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प्रादेशिक

श्रेयांश को मिला सीएम का सहारा, किडनी के इलाज में मदद करेगी सरकार

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गोरखपुर। तीन साल के मासूम श्रेयांश को किडनी की गंभीर बीमारी है। इलाज महंगा है। लिहाजा बिना किसीके मदद के यह संभव नहीं।
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में थे। सुबह गोरखनाथ मंदिर परिसर स्थित हिन्दू सेवाश्रम में वह जनता की समस्याएं सुन रहे थे। अपनी फरियाद लेकर मासूम श्रेयांश को लेकर माया बाजार निवासी अनूप गुप्ता भी पत्नी के साथ जनता दर्शन में बड़ी उम्मीदों के साथ आये थे। लोगों को सुनते हुए मुख्यमंत्री अनूप के पास पहुंचे। साथ में मासूम बच्चे को देख वह रुक गए। रुंधे गले से मां-बाप ने मुख्यमंत्री से अपनी पीड़ा बताई। मुख्यमंत्री ने इत्मिनान से उनकी बात सुनी। मौके पर मौजूद डीएम विजय किरन आनंद को निर्देश दिया कि इनसे यथा शीघ्र सभी कागजात तैयार कर शीघ्र ही मदद के लिए शासन को भेजें। सरकार इलाज में हर संभव मदद करेगी।

मालूम हो कि गोरखनाथ मंदिर के कुछ सुरक्षा कर्मियों पर हुए हमले के बाद सोमवार की शाम मुख्यमंत्री अचानक गोरखपुर पहुंचे। इसी क्रम में आज वह जनता की समस्याएं सुनीं। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह जनता की समस्याओं के बाबत संवेदनशील बनें। समस्याओं का संतोषजनक एवं स्थाई समाधान दें। समस्याओं के समाधान के प्रति टालू रवैया अपनाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी।

इसके पूर्व हरदम की तरह योगी की दिनचर्या गुरु गोरक्षनाथ और अपने गुरुदेव ब्रह्मलीन महंथ अवेद्यनाथ के दर्शन-पूजन से हुई। फिर वह गोशाला गए। गायों को गुड़ खिलाया और उन्हें प्यार दुलार दिया। गोशाला कर्मियों से गोशाला के संबंध में जानकारियां ली। बदले मौसम में गायों एवं गोवंशियों के देखभाल की जरूरी हिदायते भी दीं।

IANS News

महाकुंभ मेला क्षेत्र के सभी सेक्टरों में नियुक्त किए गए सेक्टर मजिस्ट्रेट

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प्रयागराज। महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तेजी से निर्माण कार्य चल रहा है। सीएम योगी के दिव्य भव्य महाकुंभ की योजना के मुताबिक महाकुंभ नगरी ने संगम तट पर आकार लेना शुरू कर दिया है। महाकुंभ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं, कल्पवासियों और साधु-संन्यासियों के रहने और स्नान के लिए घाटों, अस्थाई सड़कों व टेंट सिटी का निर्माण शुरू हो गया है। प्रयागराज मेला प्रधिकरण ने योजना के मुताबिक पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा हैं। सेक्टर और कार्य के मुताबिक सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति कर दी गई है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने – अपने सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रहेंगे। महाकुंभ के दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट आम जनता और प्रशासन के बीच कड़ी का कार्य करेंगे।

विभागीय समन्वय का करेंगे कार्य

महाकुंभ 2025 में लगभग 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने और लगभग 1 लाख से अधिक लोगों के कल्पवास करने की संभावना है। इसके साथ ही हजारों की संख्या में साधु-संन्यासियों और मेला प्रशासन के लोग महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में रहेंगे। इन सबके रहने के लिए टेंट सिटी व स्नान के लिए घाटों और मार्गों का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। पूर्व योजना के मुताबिक प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने पूरे महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में बांटा है। 4000 हेक्टेयर और 25 सेक्टरों में बंटा महाकुंभ मेला क्षेत्र इससे पहले के किसी भी महाकुंभ मेले से सबसे बड़ा क्षेत्र है। मेला प्राधिकरण ने प्रत्येक सेक्टर में भूमि अधिग्रहण से लेकर प्रशासन व्यवस्था और विभागीय समन्वय के लिए उप जिलाधिकारियों को सेक्टर मजिस्ट्रेट के तौर पर नियुक्ति किया है। ये सेक्टर मजिस्ट्रेट पूरे महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर, कार्य विभाग और विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे।

अधिकांश ने ग्रहण किया कार्यभार

प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने सेक्टर वाईज सेक्टर मजिस्ट्रेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस सबंध में एसडीएम मेला अभिनव पाठक ने बताया कि अधिकांश सेक्टर मजिस्ट्रेटों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। शेष अपनी विभागीय जिम्मेदारियों से मुक्त होकर जल्द ही मेला क्षेत्र में अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे। जो कि महाकुंभ के दौरान अपने-अपने सेक्टर की प्रशासन व्यवस्था व विभागीय समन्वयन का कार्य करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में भूमि आवंटन की प्रगति और लोगों की समस्याओं के त्वरित निस्तारण में ये सेक्टर मजिस्ट्रेट मददगार होंगे।

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