उत्तर प्रदेश
सुल्तानपुर डकैती: एक और आरोपी का हुआ एनकाउंटर, बदमाश अजय यादव के पैर में लगी गोली
सुल्तानपुर। सुल्तानपुर डकैती कांड के एक अन्य आरोपी को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम अजय यादव है। एनकाउंटर में उसके पैर में गोली लगी है। पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने बताया कि अभी तक कुल 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. साथ ही लूटा गया सारा सोना भी रिकवर कर लिया गया है. इस लूटकांड में एक आरोपी ने सरेंडर किया था, जबकि एक बदमाश मंगेश यादव एनकाउंटर में मारा गया था. अभी 4 आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गुरुवार रात STF और SOG को सूचना मिली की इस लूटकांड में शामिल एक अपराधी जिसका नाम अजय यादव है, पीढ़ी-बगिया चौराहे के पास देखा गया है। जिसके बाद मौके पर पहुंची एसटीएफ ने अजय यादव को सरेंडर करने को कहा पर अजय यादव ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में अजय यादव के पैर में गोली लगी।
कौन है अजय यादव
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पुलिस एनकाउंटर में घायल हुए अजय यादव पर 5 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें छिनैती, चोरी, डकैती के केस शामिल हैं। तीन केस जौनपुर में और एक-एक प्रतापगढ़ व सुल्तानपुर में दर्ज है। अजय मूल रूप से थाना सिंगरामऊ (जौनपुर) का रहने वाला है।
उत्तर प्रदेश
दूध के उत्पादन में यूपी की बादशाहत बरकरार
लखनऊ। बेसिक एनिमल हसबेंडरी स्टैटिक्स 2023-24 के आंकड़ों के अनुसार देश में दूध का कुल उत्पादन 239.30 मिलियन टन है। इसमें उत्तर प्रदेश का योगदान सर्वाधिक, करीब 16 फीसद का है। इसके बाद क्रम से राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब का नंबर आता है। इस तरह दूध के उत्पादन में उत्तर प्रदेश की बादशाहत बरकरार है।
इसकी एक बड़ी वजह इस सेक्टर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निजी रुचि और अपने पहले कार्यकाल से ही पशुपालकों के हित में उठाए गए कदम हैं। सरकार प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक पशुपालकों को प्रोत्साहन देने के लिए उनको नंद बाबा और गोकुल पुरस्कार से सम्मानित करती है। पिछले दिनों नस्ल सुधार के जरिए उत्पादन बढ़ाने के लिए ऑस्ट्रेलिया सरकार ने प्रदेश सरकार से सहयोग की इच्छा जताई थी। सरकार नस्ल सुधारने के लिए सेक्स शॉर्टेज तकनीक (इसमें सिर्फ बछिया होने की संभावना 90 फीसद से अधिक होती है) का प्रयोग कर रही है। गोरखपुर में खुलने वाले राजकीय पशु चिकित्सा महाविद्यालय भी नस्ल सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
पीसीडीएफ और दुग्ध संघ “सहकारिता से समृद्धि” के नारे को साकार करें : सीएम
“सहकारिता से समृद्धि” सरकार का नारा है। डेयरी सेक्टर में सहकारिता से चमत्कार संभव है। दुनिया का सबसे मजबूत ब्रांड अमूल इसकी मिसाल है। इसलिए सरकार इस पर सरकार का खासा फोकस है। हाल ही मेंमुख्यमंत्री के समक्ष प्रादेशिक कॉआपरेटिव डेयरी फेडरेशन (पीसीडीएफ) का प्रस्तुतिकरण हुआ था। इसमें उन्होंने निर्देश दिया था कि दुग्ध संघों में हर स्तर पर जवाबदेही तय करते हुए कार्य के टारगेट तय किये जाएं। दुग्ध संग्रह क्षमता बढ़ाते हुए दूध की गुणवत्ता परीक्षण के कार्यों को बेहतर करने करें। समिति से जुड़े कर्मियों का उचित प्रशिक्षण कराया जाये, उन्हें दूध की गुणवत्ता जांचने वाले जरूरी उपकरण उपलब्ध कराये जाएं और समितियां एक दूसरे से स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा करें। पशुपालकों से संवाद बढ़ाएं। सरकार के इन कदमों से डेयरी संघों की दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि होगी और किसानों की आय भी बढ़ेगी।
