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SC ने खारिज की दाऊद की मां-बहन की याचिका, संपत्तियां होंगी जब्त

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सुप्रीम कोर्ट ने भारत के मोस्ट वांटेड अंडर्वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की मां अमीना बी और हसीना पारकर की याचिका को खारिज करते हुए दाउद की सम्पतित को जब्त करने का आदेश दे दिया है।

दाऊद के भारत से भागने के बाद उसकी संपत्तियों पर उसकी मां और बहन का ही कब्जा रहा है। इससे पहले 1998 में SFEMA ऐक्ट के तहत ट्रिब्यूनल ने दाऊद की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश दिया था। शुक्रवार को जस्टिस आरके अग्रवाल की बेंच ने हसीना पारकर और अमीना बी की याचिका को खारिज किया।

ट्रिब्यूनल के इस आदेश को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने भी ट्रिब्यूनल के फैसले को बरकरार रखा था। अब सुप्रीम कोर्ट द्वारा हसीना पारकर और अमीना बी की याचिका को खारिज किए जाने के बाद दाऊद की संपत्तियों का जब्त होना तय हो गया है।

पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक, हसीना पारकर अपने भाई की 54 बेनामी प्रॉपर्टी की देखरेख करती थीं। नागपाड़ा में 6 होटल, पीर खान रोड में गुड लक लॉज आदि शामिल हैं। हसीना पारकर के खिलाफ 88 केस ​रजिस्टर थे, लेकिन बताया जाता है कि वह अपने जीवन में सिर्फ एक बार ही कोर्ट गई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हसीना पांच हजार करोड़ रुपए की संपत्ति की मालकिन थी. वह मुंबई से ही विदेश में बैठे अपने भाई दाऊद इब्राहिम का अवैध बिजनेस देखती थीं। 6 जुलाई 2014 को हसीना की मौत हो गई थी। उसकी अंतिम यात्रा में 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे।

नेशनल

पाँच भाषाओं को मिलेगा शास्त्रीय भाषा का दर्जा, पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर सभी को दी बधाई

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नई दिल्ली। गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गुरुवार को कैबिनेट बैठक का आयोजन हुआ है। इस दौरान भारतीय भाषाओं को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है। केंद्र सरकार ने पाँच भाषाओं को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिया है।सरकार ने बांग्ला, पाली, प्राकृत, मराठी और असमिया को क्लासिकल लैंग्वेज के लिस्ट में शामिल किया है। तमिल, संस्कृत, तेलुगु, कन्नड़, मलयालम और ओड़िया को पहले से शास्त्रीय भाषा का दर्जा प्राप्त है।

पीएम मोदी ने सभी को बधाई देते हुए सोशल मीडिया “X” पर कहा, “हमारी सरकार भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को सँजोती है। उसका जश्न भी मनाती है। हम क्षेत्रीय भाषाओं को लोकप्रिय बनाने की अपने वादे पर भी अटल रहें। मुझे बेहद प्रसन्नता है कि मंत्रिमंडल ने असमिया, मराठी, बंगाली,पाली और प्राकृत को शास्त्रीय भाषा का दजा देने का निर्णय लिया। इनमें से हर एक भाषा सुंदर है और हमारी जीवंत विविधता को उजागर करती है

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने एक्स पर साझा की जानकारी

मोदी जी के नेतृत्व में आज केंद्रीय कैबिनेट ने पाली और प्राकृत भाषाओं को ‘शास्त्रीय भाषा’ का दर्जा देकर सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण-संवर्द्धन के संकल्प के प्रति कटिबद्धता को दर्शाया है।पाली और प्राकृत हमारे विस्तृत इतिहास, दर्शन, अध्यात्म और हजारों वर्ष पुरानी ज्ञान परंपरा की भाषाएँ हैं। मोदी जी के इस निर्णय से इन भाषाओं के अध्ययन और अनुसंधान को और भी गति मिलेगी, और ये भाषाएँ एक बार फिर विश्व भाषा की प्रतिष्ठा प्राप्त कर भारतीय ज्ञान परंपरा को दुनिया भर में ले जाने का माध्यम बनेंगी।

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