Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

लखनऊ में बढ़े कोरोना के मामले, फिर से खोले गए कोविड वार्ड

Published

on

Loading

लखनऊ। यूपी के लखनऊ में कोरोना वायरस के मामलों में अचानक आई तेजी से जिला प्रशासन हरकत में आ गया है। अब सभी सरकारी जिला अस्पतालों और सरकारी सहायता प्राप्त चिकित्सा शिक्षा संस्थानों को रविवार से कोविड वाडरे को फिर से खोलने का निर्देश दिया है। राज्य में बीते 24 घंटों में 13 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शहर में एक दिन में नए कोरोना मामलों की संख्या साढ़े चार महीने में पहली बार बढ़ गई है।

राज्य भर से कोरोना के बीते 24 घंटों में 33 नए मामले सामने आए हैं। कोरोना मामले बढ़ने के बाद, जिला प्रशासन ने सभी चिकित्सा और प्रशासनिक कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी हैं। लखनऊ के जिला मजिस्ट्रेट अभिषेक प्रकाश ने कहा, एकीकृत कोविड कमान और नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) को 24 घंटे काम करने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, त्वरित प्रतिक्रिया टीम और निगरानी टीमों की संख्या को बढ़ा दिया जाएगा और संपर्क ट्रेसिंग के लिए तैनात किया जाएगा।

जिन इलाकों से सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, उन्हें रेड जोन में रखा जाएगा और संक्रमितों के घरों को मिनी कंटेनमेंट जोन में बदल दिया जाएगा। शहर में भी सफाई व्यवस्था बढ़ाई जाएगी। इस बीच, 13 नए संक्रमितों में से 2 ने हाल ही में देश के अन्य राज्यों की यात्रा की थी।

इनमें से 3 मामले कानपुर रोड पर एलडीए कॉलोनी, रहीम नगर, इंदिरा नगर और महानगर से दो-दो और न्यू हैदराबाद, राजाजीपुरम और कृषि भवन रोड से एक-एक मामले सामने आए हैं। एलडीए कॉलोनी के तीन मामले एक ही परिवार के हैं। पंजाब से लौटने के बाद परिवार की एक महिला सदस्य ने 12 अक्टूबर को पॉजिटिव परीक्षण किया था, जहां वह एक शादी में शामिल होने गई थी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने पूरे परिवार का परीक्षण किया और तीन सदस्यों संक्रमित हैं।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ मनोज अग्रवाल ने कहा कि सभी संक्रमित होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा, इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) के माध्यम से संक्रमितों की निगरानी की जा रही है और उनके सैंपल जीनोम अनुक्रमण के लिए केजीएमयू भेजे गए हैं।

Continue Reading

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending