नेशनल
आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल ने दिया पद से दिया इस्तीफा, बताई ये वजह
नई दिल्ली। मोदी सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के बीच लंबे समय से चल रही खींचतान के बाद सोमवार को गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
इसके पीछे उन्होंने व्यक्तिगत वजह बताई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक लंबे समय से चल रहे आरबीआई और सरकार के बीच के मतभेदों को दूर करने के लिए शुक्रवार को उर्जित पटेल ने दिल्ली में पीएमओ के सीनियर अधिकारियों से मुलाकात की थी।
सूत्रों के अनुसार यह भी माना जा रहा है कि इन मुलाकातों में पीएम मोदी के साथ मीटिंग भी शामिल थी।आरबीआई की ओर से रखे जाने वाले कैश रिजर्व को लेकर वित्त मंत्रालय और केंद्रीय बैंक के बीच पैदा हुए मतभेदों को सुलझाने के मकसद से यह मीटिंग की थी।
खबरों के अनुसार वित्त मंत्रालय अगले साल चुनाव की वजह से केंद्रीय बैंक से अधिक कैश मार्केट में फ्लो करने की मांग कर रहा था, जिस पर गवर्नर ने असहमति जताई थी।
नेशनल
कौन है नारायण सिंह चौरा ? जिसने पूर्व मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल की हत्या करने का प्रयास किया
अमृतसर। शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को बुधवार को पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के बाहर ‘सेवादार’ की ड्यूटी करते समय एक शख्स ने गोली मार दी। गोली दीवार पर लगने से व्हीलचेयर पर बैठे सुखबीर सिंह बादल बाल बाल बच गये। आखिर किस शख्स ने सुखबीर सिंह बादल पर गोली चलाई और उसका मकसद क्या था। तो बता दें कि फायरिंग करने वाले शख्स का नाम नारायण सिंह चौरा है जिसने गोली चलाई जिससे हड़कंप मच गया और तुरंत ही स्वर्ण मंदिर के बाहर खड़े कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया।
कौन हैं नारायण सिंह चौरा?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, नारायण सिंह चौरा एक खालिस्तानी पूर्व आतंकवादी है, जिस पर पहले भी कई मामले दर्ज हुए हैं और वह भूमिगत रहा है। चौरा, कुछ वर्षों तक पंथिक नेता के रूप में सक्रिय था, वह डेरा बाबा नानक क्षेत्र से हैं। मंगलवार को वह सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर सुखबीर बादल के पास घूमता भी दिखाई दिया था। वह बुड़ैल जेलब्रेक का मास्टरमाइंड था। चौरा ने बब्बर खालसा इंटरनेशनल के आतंकवादियों जगतार सिंह हवारा और परमजीत सिंह भियोरा को उनके दो साथियों जगतार सिंह तारा और देवी सिंह के साथ बुड़ैल जेल से भागने में मदद की थी। उसने जेल की बिजली सप्लाई काफी देर के लिए बंद कर दी थी।
जानिए पाकिस्तान से चौरा का कनेक्शन
कथित तौर पर नारायण सिंह चौरा 1984 में पंजाब में आतंकवाद के शुरुआती चरण के दौरान पाकिस्तान भाग गया था। वहां उसने भारत में हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप की तस्करी में अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान में, उन्होंने कथित तौर पर गुरिल्ला युद्ध और देशद्रोही साहित्य पर एक किताब भी लिखी थी। चौरा पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह हत्याकांड में संदिग्ध था।
-
लाइफ स्टाइल3 days ago
पोषक तत्वों से भरपूर चुकंदर इन लोगों के लिए है नुकसानदेह, जानें कैसे
-
नेशनल3 days ago
किसान एक बार फिर दिल्ली की तरफ, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्रों में बढ़ी सुरक्षा
-
नेशनल3 days ago
आज फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखेंगे पीएम मोदी, कई सांसद और मंत्री भी रहेंगे साथ
-
खेल-कूद3 days ago
फुटबॉल मैच के दौरान बड़ा हादसा, 100 से ज्यादा लोगों की मौत
-
उत्तराखंड3 days ago
भू-कानून तोड़ने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा : पुष्कर सिंह धामी
-
उत्तर प्रदेश3 days ago
बीजेपी का आरोप, संभल हिंसा को लेकर विपक्षी दल राजनीति कर रहे हैं
-
करियर3 days ago
‘पीएम इंटर्नशिप स्कीम’ की आज से शुरुआत, प्रधानमंत्री युवाओं से करेंगे बात
-
राजनीति3 days ago
शिक्षक से नेता बने अवध ओझा