Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

प्रादेशिक

लखीमपुर खीरी कांड डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक सख्त, बोले- ऐसी कार्रवाई होगी कि आरोपियों की रूह कांप उठेगी

Published

on

Loading

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में दो सगी नाबालिग बहनों की रेप के बाद हत्या के मामले में प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का बयान सामने आया है। ब्रजेश पाठक ने कहा है कि आरोपियों के खिलाफ ऐसी कठोर कार्रवाई की जाएगी, जिससे आने वाले समय में ऐसे अपराधों के बारे में सोचने वालों की रूह कांप जाएगी।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। योगी सरकार में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस है। उन्होंने कहा कि कानून के तहत इन सभी अपराधियों को ऐसी सजा दिलाई जाएगी कि इनकी रूह कांप जाएगी। ऐसा अपराध करने के बारे में सोचने वाले भी कांप उठेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार मामले पर नजर रखे हुए हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि सरकार मामले को फास्ट्रैक कोर्ट में लेकर जाएगी। जल्द से जल्द आरोपियों को सजा दिलाई जाएगी।

लखीमपुर खीरी में दो नाबालिग सगी बहनों की रेप के बाद ह्त्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद दरिंदों ने दोनों बहनों के शवों को पेड़ से लटका दिया। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल के मुआयने के बाद आईजी लक्ष्मी सिंह ने बताया कि घटना की सूचना के तुरंत बाद डायल 112 के पुलिस कर्मी मौके पर पहुंचे थे। आईजी ने बताया कि दोनों किशोरियों एक ही दुप्पटे के फंदे से लटकती हुई पाई गई। दोनों के शरीर पर जाहिराना तौर पर कोई चोटों के निशान नहीं है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।

परिजनों के मुताबिक बुधवार शाम चारों लड़कों ने दो नाबालिग लड़कियों को उनके घर से किडनैप किया और जब परिजनों ने लड़कियों की तलाश की तो करीब चालीस मिनट बाद उन्हें दोनों लड़कियों के शव पेड़ से लटके हुए मिले। पुलिस ने लड़कियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर निघासन थाने में पोक्सो,रेप,हत्या समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे पहले पुलिस पर पंचनामा ठीक से न करने का आरोप लगाकर ग्रामीणों ने कई घंटे तक रास्ता जाम किया। इस वारदात की खबर मिलते ही लखीमपुर से लेकर लखनऊ तक प्रशासन हरकत में आ गया। वारदात के ठीक बाद यूपी के एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने भरोसा दिलाया कि इस मामले में सख्त एक्शन लिया जाएगा।

उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

Published

on

Loading

संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

Continue Reading

Trending