Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

अन्तर्राष्ट्रीय

इस आंतकवादी को ग्लोबल आतंकी घोषित करने में चीन ने लगाया अड़ंगा, रोका प्रस्ताव

Published

on

Loading

नई दिल्ली। चीन ने पाकिस्तान में रहने वाले आंतकवादी अब्दुल रहमान मक्की को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ग्लोबल आतंकी नामित करने के प्रस्ताव को रोक दिया है। मक्की को आतंकी घोषित करने के लिए 1267 इस्लामिक स्टेट और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत प्रस्ताव रखा गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन ने इस प्रस्ताव को अंतिम क्षण में बाधित कर दिया।

कौन है अब्दुल रहमान मक्की?

मक्की, लश्कर-ए-तैयबा के सरगना और 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद का रिश्तेदार है। मक्की लश्कर-ए-तैयबा के टॉप नेताओं में से है।

अमेरिका ने मक्की को आतंकी घोषित कर रखा है और उस पर 2 मिलियन डॉलर का इनाम रखा हुआ है। मक्की पाकिस्तान में भारत विरोधी भाषण देने के लिए मशहूर है। मक्की कई आतंकी संगठनों से जुड़ा रहा है और युवाओं को आतंक के रास्ते पर लाने के लिए जाना जाता है।

माना जाता है कि मक्की का तालिबान नेता मुल्ला उमर और अल कायदा के अयमान अल-जवाहिरी से बेहद करीबी संबंध है। 2017 में अब्दुल रहमान मक्की के बेटे ओवैद रहमान मक्की को जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने एक ऑपरेशन में मार दिया था।

मसूद अजहर के वक्त भी चीन ने किया था ऐसा

चीन ने इससे पहले भी भारत और अन्य देशों द्वारा पाकिस्तानी आतंकवादियों को सूचीबद्ध करने की कोशिशों पर अड़ंगा लगाया है। भारत ने मई 2019 में संयुक्त राष्ट्र में एक बड़ी राजनयिक जीत हासिल की थी जब पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित किया गया था। चीन ने मसूद अजहर को भी ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित करने की प्रक्रिया में बाधा पहुंचाई थी।

Continue Reading

IANS News

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी पैसेंजर वैन पर आतंकी हमला, 50 की मौत

Published

on

Loading

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में शिया मुसलमानों से भरी एक पैसेंजर वैन पर हुए आतंकी हमले में 50 करीब लोगों की मौत हो गई। ये घटना खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के कुर्रम जिले की है। पाकिस्तान की उत्तर-पश्चिमी सीमा पर लगे अफगानिस्तान के साथ पाराचिनार जिले में अक्सर हिंसा का अनुभव होता रहता है। इसके सुन्नी और शिया मुस्लिम समुदाय जमीन और सत्ता पर काबिज हैं।

इस क्षेत्र के शिया अल्पसंख्यक हैं, उन्हें 241 मिलियन की आबादी वाला मुख्य रूप से सुन्नी मुस्लिम राष्ट्र भी कहा जाता है। स्थानीय पुलिस अधिकारी अजमत अली का इस मामले में बयान सामने आया है, उन्होंने बताया कि कुछ गाड़ियां एक काफिले में पाराचिनार शहर से खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर की ओर जा रही थी।

इस दौरान बीच रास्ते में काफिले पर हमला हो गया। प्रांतीय मंत्री आफताब आलम ने कहा है कि अधिकारी हमले में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच कर रहे हैं। साथ ही गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने गोलीबारी को आतंकवादी हमला बताया। वहीं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमले की निंदा की और कहा कि निर्दोष नागरिकों की हत्या के पीछे के लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।

Continue Reading

Trending