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उत्तर प्रदेश

योगी सरकार ने बिजली आपूर्ति में रचा कीर्तिमान, 3.45 करोड़ उपभोक्ताओं को दी जा रही बिजली

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लखनऊ: योगी सरकार ऊर्जा के क्षेत्र में लगातार नये कीर्तिमान स्थापित कर रही है। योगी सरकार ने हर घर को बिजली पहुंचाने का संकल्प और उद्योगों को निर्बाध आपूर्ति की प्रतिबद्धता के साथ ऊर्जा क्षेत्र में खुद को देश का अग्रणी राज्य साबित किया है। वर्तमान में देश में उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य हैं, जहां कई विकसित राज्यों की अपेक्षा कई गुना ज्यादा यूपी में घरेलू श्रेणी के उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति की जा रही है, जो सीएम योगी के हर घर को बिजली के संकल्प को दर्शाता है।

प्राथमिकता के आधार पर घरेलू उपभोक्ताओं तक पहुंचायी जा रही निर्बाध बिजली आपूर्ति

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वर्तमान में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड की विद्युत वितरण कंपनियां (डिस्कॉम्स) द्वारा 3.45 करोड़ उपभोक्ताओं को भीषण ग्रीष्म ऋतु में 30,618 मेगावॉट की अधिकतम डिमांड की बिजली निर्बाध रूप से उपलब्ध करायी गयी। इन उपभोक्ताओं को एचटी से लेकर एलटी वॉल्टेज पर विद्युत आपूर्ति की जा रही है। इसके लिए 4,677 से अधिक विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण किया गया है। इन डिस्कॉम्स के कुल संयोजित भार में से 62 प्रतिशत संयोजित भार घरेलू श्रेणी के हैं जबकि अन्य श्रेणियों (औद्योगिक क्षेत्र) में यह आंकड़ा 38 प्रतिशत ही है। वहीं देश के अन्य विकसित राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश आदि में घरेलू श्रेणी के संयोजित भार का प्रतिशत मात्र 25-35 प्रतिशत ही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश ने घरेलू श्रेणी में 62 प्रतिशत संयोजित भार के साथ देश के अन्य विकसित राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश को पीछे छोड़ दिया है। यह योगी सरकार की उपलब्धियों की दूरदर्शी नीतियों और योजनाओं का ही परिणाम है कि हर घर तक रोशनी पहुंचाने का लगातार प्रयास कर रही है।

योगी सरकार ने बिजली आपूर्ति को जारी किये 46 हजार करोड़

योगी सरकार की मॉनीटरिंग का ही नतीजा है कि वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 18 घंटे और तहसील मुख्यालयों में साढ़े इक्कीस घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। वहीं शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। बिजली आपूर्ति में सुधार के साथ-साथ राज्य सरकार बिजली की लागत और राजस्व वसूली को भी प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर रही है। वित्त वर्ष 2023-24 में राजस्व वसूली का प्रतिशत बढ़कर 84.36 प्रतिशत तक पहुंच गया है। योगी सरकार सब्सिडी और लॉस फंडिंग के जरिए 46,000 करोड़ की धनराशि बजट के माध्यम से निर्गत कर बिजली आपूर्ति को बाधित नहीं होने दिया। इतना ही नहीं योगी सरकार निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए कई कदम उठा रही है ताकि घरेलू उपभोक्ता से लेकर औद्योगिक संस्थानों को बिना किसी समस्या के अच्छी व्यवस्था उपलब्ध कराई जा सके। इसके तहत आरडीएसएस योजना में 16,500 करोड़ के कार्य कराए जा रहे हैं। वहीं लगभग 2.85 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रगति पर है। इसके अलावा नाेएडा, कानपुर एवं वाराणसी आदि जगहों पर नवीन तकनीक की विद्युत प्रणाली की कार्य योजनाएं भी क्रियान्वित करायी जा रही है।

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उत्तर प्रदेश

महाकुम्भ में 10 करोड़ श्रद्धालुओं ने लगाई त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी

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महाकुम्भ नगर। मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतो, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों के स्नान ने नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। गुरुवार को महाकुम्भ में स्नानार्थियों की संख्या ने नया इतिहास बनाते हुए 10 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। दोपहर 12 बजे का डेटा जारी होते ही स्नानार्थियों की संख्या 10 करोड़ का फिगर पार कर गई। महाकुम्भ में प्रतिदिन लाखों की संख्या श्रद्धालु पुण्य स्नान का फल प्राप्त कर रहे हैं। स्नान पर्व पर यह संख्या करोड़ों में पहुंच रही है। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार का अनुमान है कि इस बार महाकुम्भ में 45 करोड़ लोगों से ज्यादा लोग आने वाले हैं। महाकुम्भ की शुरुआत में ही 10 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या पार कर जाना सरकार के सटीक अनुमान की ओर संकेत दे रहा है।

महाकुम्भ में देखने को मिल रही विविध संस्कृतियों की झलक

प्रयागराज में श्रद्धालुओं / स्नानार्थियों के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। पूरे देश और दुनिया से पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु प्रतिदिन लाखों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं। गुरुवार को ही दोपहर 12 बजे तक 30 लाख लोगों ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर लिया। इसमें 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे। इसके साथ ही महाकुम्भ में 10 करोड़ स्नानार्थियों की संख्या भी पार कर गई। पूरे महाकुम्भ मेला क्षेत्र में भक्तों का तांता लगा रहा। देश के विभिन्न प्रान्तो और विश्व के अनेक देशों से आए श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान किया। संगम के तटों पर इस समय पूरे देश की विविध संस्कृतियों की झलक देखने को मिल रही है। ऊंच नीच, जात पात, पंथ से ऊपर उठकर लोग संगम स्नान कर एकता के महाकुम्भ के संकल्प को साकार कर रहे हैं।

स्नान पर्व पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़

यदि अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो 23 जनवरी तक 10 करोड़ से ज्यादा लोग संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। सर्वाधिक 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था, जबकि पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व पर 1.7 करोड़ से ज्यादा लोगों ने पावन डुबकी लगाई थी। इसके अलावा प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पुण्य स्नान कर रहे हैं।

करोड़ों की भीड़ के बावजूद शहरी जीवन पर नहीं पड़ा असर

महाकुम्भ में जहां एक ओर करोड़ों लोगों की भीड़ संगम स्नान के लिए पहुंच रही है तो वहीं प्रयागराज शहर का आम जनजीवन प्रतिदिन की तरह सुचारू रूप से चल रहा है। स्नानार्थियों का किसी तरह का कोई दबाव शहरी जीवन पर नहीं पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने सिर्फ प्रमुख स्नान पर्वों के दिन कुछ बंदिशें लगाई हैं, जबकि बाकी दिन स्कूल, ऑफिस, कारोबार अपनी गति से आगे बढ़ रहा है। इससे शहरवासियों में भी खुशी की लहर है।

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