छोटे और भूमिहीन किसानों को होता है पशुपालन से सर्वाधिक लाभ
अधिकांश पशुपालक कम जोत वाले या भूमिहीन किसान हैं। इनके द्वारा पाले जाने वाले दुधारू पशु इनके लिए एटीएम सरीखे हैं। पशुपालन में हुए किसी भी अच्छे कार्य का बेहतर असर इन पर ही पड़ेगा। यह तबका योगी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अपनी पहली कैबिनेट में ही लघु और सीमांत किसानों का एक लाख रुपये तक का ऋण माफ कर वह इसे साबित भी कर चुके हैं। पशुपालन को प्रोत्साहन भी उसकी एक कड़ी है।
दूध के अलावा सह उत्पादों को भी आर्थिक रूप से उपयोगी बना रही सरकार
योगी सरकार पशुपालकों के अधिकतम हित में दूध के साथ गोबर, गोमूत्र आदि को भी आर्थिक रूप से उपयोगी बना रही है। मुख्यमंत्री का साफ निर्देश है किगोबर से कम्प्रेस्ड बायो गैस (सीबीजी) प्लाण्ट स्थापित किये जाएं। इसके लिए प्रदेश सरकार भूमि उपलब्ध कराएगी।
डेयरी क्षेत्र महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का एक प्रभावी जरिया
डेयरी सेक्टर महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रभावी जरिया है। सेक्टर में काम करने वाली महिलाओं की संख्या भी सर्वाधिक है। ऐसे में इस सेक्टर से महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में जोड़ने की जरूरत है। कुछ जगहों पर महिलाओं का समूह इस सेक्टर में अनुकरणीय काम भी कर रहा है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर कम्पनी इसका उदाहरण है। आने वाले समय में दुग्ध सहकारी समितियों और दुग्ध संघों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का भी मुख्यमंत्री का साफ निर्देश है।
सुधरेगी जन और जमीन की सेहत
दूध का उत्पादन और प्रति व्यक्ति प्रति ग्राम दूध की उपलब्धता बढ़ने से लोगों की सेहत सुधरेगी। यह लगातार बढ़ भी रही है। 2021 में प्रति व्यक्ति प्रति ग्राम दूध की उपलब्धता 321 ग्राम थी। 2024 में यह बढ़कर 471 ग्राम हो गई। दूध के उत्पादन की सालाना वृद्धि दर 3.78% है। स्वाभाविक है कि इसमें सर्वाधिक उत्पादन के नाते उत्तर प्रदेश का योगदान भी सर्वाधिक है।
-
लाइफ स्टाइल2 hours ago
उम्र बढ़ने का असर नहीं दिखेगा त्वचा पर, बस करना होगा यह काम
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
एनसीसी के प्रदेश स्तरीय कैंप कार्यक्रम में मुख्य अतिथि बनकर फूडमैन विशाल सिंह ने एनसीसी कैडेट्स को प्रेरित किया
-
उत्तर प्रदेश2 days ago
लखनऊ में अवैध गैस गोदाम में जबरदस्त ब्लास्ट, आधा दर्जन लोग घायल
-
खेल-कूद2 days ago
IND VS AUS: मुश्किल में टीम इंडिया, पांच विकेट गिरे, पारी की हार का खतरा मंडराया
-
मनोरंजन2 days ago
‘पुष्पा 2: द रूल’ ने दुनिया भर से कमाए 400 करोड़ रुपए
-
अन्तर्राष्ट्रीय2 days ago
आइवरी कोस्ट में भीषण सड़क हादसा, दो बसों की टक्कर में 26 की मौत, 28 लोग घायल
-
प्रादेशिक2 days ago
पटना पुलिस ने खान सर को नहीं किया गिरफ्तार, तथ्यहीन पोस्ट करने वालों पर कार्रवाई करेगी बिहार पुलिस
-
नेशनल2 days ago
सरकार और किसानों के बीच आज हो सकती है बातचीत