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हमलावरों ने बाबा सिद्दीकी के साथ बेटे जीशान को भी मारने का बनाया था प्लान, इस वजह से बची जान

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मुंबई। महाराष्ट्र में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। जांच एजेंसियों को पता चला है कि बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी भी हमलावरों के निशाने पर थे। हालांकि घटना वाले दिन वो अपने पिता बाबा सिद्दीकी से 10 मिनट पहले ही अपने ऑफिस से निकल गए थे। शूटरों को दोनों को मारने के लिए कहा गया था। आदेश था कि अगर वो साथ नहीं आ पाते हैं तो किसी को भी मार दें। 10 मिनट पहले निकलने की वजह से उनकी जान बच गई।

क्या करते हैं जीशान सिद्दीकी?

जीशान सिद्दीकी एक राजनेता हैं और अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। फिलहाल जीशान बांद्रा ईस्ट से विधायक हैं। उसके अलावा युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी हैं। उनके दादा अब्दुल रहीम सिद्दीकी घड़ी बनाने का काम करते थे और लगभग 50 साल पहले बिहार के गोपालगंज से मुंबई में आकर बसे थे। 66 वर्षीय सिद्दीकी मुंबई के जाने-माने राजनीतिक व्यक्ति थे, जिनका बॉलीवुड से भी करीबी संबंध रहा। उनको सलमान खान और शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड सितारों से अपने संबंधों के लिए जाना जाता था। वो अजित पवार गुट वाली एनसीपी के नेता थे और महाराष्ट्र सरकार में पहले राज्यमंत्री भी रह चुके थे। लगभग 48 साल कांग्रेस में बिताने के बाद कुछ समय पहले ही सिद्दीकी ने एनसीपी ज्वाइन की थी।

बाबा सिद्दीकी की हत्या में किसका हाथ

बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ बताया जाता है। एक तथाकथित सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मर्डर की जिम्मेदारी ली है। मुंबई पुलिस ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उन्होंने भी पूछताछ में कथित तौर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े होने का दावा किया। सिद्दीकी की हत्या की वजह फिलहाल सलमान खान का सबसे करीबी होना हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काले हिरण शिकार मामले के बाद से लॉरेन्स बिश्नोई सलमान खान को अपना दुश्मन मानता है। ऐसे में पहले लॉरेंस बिश्नोई गैंग सलमान के करीबियों को टारगेट कर रहा है। मुंबई पुलिस इस एंगल से फिलहाल जांच कर रही है।

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नेशनल

हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा -“पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री”

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राजस्थान। राजस्थान के भीलवाड़ा में बुधवार (6 नवंबर) से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पांच दिवसीय हनुमंत कथा शुरू हुई. यहां बागेश्वर सरकार अपने मुखारविंद से भक्तों को धर्म और आध्यात्मिकता का संदेश देंगे. छोटी हरणी हनुमान टेकरी स्थित काठिया बाबा आश्रम के महंत बनवारीशरण काठियाबाबा के सानिध्य में तेरापंथनगर के पास कुमुद विहार विस्तार में आरसीएम ग्राउंड में यह कथा हो रही है.

इस दौरान बागेश्वर धाम सरकार ने भी मेवाड़ की पावन माटी को प्रणाम करते हुए सबका अभिवादन स्वीकार किया. हनुमंत कथा कहते हुए बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज ने हिंदू एकता और सनातन जागृति का संदेश दिया.

उन्होंने कहा, “हनुमानजी महाराज की तरह भेदभाव रहित होकर सबको श्रीरामजी से जोड़ने के कार्य से प्रेरणा लेते हुए सनातन संस्कृति से छुआछूत जातपात के भेदभाव को मिटाना है. अगर हिंदू राष्ट्र बनाना है तो हर भेद को मिटाकर हर सनातनी को गले से लगाना होगा. व्यास पीठ पर आरती करने का हक सभी को है. इसी के तहत भीलवाड़ा शहर के स्वच्छताकर्मी गुरुवार को व्यास पीठ की आरती करेंगे.”

हिंदू सोया हुआ है

बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि वर्तमान समय में हिंदू की बुरी दशा है। कुंभकर्ण के बाद कोई सोया है तो वह हिंदू सोया है। अब हिंदुओं को जागना होगा और घर से बाहर निकलना होगा। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमारे तन में जब तक प्राण रहेंगे तब तक हम हिंदुओं के लिए बोलेंगे, हिंदुओं के लिए लड़ेंगे। अब हमने विचार कर लिया है कि मंच से हिंदू राष्ट्र नहीं बनेगा। उन्होंने कहा कि हमें ना तो नेता बनना है ना किसी पार्टी को वोट दिलाना है। हम बजरंगबली की पार्टी में है, जिसका नारा भी है- जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं।

 

 

 

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