मुख्य समाचार
नूतन ठाकुर ने राज्यपाल को लिखा पत्र, लोकायुक्त की जांच की मांग
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लखनऊ। सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नूतन ठाकुर ने गुरुवार को राज्यपाल राम नाईक को पत्र लिखकर लोकायुक्त एन.के. मेहरोत्रा द्वारा खनन मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति को बचाने का आरोप लगाते हुए इसकी जांच कराए जाने की मांग की है।
पत्र में डॉ. नूतन ने कहा है कि महरोत्रा ने 25 मई के अपने आदेश द्वारा मंत्री प्रजापति के खिलाफ दर्ज कराई गई तमाम गंभीर शिकायतों को सतही तौर पर जांचते हुए यह कहते हुए खारिज कर दिया कि इनमें कोई तथ्य नहीं है। डॉ. नूतन ने 2 जून को शपथपत्र द्वारा कहा था कि लोकायुक्त ने दिए गए 54 बिंदुओं में से मात्र 15 बिंदुओं पर विश्लेषण किया और 39 बिंदुओं को अनुत्तरित रखा। आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी डॉ. नूतन के अनुसार, उन्होंने बहुत विस्तार से इन सभी बिंदुओं पर वास्तविक स्थिति स्पष्ट कर दी थी, पर दो माह बीतने पर भी इन पर ध्यान नहीं दिया गया है।
डॉ. नूतन ने 30 जनवरी को राज्यपाल को भेजे गए उस पत्र का भी हवाला दिया है, जिसमें लोकायुक्त ने स्वीकार किया था कि मंत्री प्रजापति मामले में उन पर भारी राजनीतिक दबाव है।
उत्तर प्रदेश
कौन है भोले बाबा, जिनके सत्संग में मची भगदड़ में गई सैकड़ों जानें
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के हाथरस में बाबा भोले के सत्संग में मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 121 तक पहुंच गई है। जबकि 200 से ज्यादा घायल हैं। मृतकों में अभी कईयों की पहचान नहीं हो पाई है। इसके लिए प्रशासन की ओर मृतकों की सूची जारी की गई है। इस बीच एक सवाल उठने लगा है कि आखिर वह भोले बाबा कौन है, जिनका सत्संग सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे थें।भोले बाबा के नाम से विख्यात बाबा पश्चिमी यूपी में काफी लोकप्रिय हैं। इनका सत्संग सुनने के लिए आसपास के राज्यों से भी लोग आते हैं और लाखों की संख्या में उनके अनुयायी हैं।
भोले बाबा का जन्म उत्तर प्रदेश के एटा जिले में हुआ था। पटियाली तहसील में गांव बहादुर में जन्मे भोले बाबा खुद को गुप्तचर यानी इंटेलीजेंस ब्यूरो का पूर्व कर्मचारी बताते हैं। उनका दावा है कि 26 साल पहले सरकारी नौकरी छोड़ धार्मिक प्रवचन करने लगे। उनका दावा है कि 18 साल की नौकरी से VRS लेने के बाद भगवान से साक्षात्कार हुआ। नौकरी से त्यागपत्र देकर सूरज पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए। पटियाली में अपना आश्रम बनाया। गरीब और वंचित समाज में तेजी से प्रभाव बनाने वाले भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है। बताया जाता है कि कई IAS-IPS भी उनके भक्त हैं। उनके सत्संग नें बड़े नेता और अधिकारी भी पहुंचते हैं। भोले बाबा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली समेत देशभर में लाखों अनुयायी हैं।
आपको बता दें कि भोले बाबा अन्य लोगों की तरह भगवाधारी ना होकर सफेद सूट और सफेद जूता पहनते हैं। इसके उलट बाबा के सेवादार काले कपड़ों में दिखाई देते हैं। ये सेवादार प्रत्येक मंगलवार को होने वाले कार्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी जैसे भोजन, पानी और ट्रैफिक संभालते हैं। बाबा की खासियत है कि भले ही उनके सोशल मीडिया पर ढेरों फालोवर ना हों लेकिन जमीनी स्तर पर बाबा के लाखों भक्त हैं।
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