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प्रादेशिक

सीएम मोहन यादव सुरक्षा काफिले के लिए कुशल ड्राइवरों की तलाश जारी

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भोपाल। मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के सुरक्षा काफिले के लिए कुशल ड्राइवरों की तलाश जारी है। क्योंकि मौजूदा ड्राइवरों की कमी हो गई है, इसलिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी) को अनुभवी ड्राइवरों की जानकारी भेजने का आदेश दिया है।

ड्राइवर में हो ये क्वालिटी

ये ड्राइवर मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात गाड़ियों को चलाएंगे, जिनमें हमेशा वीवीआईपी और उनके स्टाफ मौजूद रहते हैं। चयनित ड्राइवरों की उम्र 45 साल या उससे कम होनी चाहिए, उन्हें डीएंडएम कोर्स किया होना ज़रूरी है, और ड्राइविंग का अच्छा अनुभव भी होना चाहिए। इसके अलावा उम्मीदवारों को वाहन चलाने का काफी अनुभव होना चाहिए। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि चयनित ड्राइवर को पहले किसी बड़ी सजा न मिली हो।

गाड़ी पर हो अच्छा नियंत्रण

मुख्यमंत्री की सुरक्षा एक अहम ज़िम्मेदारी है। हालांकि, मुख्यमंत्री के सुरक्षा काफिले में कुशल ड्राइवरों की कमी के कारण, पुलिस मुख्यालय पूरे प्रदेश में ड्राइवरों की तलाश कर रहा है। सभी एसपी को पत्र लिखकर योग्य ड्राइवरों की जानकारी भेजने को कहा गया है। किसी भी मुख्यमंत्री के काफिले के लिए हमेशा ऐसे ड्राइवर चुने जाते हैं जिनका गाड़ियों पर अच्छा नियंत्रण हो। क्योंकि मुख्यमंत्री के लगातार बदलते कार्यक्रम के चलते उनका काफिला अक्सर तेज गति से चलता है। इसलिए ड्राइवर का कुशल और अनुभवी होना बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनाती से पहले, ड्राइवर का वाहन चलाने का परीक्षण भी लिया जाएगा। यह परीक्षण उनकी ड्राइविंग कौशल और सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन की क्षमता का आकलन करने के लिए होगा। इसके बाद सुनिश्चित किया जाएगा कि उसे चुना जाना चाहिए या नहीं।

 

 

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उत्तर प्रदेश

शाहजहांपुर: चाइनीज मांझे से सिपाही की गर्दन कटी, बीच रोड पर तड़प-तड़पकर हुई मौत, खून से लाल हो गई सड़क

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शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां ड्यूटी पर जा रहे सिपाही की गर्दन पतंग के चाइनीज मांझे से कट गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक सिपाही का नाम शाहरुख हसन है।

शाहरुख़ अपनी बाइक से विभागीय काम से जा रहे थे। इसी दौरान उनके गले में मांझा फंस गया और वह नीचे गिर गए। आनन-फानन में स्थानीय लोग उन्हें अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद सिपाही को मृत घोषित कर दिया। मृतक सिपाही अभियोजन कार्यालय में तैनात थे और वह विभागीय काम से अजीजगंज स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज जा रहे थे। इसी दौरान गर्रा नदी पुल पर उनके गले में चाईनीज मांझे की डोर अटक गई। शाहरुख ने मांझे को बहुत हटाने की कोशिश की, लेकिन वह हटने की जगह और ज्यादा गले में धंसता चला गया।

वहां मौजूद एक चश्मदीद राकेश का कहना है कि वह दुकान पर बाहर की तरफ खड़ा था. तभी गर्रा पुल से ढलान की ओर रोड क्रॉस करते हुए सिपाही आ रहे थे तभी उसकी गर्दन मांझे में फंस गई जबकि मांजा एक बच्चा दूसरी साइड से खींच रहा था, जिससे उनकी गर्दन और कटतीं चली गई।

घटना की जानकारी मिलते ही डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह एवं एसपी राजेश एस सहित नगर मजिस्ट्रेट व अन्य अधिकारियों ने जिला अस्पताल पहुंच कर घटना की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने कहा है कि विशेष अभियान चलाकर चाइनीज मांझे की बिक्री करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील भी की है कि किसी भी तरह से पतंगबाजी के लिए चाइनीज मांझे का उपयोग न करें और न ही इसकी खरीद बिक्री करें।

गौरतलब है कि चाइनीज मांझे पर पहले से ही प्रतिबंध है, लेकिन इसके बावजूद इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है, जो अब जानलेवा साबित हो रहा है प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

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