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प्रादेशिक

छत्तीसगढ़ बना देश का सबसे स्वच्छ राज्य, इंदौर पांचवी बार सबसे साफ शहर

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नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को लगातार पांचवी बार देश के सबसे स्वच्छ शहर का अवार्ड मिला है। वहीं राज्यों की कैटेगरी में स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ को लगातार तीसरी बार देश के सबसे स्वच्छ राज्य का अवार्ड मिला है। गंगा टाउन कैटेगरी के अंतर्गत वाराणसी को देश के सबसे स्वच्छ गंगा शहर का खिताब मिला है।

नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के सबसे स्वच्छ राज्य का खिताब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को दिया। वर्ष 2019 एवं 2020 में भी स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ देश का सबसे अग्रणी राज्य था। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य सरकार की पूरी टीम और राज्य के लोगों की मेहनत को इस पुरस्कार का श्रेय दिया और बधाई दी।

स्वच्छ सर्वेक्षण -2021 के अंतर्गत स्वच्छता के मामले में लगातार पांचवी बार मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को नंबर वन शहर का अवार्ड मिला है। इसके साथ ही इंदौर को कचरा मुक्त शहर की स्टार रेटिंग और सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज अवार्ड भी मिला है। इस सर्वेक्षण के मुताबिक गुजरात का सूरत देश का दूसरा सबसे अधिक स्वच्छ शहर है जबकि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा को तीसरे सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है। आपको बता दें कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 के लिए देश भर में 5 करोड़ से ज्यादा लोगों का फीडबैक लिया गया है।

विजेताओं को पुरस्कार देने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छता के मामले में किए जा रहे प्रयासों को लेकर सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि स्वच्छता को लेकर देशवासियों की सोच में आया बदलाव इस अभियान की सबसे बड़ी सफलता है।

उन्होंने सफाई को लेकर छठ महापर्व की तारीफ करते हुए कहा कि अब बच्चे भी बड़े लोगों को गंदगी फैलाने से रोकने लगे हैं। उन्होंने सरकार द्वारा चलाए जा रहे सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज की तारीफ करते हुए सलाह दी कि सीवरों और सेप्टिक टैंक की मशीन द्वारा सफाई की सुविधा देश के सभी शहरों में शुरू की जानी चाहिए, क्योंकि मनुष्य द्वारा मैला ढोना एक शर्मनाक प्रथा है और इसे रोकने की जिम्मेदारी समाज और सरकार दोनों की है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वच्छ अमृत महोत्सव के अंतर्गत स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 , कचरा मुक्त शहरों के लिए स्टार रेटिंग और सफाई मित्र सुरक्षा चैलेंज की कैटेगरी में भी शहरों को सम्मानित किया। 2016 में 73 शहरों के मुकाबले 2021 में स्वच्छ सर्वेक्षण में देश के 4,320 शहरों ने भाग लिया था। इनमें से 342 शहरों को स्टार रेटिंग के तहत प्रमाणपत्र दिया गया है।

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उत्तर प्रदेश

जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियों का एक्सीडेंट, बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत

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नोएडा। उत्तर प्रदेश के नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह करीब 5 बजे भीषण हादसा हो गया। इस हादसे में जगतगुरु कृपालु जी महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। इसके अलावा उनकी दो बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं। घायल दोनों बेटियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है। हादसे के बाद जगतगुरु कृपालु परिषत की ओर से शोक संदेश भी जारी किया गया है। संदेश जारी करने के बाद भक्तों द्वारा इस घटना को लेकर दुख व्यक्त किया जा रहा है।

दिल्ली जाते समय हुआ हादसा बताया जा रहा है कि मथुरा से जगतगुरु कृपालु जी महाराज की तीनों बेटियां डॉ. विशाखा त्रिपाठी, डॉ. कृष्णा त्रिपाठी और डॉ. श्यामा त्रिपाठी कार से दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए निकलीं थीं। उनके साथ आश्रम से जुड़े अन्य लोग भी मौजूद थे। दिल्ली एयरपोर्ट से उनको फ्लाइट पड़कर सिंगापुर जाना था। कार यमुना एक्सप्रेसवे पर दनकौर कोतवाली क्षेत्र में पहुंची थी। इसी दौरान तेज रफ्तार की एक डीसीएम ने आगे चल रही दोनों कारों में टक्कर मार दिया। टक्कर लगने के बाद कार क्षतिग्रस्त हो गईं।

हादसे में बड़ी बेटी का निधन

हादसे में कृपालु जी की बड़ी बेटी 65 साल की डॉ. विशाखा त्रिपाठी का निधन हुआ है. हादसा दो छोटी बेटियों, डॉ. श्यामा त्रिपाठी व डॉ. कृष्णा त्रिपाठी की हालत गंभीर बताई जाती जा रही है. सभी घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. सिंगापुर जाने के लिए तीनों बहनें फ्लाइट पकड़ने एयरपोर्ट के लिए जा रही थीं.

 

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