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उत्तर प्रदेश

यादव समुदाय के लिए शिवपाल ने शुरू किया नया संगठन, डीपी यादव भी हैं साथ

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लखनऊ। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव ने यादव समुदाय के लिए एक नए संगठन यदुकुल पुनर्जागरण मिशन के गठन की घोषणा की। शिवपाल इसके संरक्षक होंगे, वहीं संभल के पूर्व सांसद डीपी यादव अध्यक्ष होंगे, जबकि लेखक विश्वात्मा इसके संस्थापक सदस्य हैं।

शिवपाल यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह संगठन सामाजिक न्याय के लिए लड़ेगा। यदुकुल पुनर्जागरण मिशन किसी राजनीतिक दल के लिए या उसके खिलाफ नहीं है। हम जल्द ही राज्य और देश भर में मिशन की इकाई का गठन करेंगे। उन्होंने कहा कि नया संगठन जिन मुद्दों को उठाने जा रहा है उनमें जाति आधारित जनगणना और अहीर (यादव) रेजिमेंट के गठन की मांग शामिल है।

गौरतलब है कि यादवों को समाजवादी पार्टी का मुख्य वोट बैंक माना जाता है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले यदुकुल पुनर्जागरण मिशन की स्थापना यादव समुदाय को लुभाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। शिवपाल यादव ने हाल ही में अपने भतीजे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव से दूरी बना ली थी। सपा से खींचतान के बीच शिवपाल यादव ने ने 2018 में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया का भी गठन किया।

इन विवादों की बीच पिछले दिनों सपा ने बाकायदा बयान जारी कर कहा था कि शिवपाल यादव को अगर ये लगता है कि उन्हें पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिल रहा है तो वो कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र हैं। पार्टी ने शिवपाल के साथ-साथ सुभासपा अध्यक्ष ओपी राजभर के लिए भी ऐसा ही बयान जारी किया था।

उत्तर प्रदेश

बीजेपी का आरोप, संभल हिंसा को लेकर विपक्षी दल राजनीति कर रहे हैं

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लखनऊ। संभल में बीते 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद जमकर राजनीति हो रही है। एक ओर विरोधी दल इस हिंसा के लिए योगी सरकार और बीजेपी को जिम्मेदार बता रहे हैं तो दूसरी ओर बीजेपी सपा नेताओं को जिम्मेदार बता रही है। इस हिंसा में मारे गए पांच लोगों के अलावा पीड़ितों के परिवार से मुलाकात करने के लिए कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पूरी कोशिश कर रही है।

कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने को लेकर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, “संभल हिंसा को लेकर विपक्षी दल जो राजनीति कर रहे हैं, वह उचित नहीं है। हमारी प्रतिबद्धता शांति स्थापित करने को लेकर है। न्यायालय में इसका मामला विचाराधीन है। जो भी निर्णय होगा, उसका हम अनुपालन करेंगे। रविवार को न्यायिक आयोग ने इलाके का जायजा लिया, अपनी रिपोर्ट में वो जो भी कहेंगे, हम उसकी निष्पक्ष कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं।

सरकार किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं देगी।” विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के लोग सिर्फ वोटों की फसल काटने के लिए इस प्रकार की बात कर रहे हैं। हम हर स्थिति में पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं और किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं मिलने वाली है।” बता दें कि संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के नेता वहां पर जाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, प्रशासन ने जिले में बाहरी लोगों, सामाजिक संगठनों और जनप्रतिनिधियों के प्रवेश पर रोक लगा दी है।

नेताओं के संभल जाने की सूचना पर पुलिस ने टोल प्लाजा पर मुस्तैदी बढ़ा दी है। वहीं, एक दिन पहले हिंसा की जांच के लिए गठित न्यायिक आयोग की टीम रविवार को कोतवाली परिसर पहुंची थी। हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त जज देवेंद्र कुमार अरोड़ा की अध्यक्षता में टीम ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मौजूदा हालात का जायजा लिया। आयोग की टीम ने शाही जामा मस्जिद में पहुंचकर वहां की स्थिति का भी जायजा लिया।

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