आगरा। आगरा के जगनेर के ब्रह्माकुमारी आश्रम में दो ब्रह्माकुमारी बहनों को खुदकुशी करने के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने एक ब्रह्माकुमारी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ की जा रही है। सुसाइड नोट में चार लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।
वहीं मुख्य आरोपी नीरज सिंघल की गिरफ्तारी के लिए टीम माउंट आबू भेजी गई है। अभी तक की जांच में आत्महत्या के पीछे उत्पीड़न और 25 लाख रुपये की धोखाधड़ी की बात सामने आई है। रूपवास, भरतपुर का रहने वाला नीरज करीब 20 साल से एकता व शिखा के साथ जगनेर के केंद्र में रह रहा था।
जगनेर में ब्रह्माकुमारी प्रजापिता केंद्र का निर्माण पूरा होने पर उसने यहीं रहने की बात कही थी। इस पर एकता और शिखा को उनके पिता ने जमीन बेचकर सात लाख रुपये ब्रह्मकुमारीज प्रजापिता केंद्र बनवाने में सहयोग के लिए दिए थे, जबकि 18 लाख रुपये दोनों बहनों ने दानदाताओं से जुटाए थे।
बहनों ने सुसाइड नोट में लिखा है कि केंद्र में साथ रहने वाले नीरज और ब्रह्माकुमारी, अन्य बहनों को धोखा देकर करीब एक वर्ष पहले 25 लाख रुपये लेकर चले गए थे। इस धनराशि को अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में खर्च कर ग्वालियर में एक फ्लैट ले लिया। एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने बताया कि मामले में ताराचंद, गुड्डन और ग्वालियर की एक ब्रह्माकुमारी को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। नीरज की गिरफ्तारी के लिए टीम भेजी गई हैं।