नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी में छिड़ी महाभारत बढ़ती जा रही है। गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के बाद भी मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा घटनाक्रम में कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने पार्टी अध्यक्ष के चुनाव प्रक्रिया पर ही सवाल उठा दिया। उन्होंने कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव अथॉरिटी के मुखिया मधुसूदन मिस्त्री से उन लोगों की लिस्ट जारी करने की मांग की है, जो अध्यक्ष के चुनाव में मतदान करेंगे।
तिवारी ने एक बाद एक ट्वीट करते हुए सवाल पूछा, ‘मधुसूदन मिस्त्री जी मैं बहुत आदर के साथ पूछता हूं कि यदि मतदान करने वाले लोगों की सूची ही नहीं होगी तो फिर कैसे किसी दबाव से मुक्त और सही ढंग से चुनाव होंगे।’ मनीष तिवारी ने कहा कि मतदाताओं की सूची पार्टी वेबसाइट पर होनी चाहिए।
1/1 With great respect @MD_Mistry ji How can there be a fair & free election without a publicly available electoral roll ? Essence of a fair & free process is names & addresses of electors must be published on @INCIndia website in a transparent manner. https://t.co/7lRqSwqseV
— Manish Tewari (@ManishTewari) August 31, 2022
याद दिला दें कि गुलाम नबी आजाद ने भी पार्टी छोड़ते हुए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव को धोखा करार दिया था। इस पर सफाई देते हुए मधुसूदन मिस्त्री ने कहा था कि ऐसा कहना गलत है। आनंद शर्मा ने भी सवाल उठाते हुए कहा था कि प्रदेश स्तर पर चुनाव में वोट डालने वाले लोगों की लिस्ट ही नहीं है।
इस पर मिस्त्री ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस समितियों को मतदाताओं की सूची मुहैया कराई गई है। कुल 9,000 वोटर इसमें हिस्सा लेने वाले हैं। उनकी इस टिप्पणी पर अब मनीष तिवारी ने सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव में हिस्सा लेने वालों की लिस्ट देखने के लिए कैसे कोई हर प्रदेश के कार्यालय पर जा सकेगा।
लोकसभा सदस्य तिवारी ने कहा कि ऐसा तो क्लब के चुनाव में भी नहीं होता। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मधुसूदन मिस्त्री जी से पूरे सम्मान से पूछना चाहता हूं कि निर्वाचन सूची के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध हुए बिना निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कैसे हो सकता है? निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव का आधार यही है कि प्रतिनिधियों के नाम और पते कांग्रेस पार्टी की वेबसाइट पर पारदर्शी तरीके से प्रकाशित होने चाहिए।’
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल रहे तिवारी ने कहा, ‘यह 28 प्रदेश कांग्रेस कमेटी और आठ क्षेत्रीय कांग्रेस कमेटी का चुनाव नहीं है। कोई क्यों पीसीसी के कार्यालय जाकर पता करे कि प्रतिनिधि कौन हैं? सम्मान के साथ कहना चाहता हूं कि ऐसा क्लब के चुनाव में भी नहीं होता।’
17 अक्टूबर को होना है कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव
उन्होंने कहा, ‘मैं आपसे (मिस्त्री) आग्रह करता हूं कि निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये सूची प्रकाशित की जाए।’ तिवारी ने कहा कि अगर कोई चुनाव लड़ना चाहता है और यह नहीं जानता कि प्रतिनिधि कौन हैं तो वह नामांकन कैसे करेगा क्योंकि उसे 10 कांग्रेस प्रतिनिधियों की बतौर प्रस्तावक जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि 10 प्रस्तावक नहीं होंगे तो नामांकन खारिज हो जाएगा। कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी, 24 सितंबर से नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं और यदि एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान होगा।