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प्रादेशिक

टोक्यो ओलंपिक पदक विजेताओं को योगी सरकार ने किया सम्मानित

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लखनऊ। टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतकर भारत का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को गुरूवार को योगी सरकार ने सम्मानित किया। पदक विजेताओं के सम्मान समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई मंत्री शामिल हुए। कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि प्रयागराज कुंभ की स्मृतियों को आगे बढ़ाने हेतु ‘खेल महाकुंभ’ में खेल प्रतिभाओं के सम्मान समारोह में उपस्थित हैं। टोक्यो ओलंपिक में देश के पदक विजेताओं व प्रतिभागी खिलाड़ियों का मैं स्वागत करता हूं। हम सब ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के अभिन्न अंग हैं।

उन्होंने आगे कहा यूपी सरकार द्वारा आज ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाने वाली खेल प्रतिभाओं का सम्मान किया जा रहा है। कांस्य पदक विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सभी 19 खिलाड़ियों को प्रति खिलाड़ी ₹01 करोड़ की सम्मान राशि प्रदान की गई है। टीम के मुख्य प्रशिक्षक को ₹25 लाख व टीम के प्रशिक्षक एवं सहायक स्टाफ को ₹10 लाख की सम्मान राशि दी गई। ओलंपिक में चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम की 19 खिलाड़ियों को प्रति खिलाड़ी ₹50 लाख की सम्मान राशि प्रदान की गई। टीम के प्रशिक्षक व सहायक स्टाफ को ₹10 लाख प्रति सदस्य प्रदान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल प्रतिस्पर्धा को आगे बढ़ाने और खेलों इंडिया के तहत प्रदेश को अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने के लिए  उत्तर प्रदेश सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य किया जा रहा है। आज मुझे घोषणा करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि उत्तर प्रदेश के सपूत और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी के नाम पर स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएगी।

सीएम योगी ने बताया कि दो खेलों को उत्तर प्रदेश सरकार गोद लेगी और अगले 10 वर्षों तक उनका वित्तीय पोषण करेगी। उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश सरकार लखनऊ में एक कुश्ती अकादमी की भी स्थापना करेगी। कुश्ती फेडरेशन ने इसके लिए प्रस्ताव रखा था, जिस पर सरकार ने सहमति दी है। खेल प्रतिस्पर्धाओं में तेजी लाने व खेलो इंडिया  के तहत राज्य को अग्रणी बनाने हेतु उत्तर प्रदेश पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। अब तक 71 स्टेडियम, 02 मिनी स्टेडियम, 68 बहुउद्देशीय हॉल, 38 तरणताल आदि का निर्माण हो चुका है।

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प्रादेशिक

बिहार में पुरुष शिक्षक हुआ गर्भवती, मैटरनिटी लीव भी मिला, जानें पूरा मामला

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हाजीपुर। अक्सर बिहार का शिक्षा विभाग सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार तो शिक्षा विभाग में बड़ा कांड हो गया। शिक्षा विभाग ने एक पुरुष BPSC शिक्षक को गर्भवती बना दिया और मैटरनिटी लीव (मातृत्व अवकाश) भी दे दी। खबर सामने आने के बाद अब बिहार शिक्षा विभाग और टीचरों का मजाक उड़ रहा है।

आधिकारिक वेबसाइट पर हुआ अपलोड

यह मामला हाजीपुर महुआ प्रखंड क्षेत्र के उच्च विद्यालय हसनपुर ओसती का है। यहां पर तैनात बीपीएससी टीचर जितेंद्र कुमार सिंह को शिक्षा विभाग की तरफ से गर्भवती बताकर छुट्टी दे दिया गया है। शिक्षा विभाग के पोर्टल ई शिक्षा कोष पर जितेंद्र कुमार सिंह को मैटरनिटी लीव दिया गया है। शिक्षा विभाग की नजरों में और ऑफिशल वेबसाइट के अनुसार, शिक्षक जितेंद्र कुमार सिंह प्रेग्नेंट हैं और छुट्टी पर हैं।

गौर करने वाली बात यह है कि मैटरनिटी लीव सिर्फ और सिर्फ महिला टीचर के लिए होती है। महिला शिक्षकों को यह छुट्टी तब मिलती है जब वह गर्भवती हों और बच्चे को जन्म देने वाली हों। लेकिन हाजीपुर में तो मामला ही पलट गया है। यहां तो पुरुष टीचर को भी मैटरनिटी लीव दिया गया है।

शिक्षा विभाग ने मानी गलती

हालांकि इस मामले में प्रखंड शिक्षा अधिकारी अर्चना कुमारी ने विभाग की गलती कबूल करते हुए यह बात कहा है कि गड़बड़ी से पोर्टल पर इस तरीके का हुआ है। पुरुष टीचर को इस तरीके की छुट्टी नहीं दी जाती। इसमें जल्द ही सुधार किया जाएगा।

लोग शिक्षा विभाग का बना रहे मजाक

जिस तरीके से एक टीचर को महिलाओं को मिलने वाली छुट्टी दी गई है, उससे जिले के पुरुष शिक्षकों में आक्रोश भी है और हंसी ठिठौली करने का एक अनोखा मुद्दा मिल गया है। शिक्षा विभाग ने कमरे पर जाकर मीडिया से बात करने का अनुमति नहीं दी है नहीं तो टीचर ना जाने क्या-क्या बात मजाक में बोल रहे हैं।

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