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रणबीर कपूर ने कहा, “रणवीर सिंह के साथ काम करना है, भले ही मुझे स्क्रिप्ट खुद लिखनी पड़े”

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मुंबई। रणबीर कपूर की पिछली कुछ फ़िल्में भले ही बॉक्स ऑफिस पर कुछ कमाल न कर पा रहीं हों, लेकिन इससे ये कतई साबित नहीं होता कि उनकी एक्टिंग प्रतिभा सवालजनक है। रणबीर कपूर की एक्टिंग उनकी आने वाली फिल्म ‘संजू’ के ट्रेलर में देखी जा सकती है। लेकिन एक पब्लिक इंटरव्यू में रणबीर कपूर ने आजकल के दौर के सबसे सफल और काबिल अभिनेता रणवीर सिंह के साथ काम करने की इच्छा जताई है। हालाँकि उन्होंने खुद स्क्रिप्ट लिखने वाली बात खुलकर नहीं कही है। लेकिन उनकी बातों से इशारा कुछ ऐसा ही मिल रहा है।

रणबीर कपूर ने बताया कि वह अपने दौर के एक और बेहतरीन एक्टर रणवीर सिंह के साथ काम करने के लिए काफी उत्सुक हैं। अभी तक रणबीर और रणवीर को एक साथ काम करने का मौका नहीं मिला है। रणबीर ने कहा, “अपनी तरह के दो एक्टर्स को कास्ट करना कठिन होता है क्योंकि दोनों को ही फिल्म की कहानी और स्क्रिप्ट पसंद आनी चाहिए। मैं वास्तव में रणवीर सिंह के साथ काम करना चाहता हूं क्योंकि मैं उनके काम का बड़ा फैन हूं। मुझे लगता है कि उनका काम ‘पद्मावत’ में बेहतरीन था।”

रणबीर केवल रणवीर की ऐक्टिंग ही नहीं बल्कि उनकी एनर्जी के भी काफी कायल हैं। उन्होंने कहा कि, “उनका टैलंट बहुत कुछ बताता है। इसलिए मैं उनके साथ फिल्म करना चाहता हूं लेकिन यह एक अच्छी फिल्म होनी चाहिए।”

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बिहार का ‘उसैन बोल्ट’, 100 किलोमीटर तक लगातार दौड़ने वाला यह लड़का कौन

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चंपारण। बिहार का टार्जन आजकल खूब फेमस हो रहा है. बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले राजा यादव को लोगों ने बिहार टार्जन कहना शुरू कर दिया है. कारण है उनका लुक और बॉडी. 30 मार्च 2003 को बिहार के बगहा प्रखंड के पाकड़ गांव में जन्मे राज़ा यादव देश को ओलंपिक में गोल्ड मेडल दिलाना चाहते हैं.

लिहाजा दिन-रात एकक़र फिजिकल फिटनेस के साथ-साथ रेसलिंग में जुटे हैं. राज़ा को कुश्ती विरासत में मिली है. दादा जगन्नाथ यादव पहलवान और पिता लालबाबू यादव से प्रेरित होकर राज़ा यादव ने सेना में भर्ती होने की कोशिश की. सफलता नहीं मिली तो अब इलाके के युवाओं के लिए फिटनेस आइकॉन बन गए हैं.

महज 22 साल की उम्र में राजा यादव ‘उसैन बोल्ट’ बन गए. संसाधनों की कमी राजा की राह में रोड़ा बन रहा है. राजा ने एनडीटीवी से कहा कि अगर उन्हें मौका और उचित प्रशिक्षण मिले तो वे पहलवानी में देश का भी प्रतिनिधित्व कर सकते हैं. राजा ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने के लिए दिन रात मैदान में पसीना बहा रहे हैं. साथ ही अन्य युवाओं को भी पहलवानी के लिए प्रेरित कर रहे हैं.

’10 साल से मेहनत कर रहा हूं. सरकार ध्यान दे’

राजा यादव ने कहा, “मेरा जो टारगेट है ओलंपिक में 100 मीटर का और मेरी जो काबिलियत है उसे परखा जाए. इसके लिए मैं 10 सालों से मेहनत करते आ रहा हूं तो सरकार को भी ध्यान देना चाहिए. मेरे जैसे सैकड़ों लड़के गांव में पड़े हुए हैं. उन लोगों के लिए भी मांग रहा हूं कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए सुविधा मिले तो मेरी तरह और युवक उभर कर आएंगे.”

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