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उत्तर प्रदेश

ताजमहल के पास नो फ्लाइंग जोन से गुज़रा प्लेन, 16 सेकंड का वीडियो आया सामने, सुरक्षा एजेंसियां हुईं अलर्ट

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उत्तर प्रदेश स्थित आगरा के ताजमहल अतिसंवेदनशील स्मारकों में से एक है। यहां हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियों की निगाहें रहती हैं। सोमवार को लगभग ढाई बजे एक विमान तेजी के साथ उड़ता हुआ यमुना किनारे की मीनार के नजदीक से गुजरा। इसको देखकर सीआईएसएफ जवान और वहां मौजूद पर्यटक हैरान रह गए। इस मामले में एएसआई के अधिकारियों ने सीआईएसएफ से भी जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है।

जिस वीडियो में ताजमहल के ऊपर विमान उड़ते दिख रहा है, वो 16 सेकंड का है. यह वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे हवाई जहाज आसमान में गर्जना करते हुए ताजमहल के ऊपर से उड़ते हुए निकला। इस दौरान ताजमहल परिसर में काफी संख्या में पर्यटक मौजूद थे। जब उन्होंने उड़ते हवाई जहाज को देखा तो वो चौंक गए और Wow कहते दिखाई दिए।

दोपहर लगभग ढाई बजे शाहजहां का उर्स चल रहा था। मुख्य गुबंद के बाहर कव्वाली गाईं जा रहीं थीं। इसी बीच एक विमान के ताज के पास से गुजरने से लोग भौचक रह गए। उन्होंने विमान की वीडियो भी बना डाली। कुछ ही देर में ये वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गया। ताज के पास से विमान गुजरने की खबर एएसआई और सीआईएसएफ के उच्चाधिकारियों को दी गई। अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी।

वाजपेयी ने बताया कि विमान जो ताजमहल की तरफ से गुजरा, इस संबंध में सीआईएसएफ के कमांडेंट राहुल यादव को भी जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि विमान की ताज से कितनी दूरी रही होगी। इस बारे में ऐसा कोई यंत्र उनके पास नहीं है, जिससे पता लगाया जा सके। फिर भी इस मामले में सीआईएसएफ कमांडेंट से पूरी जानकारी देने के लिए कहा गया है। अधीक्षक पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि उन्होंने ताज के वरिष्ठ संरक्षण सहायक से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।

उत्तर प्रदेश

राम नगरी अयोध्या के बाद भगवान श्री राम से जुड़ी एक और नगरी को भव्य स्वरूप दे रही योगी सरकार

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प्रयागराज। योगी सरकार प्रयागराज महाकुंभ को दिव्य और भव्य स्वरूप प्रदान कर रही है। प्रयागराज नगरी के साथ ही जिले में गंगा किनारे स्थित निषादराज गुह्य की राजधानी रहे श्रृंगवेरपुर धाम का भी कायाकल्प सरकार कर रही है। श्रृंगवेरपुर धाम में धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन के साथ रूरल टूरिज्म की भी संभावनाएं विकसित हो रही हैं।

मिल रहा है भव्य स्वरूप
राम नगरी अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर के भव्य निर्माण और गर्भ ग्रह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अब प्रभु राम के अनन्य भक्त निषादराज की राजधानी श्रृंगवेरपुर को भी भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। यूपी की पूर्व की सरकारों में उपेक्षित रहे प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नई पहचान दी है। सामाजिक समरसता के प्रतीक इस स्थान को धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन के साथ अब रूरल टूरिज्म के साथ भी जोड़ कर विकसित किया जा रहा है।
प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि श्रृंगवेरपुर धाम का कायाकल्प का कार्य समापन के चरण में है। इसके अंतर्गत यहां ₹3732.90 लाख की लागत से निषादराज पर्यटन पार्क स्थल का निर्माण कार्य दो फेज में किया गया है। निषादराज पार्क (फेज-1) के निर्माण हेतु ₹ 1963.01 लाख के बजट से निषादराज एवं भगवान श्रीराम मिलन की मूर्ति की स्थापना व मूर्ति के पैडेस्टल का कार्य, पोडियम का कार्य, ओवर हेड टैंक, बाउण्ड्रीवाल, प्रवेश द्वार का निर्माण, गार्ड रूम आदि कार्य कराया गया। इसी तरह श्रृंगवेरपुर धाम में निषादराज पार्क (फेज-2) के ₹ 1818.90 लाख के बजट से इस भगवान श्रीराम के निषादराज मिलन से सम्बन्धित गैलरी , चित्रांकन, ध्यान केन्द्र, केयर टेकर रूम, कैफेटेरिया, पॉथ-वे, पेयजल व टॉयलेट ब्लॉक, कियास्क, पार्किंग, लैंड स्केपिंग, हॉर्टिकल्चर,आउटर रोड, सोलर पैनल, मुक्ताकाशी मंच आदि कार्य कराए गए हैं। 6 हेक्टेयर में बनाए गए इस भव्य पार्क का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

रूरल टूरिज्म का हब बनेगी निषादराज की नगरी
धार्मिक और आध्यत्मिक पर्यटन के साथ श्रृंगवेरपुर धाम को ग्रामीण पर्यटन के साथ जोड़कर विकसित करने का रोड मैप तैयार किया गया है ।अपराजिता सिंह के मुताबिक रूरल टूरिज्म के अन्तर्गत श्रृंगवेरपुर धाम को विकसित किये जाने के लिए सबसे पहले यहां ग्रामीण क्षेत्र में होम स्टे की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए यहां स्थानीय लोगों को अपने यहां मड हाउस या हट बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पर्यटकों को कुछ अलग अनुभव हो सके। इन सभी स्थानों पर थीमेटिक पेंटिंग होगी, स्थानीय खानपान और स्थानीय संस्कृति को भी यहां संरक्षित किया जाएगा । पर्यटक भी यहां स्टे करने के दौरान स्थानीय ग्रामीण क्राफ्ट का हिस्सा बन सके ऐसी उनकी कोशिश है।

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