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प्रदेश के प्रत्येक जिले में कोरोना टेस्ट की संख्या को तीव्र गति से बढ़ाया जाएः सीएम योगी

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोविड संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए।

मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 10 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 03 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 139 है।

मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि जनपद अमरोहा, औरैया, अयोध्या, आजमगढ़, बागपत, बलरामपुर, बस्ती, बहराइच, भदोही, बिजनौर, बुलन्दशहर, चन्दौली, चित्रकूट, एटा, इटावा, फतेहपुर, फिरोजाबाद, हमीरपुर, हापुड़, हरदोई, हाथरस, जालौन, कासगंज, कौशाम्बी, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, महोबा, मऊ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रामपुर, शाहजहांपुर, श्रावस्ती तथा सुल्तानपुर में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रिकवरी दर 98.7 प्रतिशत है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड टेस्टिंग और कोविड टीकाकरण में उत्तर प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड टीकाकरण को और तेज करने के प्रभावी प्रयास किए जाएं। प्रदेश में 08 दिसम्बर से 31 दिसम्बर, 2021 तक 04 करोड़ कोरोना वैक्सीन की डोज लगाने का लक्ष्य रखा जाए। इसके लिए कार्ययोजना बनाकर प्रभावी कार्यवाही की जाए। प्रदेश के प्रत्येक जिले में आर0टी0पी0सी0आर0 लैब संचालित हैं। इसके दृष्टिगत कोरोना टेस्ट की संख्या को तीव्र गति से बढ़ाया जाए।

बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में गत दिवस तक 17 करोड़ 07 लाख 33 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 05 करोड़ 50 लाख 21 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। 11 करोड़ 57 लाख 11 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की 78.49 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 72 हजार 616 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 08 करोड़ 88 लाख 21 हजार 558 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि विश्व के अनेक देशों में कोरोना के नए वैरिएण्ट से संक्रमित लोगों की संख्या मंे बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों और राज्यों से प्रदेश आ रहे हर व्यक्ति की जांच की जाए। लक्षण मिलने पर उन यात्रियों को होम क्वारण्टीन में भेजकर उनकी मॉनीटरिंग की जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन तथा एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए जांच की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में निगरानी समितियों को सक्रिय रखा जाए। मेडिसिन किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। सभी अस्पतालों तथा मेडिकल कॉलेजों में आई0सी0यू0 बेड के मेडिकल उपकरणों को क्रियाशील रखा जाए। किसी भी सम्भावित परिस्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सभी व्यवस्थाओं को सक्रिय रखा जाए। इसके दृष्टिगत 17 व 18 दिसम्बर, 2021 को मॉक ड्रिल की जाए।

मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना का कार्य यथाशीघ्र पूरा किया जाए। ऑक्सीजन प्लाण्ट के संचालन के लिए प्रशिक्षित तकनीकी कर्मियों की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक 528 ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील किए जा चुके हैं। उन्होंने 16 जनपदों में पी0पी0पी0 मॉडल पर स्थापित किए जा रहे मेडिकल कॉलेजों की निर्माण प्रक्रिया को और तेज किए जाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री जी ने रीजनल वायरोलॉजी सेण्टर की स्थापना की कार्यवाही को तेजी से आगे बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वायरोलॉजी संस्थान की स्थापना हो जाने पर चिकित्सा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय जांच व शोध की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फॉगिंग की कार्यवाही को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश भी दिए।

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

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