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बिजनेस

ट्विटर डील होते ही एलन मस्क का बड़ा एक्शन, पराग अग्रवाल सहित कई शीर्ष अधिकारी बाहर

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Elon Musk Twitter deal

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वाशिंगटन। ट्विटर का मालिक (Twitter Deal) बनते ही दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क (Elon Musk) ने बड़ा एक्शन लिया है। कंपनी का मालिकाना हक मिलते ही मस्क ने सीईओ पराग अग्रवाल समेत कई शीर्ष अधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। मस्क ने ट्विटर के शीर्ष अधिकारियों पर उन्हें गुमराह करने के आरोप लगाए हैं।

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समाचार एजेंसी रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पराग अग्रवाल के अलावा कानूनी, नीति और ट्रस्ट के प्रमुख विजया गड्डे, मुख्य वित्तीय अधिकारी नेड सेगल सहित अन्य कुछ शीर्ष अधिकारी को कंपनी से निकाल दिया गया।

बता दें कुछ दिन पहले खबरों में इस बात का जिक्र  किया गया था कि मस्क ने ट्विटर को खरीदने के लिए अपने संभावित निवेशकों से कहा है कि उनकी योजना ट्विटर के 7,500 कर्मचारियों में से लगभग 75% की कटौती करने की है।

44 बिलियन डॉलर की बोली के बाद सौदे से हट गए मस्क

बता दें ट्विटर को खरीदने के लिए अप्रैल में अपनी शुरुआती 44 बिलियन डॉलर की बोली के बाद मस्क इस सौदे से पीछे हट गए थे। इस सौदे से पीछे हटने के लिए मस्क ने यह तर्क देते हुए कहा था कि ट्विटर ने अपने प्लेटफॉर्म पर फेक “स्पैम बॉट” अकाउंट की संख्या को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है। इसके बाद ट्विटर ने मुकदमा दायर किया और कोर्ट ने दोनों पक्षों को 28 अक्टूबर तक का समय दिया गया था।

ट्विटर से स्पैम बॉट्स की होगी छुट्टी

मस्क ने अपने एक बयान में कहा है कि वो ट्विटर पर स्पैम बॉट्स को हटाना चाहते हैं। वो एक ऐसी एल्गोरिदम बनाना चाहते हैं जो यह निर्धारित करे कि साइट पर मौजूद सामग्री सार्वजनिक रूप से कैसे दिखे। हालांकि मस्क ने अभी तक अपनी इस कार्य योजना को लेकर कोई खास जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है।

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18+

जियो ने जोड़े सबसे अधिक ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’- ट्राई

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नई दिल्ली| भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) के नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, रिलायंस जियो ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में सबसे आगे है। सितंबर महीने में जियो ने करीब 17 लाख ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़े। समान अवधि में भारती एयरटेल ने 13 लाख तो वोडाफोन आइडिया (वीआई) ने 31 लाख के करीब ग्राहक गंवा दिए। ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ जोड़ने के मामले में जियो लगातार दूसरे महीने नंबर वन बना हुआ है। एयरटेल और वोडाआइडिया के ‘एक्टिव सब्सक्राइबर’ नंबर गिरने के कारण पूरे उद्योग में सक्रिय ग्राहकों की संख्या में गिरावट देखी गई, सितंबर माह में यह 15 लाख घटकर 106 करोड़ के करीब आ गई।

बताते चलें कि टेलीकॉम कंपनियों का परफॉर्मेंस उनके एक्टिव ग्राहकों की संख्या पर निर्भर करता है। क्योंकि एक्टिव ग्राहक ही कंपनियों के लिए राजस्व हासिल करने का सबसे महत्वपूर्ण जरिया है। हालांकि सितंबर माह में पूरी इंडस्ट्री को ही झटका लगा। जियो, एयरटेल और वीआई से करीब 1 करोड़ ग्राहक छिटक गए। मतलब 1 करोड़ के आसपास सिम बंद हो गए। ऐसा माना जा रहा है कि टैरिफ बढ़ने के बाद, उन ग्राहकों ने अपने नंबर बंद कर दिए, जिन्हें दो सिम की जरूरत नहीं थी।

बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी में भी मामूली वृद्धि देखी गई। इस सरकारी कंपनी ने सितंबर में करीब 15 लाख वायरलेस डेटा ब्रॉडबैंड ग्राहक जोड़े, जो जुलाई और अगस्त के 56 लाख के औसत से काफी कम है। इसके अलावा, बीएसएनएल ने छह सर्किलों में ग्राहक खो दिए, जो हाल ही की वृद्धि के बाद मंदी के संकेत हैं।

ट्राई के आंकड़े बताते हैं कि वायरलाइन ब्रॉडबैंड यानी फाइबर व अन्य वायरलाइन से जुड़े ग्राहकों की कुल संख्या 4 करोड़ 36 लाख पार कर गई है। सितंबर माह के दौरान इसमें 7 लाख 90 हजार नए ग्राहकों का इजाफा हुआ। सबसे अधिक ग्राहक रिलायंस जियो ने जोड़े। जियो ने सितंबर में 6 लाख 34 हजार ग्राहकों को अपने नेटवर्क से जोड़ा तो वहीं एयरटेल मात्र 98 हजार ग्राहक ही जोड़ पाया। इसके बाद जियो और एयरटेल की बाजार हिस्सेदारी 32.5% और 19.4% हो गई। समान अवधि में बीएसएनएल ने 52 हजार वायरलाइन ब्राडबैंड ग्राहक खो दिए।

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