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प्रादेशिक

सीएम योगी ने उज्‍जवला योजना के दूसरे चरण के लाभार्थियों को नि:शुल्क बांटे एलपीजी कनेक्शन

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना के दूसरे चरण के लाभार्थियों को नि:शुल्क एलपीजी कनेक्शन बांटे। इस योजना से राज्य की 20 लाख महिलाओं को गैस कनेक्शन दिए जाएंगे।

इस दौरान उन्होंने सरकारी आवास से वर्चुअल कार्यक्रम के जरिए विभिन्न जिलों के लाभार्थियों से संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि पहले गैस के लिए लाइन में लगे लोगों पर लाठियां बरसती थी लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी की इस योजना ने लोगों को बहुत लाभ दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस एक योजना ने एक ओर जहां हमारी माताओं-बहनों को चूल्हे के धुएं से आजादी दिलाकर उनकी सेहत का ख्याल रखा है तो दूसरी ओर ईंधन की व्यवस्था करने की दुश्वारी, बरसात के महीनों में गीली लकड़ी की समस्या और रसोईघर में घंटों रहने की मजबूरी से भी निजात दिलाई है।

योगी ने कहा कि 2014 से पहले इसी देश में एक अदद सिलेंडर लेने के लिए रात 12 बजे से कतारें लगती थीं। सिलेंडर मिले या न मिले, पर विरोध किया तो लाठियां जरूर बरसती थीं। आज घर बैठे मुफ्त कनेक्शन मिल रहा है। यह होता है बदलाव।

उन्होंने कहा कि यह योजना महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त उदाहरण है, महिलाएं ही परिवार का भोजन बनाने के लिए हमेशा से चिंतित रही हैं और सरकार ने इन महिलाओं की चिंता करते हुए उन्हें मुफ्त में रसोई गैस के कनेक्शन वितरित करने का निर्णय लिया है।

लकड़ी और कोयले पर खाना बनाने को मजबूर हुई महिलाओं के सामने अब एक बेहतर विकल्प है। इस योजना के दूसरे चरण में देश में एक करोड़ परिवारों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन देखे की कम्पनी/एजेंसी का एक प्रतिनिधि लोगों को प्रशिक्षण जरूर दें। चूल्हा-सिलेंडर के बीच की दूरी, सिलेंडर लीकेज की सावधानी।

सोनभद्र, बांदा, महोबा, चित्रकूट, रायबरेली, हरदोई, बदायूं, अमेठी, फतेहपुर एवं फरुर्खाबाद जिलों की लाभार्थी महिलाओं से वर्चुअली बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की गृहिणी महिलाओं के सरल जीवन को सुनिश्चित करने वाली उज्‍जवला योजना के पहले चरण की शुरूआत बलिया से हुई थी, तो दूसरे चरण के शुभारंभ के लिए भी प्रधानमंत्री ने यूपी के महोबा को चुना।

प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना 2.0 के तहत अब न केवल मुफ्त में एलपीजी कनेक्शन मिल रहा है, बल्कि साथ में पहला रिफिल गैस सिलेंडर भी नि:शुल्क दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री उज्‍जवला योजना समाज के अंतिम पायदान पर खड़ी महिलाओं के जीवन में व्यापक परिवर्तन कर उन्हें धुएं से होने वाली बीमारियों से मुक्ति दिलाने का माध्यम बनी है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उज्‍जवला योजना 1.0 के अंतर्गत मातृशक्ति को 8 करोड़ एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं।

उज्‍जवला 2.0 के तहत मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन और रिफिल सिलेंडर पाने वाली 10 जिलों की महिलाओं ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री से अपनी दुश्वारियों की कहानी भी साझा की। हरदोई की रेखा देवी हों या फरुर्खाबाद की शबाना और रजनी, सबका यही कहना था कि एलपीजी कनेक्शन के अभाव में चूल्हा फूंकना किस्मत बन गई थी। 5 सदस्यों के लिए हर दिन भोजन बनाने वाली अमेठी की गीता ने बताया कि रसोई गैस कनेक्शन मिलना, जिंदगी बदलने से कम नहीं। बांदा की साफिया, सोनभद्र की रानी और रायबरेली की राजकुमारी देवी ने बरसात के दिनों में गीली लकड़ियों से होने वाली मुसीबत की कहानी मुख्यमंत्री को सुनाई।

योजना के पहले चरण में देश के आठ करोड़ से अधिक परिवारों को रसोई गैस कनेक्शन दिए जा चुके हैं। प्रदेश में 1.47 करोड़ परिवार लाभान्वित हुए हैं। यह संख्या देश में सर्वाधिक है। अब इसके दूसरे चरण में प्रदेश में 20 लाख रसोई गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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