Connect with us
https://www.aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

संसद में राहुल ने झूठ बोला, सीएम योगी ने कहा- अयोध्या में 1733 करोड़ रुपए का मुआवजा बांटा गया

Published

on

Loading

लखनऊ। संसद में अयोध्या में विस्थापितों को दिये गये मुआवजे को लेकर राहुल गांधी द्वारा की गई गलत बयानी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करारा पलटवार किया है। सीएम योगी ने कहा कि राहुल का बयान यूपी और अयोध्या को बदनाम करने के लिए दिया गया है। सदन में दिया गया राहुल का झूठा बयान अत्यंत ही निंदनीय और शर्मनाक है। उन्होंने बताया कि अयोध्या में विभिन्न विकास कार्यों के दौरान विस्थापित हुए लोगों को 1733 करोड़ रुपए की धनराशि मुआवजे के तौर पर प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री सोमवार शाम अपने सरकारी आवास पर मीडिया से बातचीत कर रहे थे।

राहुल का बयान निंदनीय और शर्मनाक

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबने राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव में झूठे और गुमराह करने वाले वक्तव्य देते हुए देखा है। संविधान का गला घोंटने वाले लोगों ने संविधान के बारे में गुमराह करने वाले वक्तव्य देने के लिए विदेशी पैसे से के बल पर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया था। 1 लाख का फर्जी बॉन्ड भरवा कर भारत की माताओं और बहनों को गुमराह करने का कार्य किया। आज फिर इन्होंने झूठा बयान दिया है जोकि अत्यंत निंदनीय और शर्मनाक है।

कांग्रेस झूठ का पुलिंदा है

सीएम योगी ने कहा कि हर कोई जानता है कि अयोध्या को उसकी पहचान से किसने वंचित किया है। राहुल गांधी और उनके सहयोगियों ने न केवल अयोध्या को वनवास दिया था, बल्कि सरयू को भी रक्तरंजित किया था। आज जब अयोध्या अपने वैभव को पुन:प्रतिष्ठापित करते हुए पूरी दुनिया को अपनी ओर आकर्षित कर रही है तो कांग्रेस इसे कैसे अच्छा मान सकती है। कांग्रेस झूठ का पुलिंदा है। सच ये है कि 1733 करोड़ रुपए केवल मुआवजे के लिए अयोध्या वासियों को उपलब्ध कराए हैं। चाहे रामपथ हो, भक्तिपथ हो, जन्मभूमि पथ हो या एयरपोर्ट हो, जिसकी जमीन, दुकान, मकान इसमें शामिल थी, उन्हें मुआवजा दिया गया है। जिनके पास पीछे दुकान बनाने की जगह थी, उनके दुकान बने हैं, जिनके पास स्पेस नहीं था उन्हें मल्टी लेवल काम्प्लेक्स बनाकर दुकान देने के कार्य को आगे बढ़ाया गया। राहुल के बयान सत्य से परे झूठ का पुलिंदा हैं। यह यूपी और अयोध्या को बदनाम करने की साजिश है। यह भारत और अयोध्या की छवि को खराब करने की उस मानसिकता का हिस्सा है जो ये एक्सिडेंटल हिन्दू आजादी के बाद से लगातार करते आ रहे हैं।

अयोध्या में कितना दिया गया मुआवजा एवं अन्य महत्वपूर्ण बिंदु

● अयोध्या एयरपोर्ट के लिए 952.39 करोड़ रुपए का मुआवजा
● अयोध्या बाईपास (रिंग रोड) के लिए 295 करोड़ का मुआवजा
● राम जन्मभूमि पथ में 14.12 करोड़ रुपए का मुआवजा
● भक्ति पथ में 23.66 करोड़ रुपए का मुआवजा
● रामपथ में 114.69 करोड़ का मुआवजा
● पंचकोसी परिक्रमा मार्ग के लिए 29 करोड़ रुपए का मुआवजा
● चौदहकोसी परिक्रमा मार्ग के लिए 119.20 करोड़ रुपए का मुआवजा
● रुदौली-रोजागांव रेलवे स्टेशन के मध्य रेलवे दोहरीकरण के निर्माण के लिए 35.03 लाख रुपए
● एनएच 330ए के निर्माण के लिए 163.90 करोड़ रुपए का मुआवजा
● एनएच 227बी के पैकेज 3 के अंतर्गत 21.09 करोड़ का मुआवजा दिया
● अबतक कुल 21,548 व्यक्तियों को मुआवजा दिया जा चुका है
● न केवल मुआवजा दिया गया, बल्कि दुकानों का सौंदर्यीकरण कराया गया
● अयोध्या में दुकानदारों का व्यापार पहले से अधिक बढ़ा है

उत्तर प्रदेश

सीएम योगी का स्पष्ट निर्देश- धनाभाव में नहीं रुकेगा किसी का इलाज

Published

on

Loading

लखनऊ| सबका साथ, सबका विकास’ को चरितार्थ करते हुए आचार संहिता हटने के तत्काल बाद से ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जनसमस्याओं के समाधान में जुट गए। आचार संहिता हटते ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने छह जून को लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर ‘जनता दर्शन’ किया। उनकी मंशा के अनुरूप पीड़ितों की समस्याओं का समाधान तत्काल शुरू हुआ। वहीं इलाज के लिए आर्थिक सहायता की गुहार लेकर आए पीड़ितों को भी राहत देते हुए समयसीमा के भीतर अस्पताल के लिए राशि जारी कर दी गई। महज 26 दिन के भीतर 3749 मरीजों को इलाज के लिए 78.31 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत की गई।

3749 लोगों को 78.31 करोड़ से अधिक की मदद

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘जनता दर्शन’ के साथ ही जनप्रतिनिधियों के पत्र पर भी पीड़ित लोगों को रिपोर्ट के आधार पर धनराशि जारी की गई है। छह जून से पहली जुलाई के मध्य 3749 पीड़ितों को 78 करोड़, 31 लाख, 54 हजार 134 रुपये जारी किए गए। महज 26 दिन में यह राशि जारी होने से सभी वर्गों के पीड़ितों को किडनी, कैंसर, ब्रेन हैमरेज, ऑपरेशन समेत कई जटिल बीमारियों के इलाज में मदद मिली।

जून में चार दिन लखनऊ में स्वयं भी ‘जनता दर्शन’ में पहुंचे सीएम योगी

‘जनता दर्शन’ सीएम योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रतिदिन सुबह 9 से दोपहर दो बजे तक उनके सरकारी आवास पर जनता दर्शन कार्यक्रम चलता है। समय-समय पर सीएम खुद भी लखनऊ और गोरखपुर में ‘जनता दर्शन’ करते हैं। जून माह में सीएम ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर छह जून, आठ जून, 20 जून और 30 जून को स्वयं आमजन की समस्याओं को सुनकर समयसीमा के भीतर निस्तारण कराने का निर्देश दिया।

Continue Reading

Trending