विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश में जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करते हुए, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से नागरिक संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को रद्द करने के लिए कहा। बाराबंकी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि ‘सीएए-एनआरसी को भी कृषि कानूनों की तरह वापस लिया जाना चाहिए।’
‘ये सब राजनीति के बजाय थिएटर में होना चाहिए।’-ओवैसी
ओवैसी ने पीएम मोदी और बीजेपी के अन्य नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि ‘ये सब राजनीति के बजाय थिएटर में होना चाहिए।’ बाराबंकी की बैठक में एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि ‘अगर मोदी बॉलीवुड में होते तो उन्हें सभी पुरस्कार मिल जाते। पीएम और लगभग सभी भाजपा नेताओं ने आंदोलनकारियों को देशद्रोही कहा था और उन्हें आतंकवादी करार दिया था। जैसे-जैसे यूपी और कुछ अन्य राज्यों में विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, पीएम किसानों से माफी मांग रहे हैं।’
ओवैसी ने दी चेतावनी, कही ये बात
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सीएए और एनआरसी को खत्म नहीं किया गया, तो प्रदर्शनकारी ‘सड़कों पर उतरेंगे और इसे शाहीन बाग में बदल देंगे।’ ओवैसी ने रविवार को यूपी के बाराबंकी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘सीएए संविधान के खिलाफ है, अगर भाजपा सरकार इस कानून को वापस नहीं लेती है, तो हम सड़कों पर उतरेंगे और यहां एक और शाहीन बाग बन जाएगा।’