Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

योगी सरकार ने धान खरीद बढ़ाने के लिए भुगतान तुरंत करने के दिए निर्देश

Published

on

Loading

लखनऊ। योगी सरकार अब धान खरीद की रफ्तार बढ़ाने के साथ ही किसानों का भुगतान तुरंत कराने के निर्देश दिए हैं। योगी सरकार इस बार धान खरीद में नया रिकार्ड बनाने की तैयारी में है। किसानों को धान क्रय केन्द्रों पर कोई परेशानी न हो इसके लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं कृषि उत्पादन आयुक्त भी धान खरीद और भुगतान पर रोजाना समीक्षा करेंगे। सरकार ने इस बार किसानों को जगह-जगह धान क्रय केन्द्र उपलब्ध हो सकें इसलिए पिछली बार के मुकाबले 139 धान क्रय केन्द्रों को बढ़ाने का फैसला लिया है। प्रदेश के 72 जिलों में 4370 धान क्रय केन्द्रों पर धान खरीद की जा रही है।
योगी सरकार की मंशा किसानों को अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने की है। बिचौलियों का प्रभाव खत्म करने के लिए सरकार ने कम्प्यूटरीकृत प्रणाली के तहत सीधे किसानों से पारदर्शी धान खरीद का लाभ दे रही है। किसानों को इच्छानुसार किसी भी केन्द्र पर धान बेचने की सुविधा दी गई है। यही नहीं किसानों को धान के मूल्य का भुगतान भी उनके खातों में 48 घंटों के अंदर किया जा रहा है।
सरकार ने किसानों को समयबद्ध तरीके से धान खरीद का समय से भुगतान हो सके इसके प्रबंधन की जिम्मेदारी प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को सौंपी है। शासन की तरफ से निर्देश दिए गए हैं कि धान क्रय केन्द्रों पर जिलाधिकारी स्वयं निरीक्षण करें। जिससे धान क्रय केन्द्रों पर खरीद के अलावा किसी भी तरीके की अव्यवस्था न होने पाए। निर्देश में कहा गया है कि धान खरीद केन्दरों पर तैनात नोडल अधिकारियों को भी एक्टिव करके उनसे रोजाना रिपोर्ट ली जाए जिससे शासन स्तर पर तैयारी और परिणामों की समीक्षा की जा सके।

गौरतलब है कि किसानों के हितों का ध्यान रखने वाली यूपी सरकार ने इस साल धान खरीद के लिए प्रदेश में 139 केन्द्र बढ़ाए हैं। प्रदेश में कुल 4370 धान क्रय केन्द्र खोले गये हैं जबकि पिछले साल इनकी संख्या 4231 थी। प्रदेश के 72 जिलों के 4400 धान क्रय केन्द्रों पर तेजी से धान खरीदा जा रहा है। सरकार की सख्ती की वजह से प्रदेश के क्रय केन्द्रों में किसानों का धान आसानी से खरीदा जा रहा है। सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं से किसानों भी खुश हैं। वे इच्छानुसार धान केन्द्रों पर पहुंचकर अपनी फसल बेच रहे हैं।

उत्तर प्रदेश

कानपुर : 1992 के दंगो से बंद पड़े शिव जी के मंदिर को बीजेपी मेयर प्रमिला पांडेय ने खुलवाया

Published

on

Loading

कानपुर। यूपी के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय ने मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में बंद पड़े 2 मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को अतिक्रमण हटवाने के निर्देश दिए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला। वहीं दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला।

क्या है पूरा मामला?

कानपुर की मेयर और बीजेपी नेता प्रमिला पांडेय अचानक पूरे दलबल के साथ थाना कर्नलगंज के लुधौरा क्षेत्र पहुंची तो वहां हड़कंप मच गया। मेयर ने क्षेत्र में मौजूद दो मंदिरों को खुलवाया और पुलिस अधिकारियों को मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटवाने के निर्देश दिए।

वहीं साथ गई नगर निगम की टीम को मंदिर के अंदर और बाहर साफ सफाई के निर्देश दिए गए। मेयर ने बताया कि 1992 के दंगो के बाद से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में कई मंदिरों पर कब्जा कर लिया गया था वहीं आज जब शिवालय को खुलवाया तो मंदिर के अंदर से शिवलिंग गायब मिला तो दूसरे मंदिर में छोटा कारखाना चलता मिला। मेयर ने बताया कि उनको कुरान का भी ज्ञान है। उसमें भी लिखा है कि किसी भी धर्म का अपमान नही करना चाहिए। मंदिरों की साफ सफाई का अभियान लगातार चलता रहेगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

एडीसीपी सेंट्रल का बयान आया सामने

एडीसीपी सेंट्रल राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेयर साहिबा के निर्देश पर चिन्हित मंदिरों के अंदर और बाहर हुए अतिक्रमण और कब्जों को हटवाने के निर्देश मिले हैं। जल्द ही कब्जों को हटवाया जाएगा।

अयोध्या में भी 32 साल बाद खुला शिव मंदिर

अयोध्या के कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित मुस्लिम बहुल लद्दावाला इलाके में स्थित एक बंद पड़े शिव मंदिर को 32 साल बाद फिर से खोला गया है। यह मंदिर 1992 में अयोध्या के विवादित बाबरी ढांचे के ध्वस्त किए जाने के बाद से बंद पड़ा था। सोमवार को मंदिर को दोबारा खोलने के लिए आयोजित शुद्धीकरण समारोह और हवन पूजा शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस मौके पर पर स्थानीय हिंदू कार्यकर्ताओं ने स्वामी यशवीर महाराज के नेतृत्व में पूजा अर्चना की और मंदिर में श्रद्धा से दर्शन किए।

Continue Reading

Trending