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मुख्य समाचार

टी-20 विश्व कप : भारत की शर्मनाक हार

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टी-20 विश्व कप 2016, भारत की शर्मनाक हार, न्‍यूजीलैंड ने 47 रनों से हराया

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टी-20 विश्व कप 2016, भारत की शर्मनाक हार, न्‍यूजीलैंड ने 47 रनों से हराया

नागपुर| न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम ने विदर्भ क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए टी-20 विश्व कप के अपने पहले मैच में मंगलवार को भारतीय टीम को 47 रनों से हरा दिया। यह विश्व कप के सुपर-10 दौर के ग्रुप-2 का पहला मैच था। न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 126 रन बनाए थे। भारतीय टीम लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई और 18.1 ओवर में 79 रनों पर ही ढेर हो गई। लक्ष्य की पीछा करने उतरी भारतीय टीम का पहला विकेट पांच रन के स्कोर पर गिरा। सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (1) पहले ओवर की पांचवी गेंद पर पवेलियन लौट गए थे। इसके बाद भारतीय बल्लेबाज लगातार विकेट गंवाते रहे और टीम मैच हार गई। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (30) ने बनाए। न्यूजीलैंड की तरफ से मिशेल सैंटनर ने सबसे ज्यादा चार विकेट लिए।

टी-20 विश्व कप 2016

इससे पहले टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कीवी टीम ने निर्धारित 20 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 126 रन बनाए। टीम की तरफ से सबसे ज्यादा रन कोरी एंडरसन (34) ने बनाए।न्यूजीलैंड के सलमी बल्लेबाज मार्टिन गुपटिल (6) ने पारी का पहला ओवर लेकर आए रविचन्द्रन अश्विन की पहली गेंद पर उनके सर के ऊपर से शानदार छक्का जड़ अपने इरादे जता दिए थे। अश्विन ने हालांकि दूसरी गेंद पर वापसी की और गुपटिल को पगबाधा कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। अगले ही ओवर में आशीष नेहरा ने कोलिन मुनरो (7) को हार्दिक पंड्या के हाथों कैच करा टीम को दूसरी सफलता दिलाई। इसके बाद मैदान पर आए एंडरसन ने कप्तान केन विलियमसन (8) के साथ पारी को आगे बढ़ाया। यह साझेदारी जब खतरनाक दिख रही थी तभी पार्ट टाइम गेंदबाज सुरेश रैना ने विलियिमसन को पवेलियन भेजा।

रॉस टेलर (10) भी रन आउट होकर पवेलियन लौटे। खतरनाक दिख रहे एंडरसन को जसप्रीत बुमराह ने बोल्ड कर टीम को बड़ी सफलता दिलाई। मिशेल सैंटनर (18) से टीम को उम्मीदें थीं लेकिन तेजी से रन बटोरने के चक्कर में वह रविन्द्र जडेजा की गेंद पर स्टम्प हो गए। अंतिम ओवरों में ल्यू रोंची ने 11 गेंदों में 21 रन बटोर कर कीवी टीम को 126 के स्कोर तक पहुंचाया। रोंची ने दो चौके लगाए और एक छक्का जड़ा। भारत की तरफ से अश्विन, नेहरा, बुमराह, रैना, जडेजा सभी ने एक-एक विकेट लिया। दो बल्लेबाज रन आउट हुए और एक बल्लेबाज स्टम्प हुआ।

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स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित महाकुम्भ के लिए प्रधानमंत्री जी देंगे ₹7000 करोड़ से अधिक का उपहार: मुख्यमंत्री

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प्रयागराज- विश्व के सबसे बड़े आध्यत्मिक-सांस्कृतिक समागम ‘प्रयागराज महाकुम्भ’ के औपचारिक शुभारंभ से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज को ₹7000 करोड़ से अधिक का उपहार भेंट करने जा रहे हैं। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री का प्रयागराज दौरा प्रस्तावित है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी पावन त्रिवेणी संगम का पूजन कर नवनिर्मित भरद्वाज आश्रम कॉरीडोर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरीडोर का लोकार्पण करेंगे।

शनिवार को प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 दिसंबर के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 के कुम्भ में राज्य सरकार ने अपने मद से 2406.65 करोड़ का व्यय किया था। पूरी दुनिया में इस महाआयोजन के प्रबंधन की प्रशंसा हुई थी। तीर्थयात्रियों की सुविधा और ‘सनातन गर्व महाकुम्भ’ की महत्ता के दृष्टिगत इस बार इसे और विस्तार दिया गया है। इस वर्ष महाकुम्भ के लिए राज्य सरकार की ओर से 5496.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जबकि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अतिरिक्त 2100 करोड़ रुपये का सहयोग प्रदान किया है। बजट की कोई कमी नहीं है, इसलिए व्यवस्था में कहीं किसी प्रकार का अभाव नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों की ओर से महाकुम्भ में अपने शिविर स्थापित करने के अनुरोध मिल रहे हैं, इस संबंध में यथोचित निर्णय तत्काल हो जाए। इसी प्रकार, महाकुंभ के दौरान ब्रह्मलीन होने वाले साधु-संतों की समाधि के लिए प्रयागराज में भूमि आरक्षित कर दी जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2019 कुंभ में कुल 5,721 संस्थाओं का सहयोग लिया गया था, जबकि महाकुंभ में लगभग 10 हजार संस्थाएं एक उद्देश्य के साथ कार्य कर रही हैं। 4000 हेक्टेयर में विस्तारित 25 सेक्टरों में बंटे महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। 12 किमी लंबाई के घाट, 1850 हेक्टेयर में पार्किंग, 450 किमी चकर्ड प्लेट, 30 पांटून पुल, 67 हजार स्ट्रीट लाइट, 1,50,000 शौचालय, 1,50,000 टेंट के साथ ही 25 हजार से अधिक पब्लिक एकोमडेशन की व्यवस्था की जा रही है। पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के विशेष स्नान पर्व पर सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकुम्भ में हर श्रद्धालु को अविरल-निर्मल गंगा में स्नान सुलभ हो, इसके लिए राज्य सरकार संकल्पित है। नदी में जीरो डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जा रहा है।

जारी निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबेदारगंज ब्रिज, हनुमान मंदिर (फेज-1) सभी चिह्नित 16 क्रिटिकल रोड से जुड़े कार्य, रिवर फ्रंट रोड, फाफामऊ-सहसो रोड, सभी 04 थीम आधारित गेट, 84 स्तंभ, मनकामेश्वर मंदिर और अलोपशंकरी मंदिर के अधूरे कार्य प्रत्येक दशा में 10 दिसंबर तक पूरे हो जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि टाइमलाइन के दबाव में कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए।

रेलवे के प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटक काशी और अयोध्याधाम का भी दर्शन करने जाएंगे। इसके अलावा, चित्रकूट की ओर भी बड़ी संख्या में लोगों के जाने की संभावना है। ऐसे में इन पवित्र स्थलों को कनेक्ट करते हुए ट्रेनों की उपलब्धता की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिया कि 10 दिसंबर तक सारे काम पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। यह स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक भी होगा। सीएम योगी ने निर्देश दिया कि महाकुम्भ को देखते हुए 7000 से अधिक बसें लगाई जाएंगी। यहां डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे। स्वच्छता पर जोर देते हुए सीएम ने निर्देश दिया कि 10 हजार कर्मचारियों की तैनाती कर यहां की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा जाए।

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