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अन्तर्राष्ट्रीय

दिल में डर, लबों पर हनुमान चालीसा, यूक्रेन में बंकर्स के अंदर बीत रही भारतीय छात्रों की रातें

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यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग में आम जनता को काफी भारी नुक्सान झेलना पड़ रहा है। चरों ओर शोक और तनाव है। कहीं माथों पर चिंता कि लकीरें हैं, तो कहीं डर से बढ़ी हुई धड़कनें। इस तनाव पूर्ण माहौल के बीच कई यूक्रेनी लोगों के सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। इसी बीच अब कई ऐसे वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किए गए हैं, जिनमे यूक्रेन में फंसे भारतीय स्टूडेंट्स की मौजूदा स्थिति साफ़ होती है।

सोशल मीडिया पर एक नहीं, दो नहीं, बल्कि कई ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जिनमे यूक्रेनी छात्र जारी जंग के बीच अपनी जान बचाने के लिए छुपे हुए हैं। स्टूडेंट्स ने अंडर ग्राउंड मेट्रो, यूनिवर्सिटी जैसी जगहों में शरण ली हुई है। उनके मन में बस जल्द से जल्द अपने मुल्क भारत लौटने की आस है। सभी को इस बात का डर है कि न जाने किस पल क्या अनहोनी हो जाए।

उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों से यूक्रेन में पढ़ाई करने गए छात्र वहां बंकर्स में छिप कर जान बचाने को मजबूर हैं। छात्रों का कहना है कि बुधवार तक सब ठीक था पर रातों रात हालात बदल गए। सभी स्टूडेंट्स चिंतित हैं क्यूंकि उनके पास उपलब्ध राशन, पैसे और ज़रूरत का सामान लगभग खत्म होने को है। उनके पास छुपने के अलावा कोई ओर विकल्प नहीं है। 20 हज़ार से भी ज़्यादा छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं।

बता दें कि यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां अलग-अलग शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए एअर इंडिया की 2 फ्लाइट आज रात रवाना होंगी। इसका खर्चा भारत सरकार उठाएगी। ये बुखारेस्ट, रोमानिया के रास्ते भारतीयों को वापस लाएंगी। बंकर में छिपे छात्र हनुमान चालीसा का पाठ करते भी नजर आए। छात्रों का कहना है कि भारतीय एम्बेसी अगर क्लासेज ऑनलाइन चलवाने की मांग मान लेती तो वह फंसते नहीं।

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

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इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

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