Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: पालतू कुत्ते के हमले में घायल बुजुर्ग मालिकन की इलाज के दौरान मौत

Published

on

Loading

लखनऊ। कहते हैं वफादारी सीखनी है तो कुत्ते से सीखो लेकिन इस कलियुग में कभी-कभी यह कहावत भी झूठी साबित हो जाती है। दरअसल, उप्र की राजधानी लखनऊ में ऐसा की एक खौफनाक मामला सामने आया जिसमें पालतू कुत्ते ने मालिकन को नोच-नोचकर मार डाला।

मिली जानकारी के मुताबिक लखनऊ के कैसरबाग थाना क्षेत्र के बंगाली टोला मोहल्ले में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला सुशीला त्रिपाठी (80) को उनके पिटबुल प्रजाति के पालतू कुत्ते ने हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

घायल महिला को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। सुशीला त्रिपाठी के अधिवक्ता पति राम नारायण त्रिपाठी की 2015 में मृत्यु हो चुकी है। सुशीला के घर मे पिटबुल प्रजाति के दो कुत्ते पले हुए हैं।

मृतक सुशीला अपने हाथों से खिलाती थी खाना

पिटबुल प्रजाति के कुत्ते आकार में बड़े और आक्रामक होते हैं। सुशीला के घर में ये पिटबुल कुत्ते लंबे समय से पले हुए थे, जिन्हें वह अपने हाथों से खाना भी खिलाती थी। मंगलवार की सुबह अचानक वफादार माने जाने वाले दो कुत्तों में से एक ने आक्रामक रूप अख्तियार किया और अपनी मालकिन सुशीला त्रिपाठी पर हमला कर उन्हें बुरी तरह से घायल कर दिया।

बेटा घर मे नहीं था मौजूद

कैसरबाग थाने की चाइना बाजार पुलिस चौकी इंचार्ज तौहीद अहमद ने बताया कि जिस समय सुशीला  त्रिपाठी पर कुत्ते ने हमला किया उस समय उनका बेटा अमित त्रिपाठी जिम गया हुआ था, अमित जिम ट्रेनर है।

सुशील त्रिपाठी की चिल्लाने की आवाज सुनकर घर में रहने वाले उनके किराएदार मौके पर पहुंचे और किसी तरह से आक्रोशित कुत्ते को एक कमरे में बंद किया। घायल सुशीला को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

Continue Reading

IANS News

वसुधैव कुटुंबकम’ भारत का शाश्वत संदेश : योगी आदित्यनाथ

Published

on

Loading

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के आदर्श वाक्य के महत्व पर जोर देते हुए इसे भारत की वैश्विक मानवता के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया है। उन्होंने इसे भारत का शाश्वत संदेश बताते हुए कहा कि हमने हमेशा से शांति, सौहार्द और सह-अस्तित्व को प्राथमिकता दी है। सीएम योगी ने यह बात शुक्रवार को एलडीए कॉलोनी, कानपुर रोड स्थित सिटी मॉन्टेसरी स्कूल (सीएमएस) के वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के दौरान अपने संबोधन में कही। कार्यक्रम में 56 देशों के 178 मुख्य न्यायाधीश और डेलिगेट्स ने भाग लिया।

‘अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक’
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने भारत के संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को विश्व शांति और सुरक्षा के लिए प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद सम्मानजनक अंतरराष्ट्रीय संबंधों को विकसित करने और संघर्षों को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने के लिए नैतिक मार्ग का अनुसरण करने के लिए हम सभी को प्रेरित करता है। उन्होंने समारोह को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि 26 नवंबर 2024 को संविधान अंगीकरण के 75 वर्ष पूरे होंगे। यह संविधान के अंगीकृत होने के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत के दौरान आयोजित हो रहा है।

‘युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है’
योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र के ‘समिट ऑफ दि फ्यूचर’ में दिये गये संबोधन की चर्चा करते हुए कहा कि युद्ध समस्याओं का समाधान नहीं है। युद्ध ने दुनिया के ढाई अरब बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है। उन्होंने दुनिया के नेताओं से आग्रह किया कि वे एकजुट होकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और भयमुक्त समाज का निर्माण करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्मेलन को वैश्विक संवाद और सहयोग का मंच बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप यह आयोजन विश्व कल्याण के मार्ग को प्रशस्त करेगा। उन्होंने दुनिया भर के न्यायाधीशों से इस दिशा में सक्रिय योगदान देने का भी आह्वान किया।

‘भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध’
मुख्यमंत्री ने संविधान के अनुच्छेद 51 की चर्चा करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और सौहार्द की दिशा में भारत की सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि यह अनुच्छेद संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान और सभी देशों के बीच सम्मानजनक संबंधों को बढ़ावा देने का संदेश देता है। मुख्यमंत्री ने भारत की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सक्रिय भागीदारी से यह स्पष्ट होता है कि भारत विश्व शांति और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है।

सीएमएस के संस्थापक को दी श्रद्धांजलि
सीएमएस के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी दूरदृष्टि और प्रयासों से यह सम्मेलन एक महत्वपूर्ण मंच बना है। उन्होंने डॉ. भारती गांधी और गीता गांधी को इस कार्यक्रम को अनवरत जारी रखने के लिए धन्यवाद दिया।

इस अवसर पर हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति, हैती रिपब्लिक के पूर्व प्रधानमंत्री सहित दुनिया के 56 देशों से आए हुए न्यायमूर्तिगण, सीएमएस की संस्थापक निदेशक डॉ भारती गांधी, प्रबंधक गीता गांधी किंगडन समेत स्कूली बच्चे और अभिभावकगण मौजूद रहे।

Continue Reading

Trending