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प्रादेशिक

डॉ महेंद्र सिंह गोंडा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया हवाई सर्वेक्षण

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लखनऊ। प्रदेश के जल शक्ति, सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री डॉ महेंद्र सिंह ने मंगलवार को जनपद गोण्डा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके उपरान्त उन्होंने कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की तथा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की।

समीक्षा बैठक के उपरांत उन्होंने प्रेस वार्ता कर पत्रकारों को बाढ़ प्रबंधन के तहत जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों तथा जनपद में बाढ़ की स्थिति के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा की माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार बाढ़ से प्रभावित गांवों में हर प्रभावित व्यक्ति को शासन की मंशा अनुसार राहत और मदद मुहैया कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रबंधन को लेकर किए जा रहे प्रयास संतोषजनक है तथा जनपद में स्थिति सामान्य है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राहत सामग्री मानक अनुसार उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि राशन की किट अलग से उपलब्ध कराया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि जरूरतमंद तक राहत प्रत्येक दशा में पहुंचे।

तटबंध की निगरानी के लिए कलेक्ट्रेट में लगाए गए लाइव सीसीटीवी कैमरे की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि वह इसे माननीय मुख्यमंत्री जी को दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बादल फटने से अगले एक-दो दिनों में घाघरा नदी का जलस्तर बढ़ेगा परंतु स्थिति सामान्य रहेगी। कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल मग्नता के कारण प्रभावित फसल का आंकलन कर प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।

उन्होंने कहा कि आगामी 10 सितंबर तक विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। डीपीआरओ और सीएमओ को निर्देशित किया कि जल मग्न हुए गांवांे में नियमित रूप से फॉगिंग कराई जाए व एंटीलार्वा का छिड़काव कराएं, जिससे संक्रामक बीमारियों का ख़तरा पैदा न हो, साथ ही गांव में सभी आवश्यक दवाएं वितरित कराई जाएं।

बैठक में जनपद के जनप्रतिनिधियों से जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ राहत को लेकर किए जा रहे कार्यों के बारे में फीडबैक भी प्राप्त किया। इस दौरान विधायक मेहनौन विनय द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, सीडीओ शशांक त्रिपाठी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट सूरज पटेल, एडीएम राकेश सिंह, एएसपी शिवराज, सिटी मजिस्ट्रेट वंदना त्रिवेदी, सीएमओ डॉ आरएस केसरी, सांसद गोंडा के प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्रा, चीफ इंजीनियर सिंचाई विभाग, एसडीएम करनैलगंज हीरालाल, एसडीएम कुलदीप सिंह, डीपीआरओ, जिला पूर्ति अधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, एक्सईएन विद्युत, जिला आपदा विशेषज्ञ, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर, दीपक अग्रवाल, महामंत्री राकेश तिवारी अन्य विभागीय अधिकारी तथा जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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