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अन्तर्राष्ट्रीय

किम की दोस्ती पर ट्रम्प ने भोंका खंजर, जिस हाथ को मिलाया था, उसी से दबाया दुश्मनी का बटन

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नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को मिले हुए अभी एक महिना भी नहीं बीता और तल्खी के ऊपर चढ़ी मुलाकात की परत उतरने लगी है। इसी तल्खी का असर दिखा ट्रम्प के नए फ़ैसले पर। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए उत्तर कोरिया को गंभीर खतरा मानते हुए उस पर लंबे समय से लगे आर्थिक प्रतिबंध को जारी रखने का फैसला लिया है।

समाचार पत्र ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ के मुताबिक, 12 जून को उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक मुलाकात के बावजूद ट्रंप ने शुक्रवार को एक आधिकारिक घोषणा में प्रतिबंध लगाए रखने को मंजूरी दी। ट्रंप ने शुक्रवार को जिस घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किया, उसके तहत उत्तर कोरिया पर एक साल तक कठोर आर्थिक प्रतिबंध जारी रहेंगे। ट्रंप ने घोषणापत्र में कहा, “कोरियाई प्रायद्वीप पर हथियार के प्रयोग, प्रसार और जोखिम के मद्देनजर (और उत्तर कोरियाई सरकार की गतिविधियों व नीतियों के मद्देनजर) राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए उत्तर कोरिया अभी भी असामान्य और असाधारण खतरा बना हुआ है।”

इन आर्थिक प्रतिबंधों के चलते उत्तर कोरिया की अमेरिका में संपत्तियों को भी फ्रीज कर दिया गया है।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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