मनोरंजन
धर्मेंद्र चाह कर भी नहीं हो पाए लता जी के अंतिम संस्कार में शामिल, एक्टर ने खुद बताई वजह
स्वर कोकिला लता मंगेशकर रविवार को दुनिया को अलविदा कह गईं। कोरोना से जंग हारकर लता जी पंच तत्त्व में विलीन हो गईं। उन्हें शिवजी पार्क में अंतिम विदाई देने के लिए पीएम मोदी समेत कई दिग्गज नेता और बॉलीवुड के सितारे पहुंचे थे। इसी बीच दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र ने एक खुलासा किया है। वो लता जी को अंतिम श्रद्धांजलि देने नहीं जा सके थे।
अंतिम संस्कार में न पहुंच पाने की वजह खुद धर्मेंद्र ने बताई। उन्होंने कहा, ‘मैं बहुत असहज और परेशान था। मैं दीदी के अंतिम संस्कार के लिए एक बार नहीं बल्कि तीन बार जाने के लिए तैयार हुआ। लेकिन हर बार, मैंने खुद को पीछे खींच लिया। मैं उन्हें हमें छोड़कर जाते हुए नहीं देख सकता था। मैं बहुत टूटा हुआ महसूस कर रहा था।’
धर्मेंद्र ने आगे कहा कि ‘मैं आपको यह भी बताना चाहता हूं कि वह कभी-कभी मुझे तोहफे भी भेजती थीं। वह मुझे काफी प्रेरित करती थीं और मुझसे कहती रहती थीं कि ‘मजबूत रहो’। मुझे याद है कि मैंने एक बार ट्विटर पर एक उदास पोस्ट लिखा था और उसके तुरंत बाद दीदी ने मुझे फोन किया और पूछा कि क्या मैं ठीक हूं और मुझे खुश करने के लिए मुझसे 30 मिनट तक बातें करती रहीं। अक्सर ही हम 25-30 मिनट तक बाते करते रहते थे। उन्होंने मुझे बहुत प्यार दिया।’
उत्तर प्रदेश
डेकोरेटिव लाइट्स से महाकुंभ बनेगा भव्यता का प्रतीक
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए योगी सरकार अनेक अभिनव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में पूरे मेला क्षेत्र को डेकोरेटिव लाइट्स से सजाया जा रहा है। 8 करोड़ की लागत से उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लि. की ओर से पूरे मेला क्षेत्र में 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल का जाल बिछाया जा रहा है। संगम जाने वाली हर प्रमुख सड़क पर यह अलौकिक पोल और लाइट श्रद्धालुओं का स्वागत करती नजर आएगी। योगी सरकार का यह प्रयास न केवल श्रद्धालुओं को दिव्य अनुभव देगा, बल्कि भारतीय संस्कृति और आधुनिकता का अद्भुत संगम भी प्रस्तुत करेगा।
प्रमुख मार्गों पर अनूठी रोशनी का जादू
अधीक्षण अभियंता महाकुंभ मनोज गुप्ता ने बताया कि सीएम योगी की।मंशा के अनुरूप महाकुंभ को भव्य रूप देने के लिए विद्युत विभाग बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है। डेकोरेटिव लाइट्स और डिजाइनर पोल्स उसी का हिस्सा है। मेला क्षेत्र में लाल सड़क, काली सड़क, त्रिवेणी सड़क और परेड के सभी मुख्य मार्गों को आकर्षक डेकोरेटिव लाइट्स से रोशन किया जा रहा है। ये लाइट्स भगवान शंकर, गणेश और विष्णु को समर्पित हैं, जो श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक शांति और सौंदर्य का अनुभव कराएंगी।
8 करोड़ की भव्य परियोजना
अधिशाषी अभियंता अनूप सिंह ने बताया कि पूरे मेला क्षेत्र में 8 करोड़ से ज्यादा की लागत से 485 डिजाइनर स्ट्रीट लाइट पोल लगाए जा रहे हैं। इस बार टेंपरेरी की बजाय स्थायी पोल्स का निर्माण किया गया है, जो महाकुंभ के बाद भी क्षेत्र की रौनक बनाए रखेंगे। हर पोल को कलश और देवी-देवताओं की आकृतियों से सजाया गया है, जो मेले के वातावरण को सांस्कृतिक वैभव से भर देंगे। 15 दिसंबर तक सभी डेकोरेटिव लाइट्स का कार्य संपन्न कर लिया जाएगा, जिसके बाद रात में मेला क्षेत्र की आभा देखते ही बनेगी।
विद्युत विभाग का अभिनव प्रयास
उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के अनुभव को यादगार बनाने के लिए यह विद्युत विभाग की ओर से एक अभूतपूर्व पहल है। आधुनिक तकनीक और सांस्कृतिक प्रतीकों के मेल से यह परियोजना महाकुंभ को विश्वस्तरीय भव्य आयोजन का दर्जा देगी। महाकुंभ के लिए लगाए गए ये डेकोरेटिव पोल्स स्थायी रहेंगे, जिससे क्षेत्र में आने वाले पर्यटक भी लंबे समय तक इस भव्यता का आनंद ले सकेंगे। डेकोरेटिव लाइट्स से सजे इस महाकुंभ में हर श्रद्धालु को आध्यात्मिक ऊर्जा और सांस्कृतिक गर्व का अनुभव होगा। यह पहल महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की भव्यता और आधुनिक विकास का अद्वितीय प्रतीक बनाएगी।
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