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मुख्य समाचार

शत्रुघ्न सिन्हा की भाभी का एक सप्ताह पुराना शव बरामद

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शत्रुघ्न सिन्हा की भाभी 69 वर्षीय शीला सिन्हा, एक सप्‍ताह पुराना शव बरामद, हरियाणा के गुड़गांव के सेक्टर-51 की एमटूके सोसायटी, एसीपी हवा सिंह

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शत्रुघ्न सिन्हा की भाभी 69 वर्षीय शीला सिन्हा, एक सप्‍ताह पुराना शव बरामद, हरियाणा के गुड़गांव के सेक्टर-51 की एमटूके सोसायटी, एसीपी हवा सिंह

गुड़गांव। हरियाणा के गुड़गांव के सेक्टर-51 की एमटूके सोसायटी में एक बुजुर्ग महिला का एक सप्‍ताह पुराना शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस के मुताबिक मृतका महिला मशहूर अभिनेता, पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की भाभी थीं। वह यहां अकेले रहती थीं। पड़ोसियों को वह कई दिनों तक दिखाई नहीं दी और मकान से बदबू आने लगी तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट से पता चला है कि उन्होंने एक हफ्ते पहले आत्‍महत्‍या किया था।

विगत नौ वर्षों से अपने फ्लैट में अकेली रहती थीं

पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस ने दरवाजा तोड़कर देखा तो बुजुर्ग का शव पंखे से लटका हुआ मिला। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। मौके से कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला है। शुरुआती जांच में पुलिस इसे खुदकुशी का मामला बता रही है। एसीपी हवा सिंह ने बताया कि 69 वर्षीय शीला सिन्हा एमटूके सोसायटी में अकेले रहती थीं। वह पेशे से डॉक्टर थीं। करीब दो दशक पहले उनका पति से तलाक हो चुका था। शीला की एक बेटी और बेटा हैं। शीला यहां अकेले ही रहती थीं। उनकी बेटी गुजरात में रहती है जबकि बेटा लंदन में रह रहा है। बताया गया है कि वह मानसिक रूप से परेशान थीं।

दो दशक पहले हो चुका था तलाक

जानकारी के मुताबिक वह बेटे-बेटी के फोन भी रिसीव नहीं करती थीं। गुरुवार सुबह सदर थाना पुलिस महिला के फ्लैट पर एक सूचना के आधार पर पहुंची। दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण इसे तोड़ा गया। यहां पर देखा कि महिला ने दुप्पटे से फंदा बनाकर पंखे से फांसी लगा रखी है। मामले की जांच कर रही सदर थाना की एएसआई मंजूषा ने बताया कि महिला ने करीब एक हफ्ते पहले सूइसाइड किया था। पुलिस को मौके से कोई सूइसाइड नोट नहीं मिला है। महिला मानसिक रूप से परेशान थी। 9 साल से रह रही थीं अकेली एसीपी हवा सिंह ने बताया कि शीला सिन्हा यहां 9 साल से अकेले रह रही थीं। वह खुद गाड़ी ड्राइव करती थीं। पड़ोसियों के साथ उनकी कम बोलचाल ही थी। शीला का बेटा लंदन में डॉक्टर है। उसका खुद का हॉस्पिटल है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि वह अक्सर घर में ही बंद रहती थीं। पांच से सात दिन में एक बार शॉपिंग के लिए अपनी गाड़ी से खुद ड्राइव करके जाती थीं। इस बार कई दिनों तक वह नहीं दिखीं तो पड़ोसियों को शक हुआ। उन्होंने पुलिस को सूचना दी तो शीला की मौत का पता चला।

उत्तर प्रदेश

सुप्रीम कोर्ट के बुलडोजर एक्शन पर रोक के फैसले का मौलाना अरशद मदनी ने किया स्वागत

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नई दिल्ली। बुलडोजर एक्शन को लेकर सुप्रीम फैसला सुनाया है. कोर्ट ने कानूनी प्रक्रिया अपनाए बिना बुलडोजर एक्शन पर रोक लगा दी है। साथ ही कोर्ट ने यह भी बताया है कि अगर कोई अनधिकृत निर्माण किया गया है तो ऐसे केस में यह फैसला लागू नहीं होगा। कोर्ट ने कहा, घर बनाना संवैधानिक अधिकार है। राइट टू शेल्टर मौलिक अधिकार है।

मौलाना अरशद मदनी ने किया फैसले का स्वागत

कोर्ट के इस फैसले का जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने स्वागत किया है। मौलाना अरशद मदनी ने कहा, कोर्ट ने बिल्कुल सही स्टैंड अपनाया है। यह जमीयत उलेमा हिंद की बड़ी उपलब्धि है। हम मुबारकबाद देते हैं उन जजों को जिन्होंने लोगों की दिल की बात को सुना है, उनकी परेशानियां अपनी परेशानी समझी है। खुदा करें हमारे देश में इसी तरह गरीबों को सही हक देने के फैसले होते रहे। हम तो यह समझते हैं कि फैसला बहुत अच्छा आया है।

मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि, “कोई चीज वैध हो या अवैध “इसका फैसला न्यायपालिका करेगी। यहां फैसला आज सुप्रीम कोर्ट ने जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से गैरकानूनी बुलडोजर कार्रवाई को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनाया है। मौलाना अरशद मदनी ने गैरकानूनी बुलडोजर कार्रवाई पर रोक लगाने वाले सुप्रीम कोर्ट के इस फैसला का स्वागत करते हुए कहा कि उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट के सख्त निर्देशों से बुलडोजर कार्रवाई पर लगाम लगेगी।

बता दें कि इससे पहले इसी मामले पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने बयान देते हुए कहा था कि बुलडोजर कार्रवाई करने वाले आरोपी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई का जानी चाहिए।

 

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