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उत्तर प्रदेश

रेलकर्मी ने चलती ट्रेन में की बच्ची से छेड़छाड़, लोगों ने लखनऊ से कानपुर तक पीटा, मौत

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में बच्ची से छेड़छाड़ के आरोपी एक रेलकर्मी की ट्रेन में ही भीड़ ने पीट पीटकर हत्या कर दी। यात्री आरोपी को लखनऊ से कानपुर स्टेशन तक पीटते रहे, जिससे वो बुरी तरह घायल हो गया। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

ये घटना हमसफर एक्सप्रेस की है। जहां एक 11 साल की लड़की अपने माता-पिता के साथ यात्रा कर कर रही थी। रात को जब लड़की की मां वॉशरूम गई तभी आरोपी शख्स ने बच्ची से छेड़खानी की। मां जब वापस लौटी तो बच्ची ने मां को सारी बात बताई। जिसके बाद ट्रेन में सवार यात्रियों का गुस्सा भड़क गया और उन्होंने आरोपी की पिटाई करनी शुरू कर दी। लोगों ने आरोपी कर्मी को जब पीटना शुरु किया तब ट्रेन लखनऊ के ऐशबाग में थी और कानपुर सेंट्रल जाने तक उसे पीटा और वहां पहुंचकर पीड़िता के परिजनों ने इस घटना की जानकारी रेलवे कंट्रोल को दे दी।

घटना की जानकारी मिलने के बाद GRP ने आरोपी कर्मी को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पुलिस के साथ ही पीड़िता के परिजन भी थाने गए जहां बच्ची की मां ने आरोपी के खिलाफ तहरीर दी। इसके बाद GRP ने आरोपी को मेडिकल के लिए केपीएम भेजा जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं अब आरोपी रेल कर्मी प्रशांत कुमार के परिजनों ने भी हत्या की तहरीर दी है।

आपको बता दें कि प्रशांत कुमार का आधिकारिक नाम अरुण कुमार था जो बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला था। मृतक की उम्र 34 साल थी और वो रेलवे में ग्रुप डी का कर्मचारी था जो मुजफ्फरपुर में ही तैनात था। घटना के दिन वो दिल्ली जा रहा था और इसलिए वो सीवान से हमसफर एक्सप्रेस में जनरल टिकट लेकर सवार हो गया था। इसके बाद टीटी ने उससे पेनल्टी लेकर उसका AC का टिकट बना दिया था। उसके घर वालों के मुताबिक वो मानसिक रूप से ठीक नहीं था।

उत्तर प्रदेश

रामलीला मंच के पास से हटाए जाने पर आहत हुआ दलित, घर जाकर की आत्महत्या

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कासगंज। उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में रामलीला मंच के पास से हटाए जाने पर आहत हुए एक दलित दर्शक ने कथित रूप से आत्महत्या कर ली। पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।अधिकारी के मुताबिक, सोरों थानाक्षेत्र में आयोजित रामलीला के दौरान पुलिस द्वारा कथित तौर पर अपमानित किये जाने से आहत होकर एक दलित दर्शक ने आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस ने बताया कि आयोजकों द्वारा व्यक्ति को शराब के नशे में होने के बाद वहां से हटाया गया।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार पर साधा निशाना

समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले में मंगलवार को प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि मंच के करीब कुर्सी पर बैठे दलित व्यक्ति को पुलिस द्वारा अपमानित और पीटे जाने के बाद उसने आत्महत्या कर ली। कासगंज पुलिस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि सोरों थाना क्षेत्र के सलेमपुर बीबी इलाके में सोमवार सुबह रमेश चंद्र (45) अपने घर में फंदे से लटका हुआ पाया गया।

कासगंज एएसपी राजेश कुमार भारती ने बताया

वहीं, मामले में कासगंज के एएसपी राजेश कुमार भारती ने बताया कि कल रामलीला का मंचन हो रहा था. इस मंचन के दौरान गांव के ही रमेश चंद जो उसे समय थोड़ा नशे में थे मंच पर बैठ गए. जिसपर आयोजकों और दर्शकों ने उन्हें हटने के लिए कहा. बाद में पुलिसकर्मियों ने उन्हें वहां से हटा दिया और वह रात को घर भी चले गए.

आज सूचना प्राप्त हुई कि रमेश चंद अपने घर में रस्सी से कुंडे से लटके हुए मिले. उन्होंने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. खबर मिलते ही SHO, सीओ सिटी आदि मौके पर पहुंच गए. फिलहाल, परिजनों से वार्तालाप करके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. आगे की जांच-पड़ताल की जा रही है

 

 

 

 

 

 

 

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