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प्रादेशिक

प्रदेश में 07 करोड़ से अधिक टेस्ट तथा टीकाकरण किये जा चुके हैंः नवनीत सहगल

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लखनऊ। अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी के 3टी ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट अभियान के साथ-साथ अभिनव प्रयोग करते हुए टीकाकरण से प्रदेश में कोरोना संक्रमण नियंत्रित करने में सफलता मिली है। इस अभिनव प्रयोग सेें कोरोना संक्रमण में कमी आयी है। उन्होंने बताया कि 3टी के कारण ही 30 अप्रैल, 2021 के एक्टिव मामले 3,10,783 से घटकर मात्र 258 हो गये है तथा 30 अप्रैल के प्रतिदिन कोविड केस 38 हजार से घटकर 36 हो गये है। प्रदेश में सक्रिय मामले कम होने पर भी कोविड-19 के टेस्ट करने की संख्या घटाई नहीं जा रही हैं। प्रदेश में 07 करोड़ से अधिक टेस्ट तथा टीकाकरण किये जा चुके है।

सहगल ने बताया कि लगभग 16 लाख से अधिक निःशुल्क मेडिकल किट भी बांटी गयी है। उन्होंने बताया कि सर्विलांस के माध्यम से सरकारी मशीनरी द्वारा उत्तर प्रदेश की 24 करोड़ की जनसंख्या में से अब तक लगभग 17.24 करोड़ से अधिक लोगों से उनका हालचाल जाना गया है।

सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा कोविड की संभावित तीसरी लहर के संबंध में निरन्तर कोविड-19 प्रबंधन हेतु गठित टीम-09 की बैठक में मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि डेंगू से बचने हेतु ग्राम्य विकास, नगर विकास, महिला बाल विकास, स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन विभाग अंतर्विभागीय समन्वय के साथ स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष अभियान चलाया जाए।

इस अभियान में आशा, संगिनी, आंगनबाड़ी सहित सभी संबंधित कर्मियों को सक्रिय किया जाए। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि कोरोना के कारण हुयी मौतों मेें मृतक आश्रितों को प्रदेश सरकार द्वारा दी जाने वाले आर्थिक सहायता अथवा सेवायोजित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।

उन्होंने बताया कि कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए लगभग 6700 पीकू/नीकू बेड तैयार कर लिये गये है तथा लगभग 17000 से अधिक डॉक्टर/पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। प्रदेश में 338 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके है।  उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट के संचालन हेतु आईटीआई से प्रशिक्षित 332 युवाओं को जिम्मेदारी दी गई है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश पर स्थानीय स्तर पर पैरामेडिक्स व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का भी व्यवहारिक प्रशिक्षण कराया जायेगा तथा ऑक्सीजन प्लांट हेतु नोडल अधिकारी की तैनाती भी की जायेगी। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि किसानों, व्यापारियों और अन्य छोटे उपभोक्ताओं के बिजली बकाये के एकमुश्त समाधान नवीन योजना प्रस्तुत की जाये। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि बिजली बिल में ओवरबिलिंग और फाल्स बिलिंग की शिकायतों का समाधान निकाला जाए।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 2,22,210 सैम्पल की जांच की गयी है। प्रदेश में अब तक कुल 7,27,49,298 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 36 नये मामले आये हैं। प्रदेश में अब तक कुल 16,86,287 लोग कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के कुल 258 एक्टिव मामले हैं, जिनमें से 182 लोग होम आइसोलेशन में हैं।

श्री प्रसाद ने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। प्रदेश में कल 9,61,118 वैक्सीन की डोज लगायी गई। पहली डोज 6,22,81,084 तथा दूसरी डोज 1,18,79,444 तथा कल तक कुल 7,41,60,528 डोजें लगायी गयी हैं। उन्होंने बताया कि जलभराव व जलजनित रोग डेंगू, मलेरिया आदि बिमारियों से बचाव के लिए लगातार जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है तथा लोगों से जागरूक रहने की अपील की जा रही है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देश दिये है कि वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा साफ-सफाई, उपचार तथा दवाइयों का निरीक्षण किया जा रहा है। कोविड संक्रमण अभी पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए सभी लोग कोविड अनुरूप आचरण करे। टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का पालन अवश्य करें। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर कोविड हेल्पलाइन 18001805145 पर सम्पर्क करे।

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IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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