महाकुम्भ नगर। उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर महाकुम्भ से जुड़ी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है। सीएम योगी के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने सोशल मीडिया पर ऐसे अकाउंट को चिन्हित कर कार्रवाई प्रारंभ की है। इसी क्रम में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान सात ऐसे अकाउंट चिन्हित किए गए, जो गाजीपुर में नदी किनारे मिले शवों के पुराने वीडियो को महाकुम्भ में भगदड़ से जोड़कर भ्रामक प्रचार कर रहे थे। इन अकाउंट्स पर प्रदेश सरकार और पुलिस की छवि धूमिल करने तथा समाज में विद्वेष फैलाने का आरोप है। प्रयागराज के कोतवाली कुम्भ मेला थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है।

भ्रामक वीडियो के जरिए अफवाह फैलाने की साजिश

सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो, जिसमें गाजीपुर में वर्ष 2021 में नदी किनारे मिले शव दिखाए गए थे, उसे महाकुम्भ प्रयागराज से जोड़कर फैलाया गया। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस फर्जी वीडियो का पर्दाफाश करते हुए स्पष्ट किया कि यह महाकुम्भ प्रयागराज से संबंधित नहीं है, बल्कि गाजीपुर की पुरानी घटना का वीडियो है। कुम्भ मेला पुलिस के आधिकारिक अकाउंट से इसका खंडन भी जारी किया गया है।

सात सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ मामला दर्ज

अफवाह फैलाने और कानून-व्यवस्था को प्रभावित करने की कोशिश करने के आरोप में इन सात सोशल मीडिया अकाउंट्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। ये अकाउंट्स अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं:

1. Yadavking000011 (@Yadavking000011) – इंस्टाग्राम

2. Komal Yadav (@komalyadav_lalubadi94) – इंस्टाग्राम

3. Amar Nath Yadav (amar_ydvkvp_5354_) – मेटा थ्रेड

4. Banwari Lal – Bairwa (@B_L__VERMA) – एक्स (ट्विटर)

5. Kavita Kumari (@KavitaK22628) – एक्स (ट्विटर)

6. Sonu Chaudhary (SonyChaudhary70) – एक्स (ट्विटर)

7. Putul Kumar Kumar (@Puatulkumar9795) – यूट्यूब

अफवाह फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई

प्रशासन ने साफ कर दिया है कि महाकुम्भ से जुड़ी किसी भी भ्रामक सूचना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी संदिग्ध पोस्ट की सूचना देने की अपील की है।

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