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अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका ने अपने नागरिकों को चेताया- मत जाओ पाकिस्तान

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अमेरिका

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वाशिंगटन। अमेरिका ने अपने नागरिकों को चेताया है कि वह पाकिस्‍तान की यात्रा करने से बचें। पाकिस्‍तान के कई क्षेत्रों में आतंकी संगठन सक्रिय हैं। भारत भी इस बात को कई वैश्विक मंचों पर साझा कर चुका है। अब अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को चेताया है कि पाकिस्‍तान के कई क्षेत्रों में हालात बेहद खराब हैं।

पाकिस्‍तान के इन इलाकों में न जाने की सलाह

अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्‍तान के कई क्षेत्रों में हालात ठीक नहीं हैं। ऐसे में अमेरिकी नागरिकों को खासतौर पर पाकिस्‍तान में आतंकवाद और सांप्रदायिक हिंसा के कारण तनावग्रस्‍त क्षेत्रों में जाने बचना चाहिए।

एडवाइजरी में कहा गया, ‘अमेरिका के नागरिकों को बलूचिस्‍तान और खैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के साथ पूर्ववर्ती संघीय प्रशासित कबायली क्षेत्रों (FATA) में नहीं जाना चाहिए। इन क्षत्रों में आतंकवादियों के सक्रिय होने के कारण अपहरण की भी संभावना है। कई क्षेत्रों में खतरा बहुत ज्‍यादा है।’ अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए ये लेवल-3 की एडवाइजरी जारी की है।

अमेरिका की लेवल-3 की एडवाइजरी

अमेरिका में लेवल-3 की एडवाइजरी को बेहद गंभीरता से लिया जाता है। ऐसी एडवाइजरी तब जारी की जाती है, जब किसी जगह पर जाने से यात्रियों और आगंतुकों को दीर्घकालिक या गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

इसलिए सलाह दी जाती है कि ऐसी जगह पर अगर जरूरी न हो, तो नहीं जाना चाहिए। बता दें कि पाकिस्‍तान में भी काफी अमेरिकी रह रहे हैं। ऐसे अमेरिकी नागरिकों को और संभल कर रहने की जरूरत है।

LoC को लेकर भी चेताया

अमेरिका ने इसके साथ ही अपने नागरिकों को भारत और पाकिस्‍तान के बीच खिंची लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) की ओर जाने से भी बचने की सलाह दी है। एडवाइजरी में कहा गया है कि एलओसी पर आतंकवादियों के साथ-साथ सशस्‍त्र संघर्ष की संभावना है। ऐसे में लोग संकट में घिर सकते हैं। इस संकट से बचने के लिए अमेरिकी नागरिकों बेहद सतर्क रहने की जरूरत है।

अमेरिकी राजनयिकों को बना चुके हैं निशाना

एडवाइजरी के कहा गया है कि आतंकवादी बहुत तेजी से बिना किसी चेतावनी के हमला कर सकते हैं। आतंकवादी परिवहन केंद्रों, बाजारों, शॉपिंग मॉल, सैन्य प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, विश्वविद्यालयों, पर्यटन स्थलों, स्कूलों, अस्पतालों, पूजा स्थलों और सरकारी सुविधाओं को निशाना बना सकते हैं। आतंकवादियों ने अतीत में अमेरिकी राजनयिकों और राजनयिक सुविधाओं को निशाना बनाया है। इसके मद्देनजर लोगों को सावधान रहना चाहिए।

अन्तर्राष्ट्रीय

पीएम मोदी को मिलेगा ‘विश्व शांति पुरस्कार’

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को विश्व शांति पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार उन्हें अमेरिका में प्रदान किया जाएगा। इंडियन अमेरिकन माइनॉरटीज एसोसिएशन (एआइएएम) ने मैरीलैंड के स्लिगो सेवंथ डे एडवेंटिस्ट चर्च ने यह ऐलान किया है। यह एक गैर सरकारी संगठन है। यह कदम उठाने का मकसद अमेरिका में भारतीय अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के कल्याण को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें एकजुट करना है। पीएम मोदी को यह पुरस्कार विश्व शांति के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों और समाज को एकजुट करने के लिए दिया जाएगा।

इसी कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यकों का उत्थान करने के लिए वाशिंगटन में पीएम मोदी को मार्टिन लूथर किंग जूनियर ग्लोबल पीस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार को वाशिंगटन एडवेंटिस्ट यूनिवर्सिटी और एआइएएम द्वारा संयुक्त रूप से दिया जाएगा। जिसका मकसद अस्पसंख्यकों के कल्याण के साथ उनका समावेशी विकास करना भी है।

जाने माने परोपकारी जसदीप सिंह एआइएम के संस्थापक और चेयरमैन नियुक्त किए गए हैं। इसमें अल्पसंख्यक समुदाय को प्रोत्साहित करने के लिए 7 सदस्यीय बोर्ड डायरेक्टर भी हैं। इसमें बलजिंदर सिंह, डॉ. सुखपाल धनोआ (सिख), पवन बेजवाडा और एलिशा पुलिवार्ती (ईसाई), दीपक ठक्कर (हिंदू), जुनेद काजी (मुस्लिम) और भारतीय जुलाहे निस्सिम रिव्बेन शाल है।

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