Connect with us
https://aajkikhabar.com/wp-content/uploads/2020/12/Digital-Strip-Ad-1.jpg

नेशनल

डबल इंजन सरकार में लखीमपुर का हो रहा चहुंमुखी विकास: सीएम योगी

Published

on

Loading

लखीमपुर खीरी/लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को लखीमपुर खीरी पहुंचे। यहां उन्होंने गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार की कमान संभालते हुए जनसभा को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने दिवंगत पूर्व विधायक अरविंद गिरी के पुत्र अमन गिरी को जिताने की जनता से अपील की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार हर हाल में गन्ना किसानों की पाई पाई का भुगतान करा के रहेगी। इसमें कोताही या भष्ट्राचार करने वालों का इंतजार जेल की चाहरदीवारियां कर रही हैं।

हार के डर से बौखला गयी है सपा

मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा चुनाव से पहले ही हार के डर से बौखला गयी है। सपा नेता हार के लिए अलग अलग बहाने ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता सोशल मीडिया पर अभी से हार की भाषा बोल रहे हैं। वे पहले ईवीएम को दोषी ठहराते थे, अब कह रहे हैं कि यहां जबरदस्ती चुनाव जीता जा रहा है। मगर, चुनाव जबरदस्ती नहीं बल्कि मतदाताओं के आशीर्वाद से जीता जाता है। जो मतदाताओं के उम्मीदों पर खरा उतरेगा वो जीतेगा।

बिना भेदभाव हो रहा विकास

उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार में आज बिना किसी भेदभाव के चहुंमुखी विकास हो रहा है। आज यहां मेडिकल कॉलेज बन रहा है। इसके बाद उपचार के लिए जनता को लखनऊ या दिल्ली नहीं जाना होगा। उन्हें यहीं पर स्वास्थ्य की उत्तम व्यवस्था मिलेगी। इसके अलावा मेडिकल की पढ़ाई की शुरुआत होगी। डबल इंजन की सरकार में आज लखीमपुर जिले में गरीबों को आवास, शौचालय, पटरी व्यवसायियों को पीएम स्वनिधि योजना का लाभ मिल रहा है। इसके अलावा गांवों और मजरों का विद्युतीकरण किया जा रहा है और गरीबों को मुफ्त में बिजली का कनेक्शन दिया जा रहा है।

कोरोना काल में सेवा में जुटी रही भाजपा

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान अपने देखा होगा कि डबल इंजन सरकार और भाजपा के नेता व कार्यकर्ता जनता की सेवा में कैसे जुटे हुए थे। सरकार की ओर से बिना किसी भेदभाव के फ्री इलाज, फ्री वैक्सीन और फ्री राशन की व्यवस्था करायी गयी। अगर सपा की सरकार रहती तो कोई भी अपने घरों से नहीं निकलता। केंद्र सरकार से राशन आता तो ये लोग उसे पूरा डकार जाते। उन्होंने कहा कि पहले यहां का किसान आत्महत्या करने का विवश था। आज डबल इंजन सरकार ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ क्षेत्र के 5 लाख से ज्यादा किसानों को दिया है। लखीमपुर में 5 लाख गरीबों को फ्री में रसोई गैस और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत लगभग 40 हजार बेटियों को मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के माध्यम से लाभ दिया जा रहा है। इसके अलावा सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत यहाँ 51 सौ बेटियों की शादी करायी गयी है। साथ ही निराश्रित महिलाओं और दिव्यांगजनों को पेंशन देने की व्यवस्था भी डबल इंजन की सरकार में ही पूरी हुई है।

गोला गोकर्णनाथ मंदिर को काशी विश्वनाथ कॉरीडोर के रूप में डेवलप किया जाएगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय अरविंद गिरी ने योग्य जन प्रतिनिधि के रूप में इंटर कालेज, आईटीआई और चिकित्सालय का निर्माण कराया। उनकी इच्छा थी कि गोला गोकर्णनाथ मंदिर को काशी विश्वनाथ धाम की तरह में विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटी काशी के नाम से विख्यात इस स्थान को वास्तविक काशी में बदलने के लिए हर प्रयास किये जाएंगे। आस्था का सम्मान होगा, जिससे युवाओं के लिए रोजगार का सृजन होगा। हम यहाँ के पटरी व्यवसाइयों का पुनर्वास करेंगे, किसी को भी उजाड़ा नहीं जाएगा। इस स्थान के सुंदरीकरण और मार्ग के चौड़ीकरण का आदेश पहले ही दिया जा चुका है।

स्वर्गीय अरविंद गिरी की अधूरी इच्छाओं को पूरा कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित

माफिया के खिलाफ गरजते हुए उन्होंने कहा की जो माफिया कभी उत्तर प्रदेश में पूरब से पश्चिम तक सीना तानकर चलते थे आज भीगी बिल्ली बनकर और दुम दबाकर घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जनसभा के शुरुआत में बाबा गोकर्णनाथ की धरती को प्रणाम करते हुए पूर्व विधायक स्वर्गीय अरविंद गिरी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि दिवंगत विधायक स्वर्गीय अरविंद गिरी की अधूरी इच्छाओं को पूरा कराने के लिए सरकार कृत संकल्पित है।

उत्तर प्रदेश

संभल में कैसे भड़की हिंसा, किस आधार पर हो रहा दावा, पढ़े पूरी रिपोर्ट

Published

on

Loading

संभल। संभल में एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन मंदिर होने और भविष्य में कल्कि अवतार के यहां होने के दावे ने हाल ही में काफी सुर्खियां बटोरी हैं. इस दावे के पीछे कई धार्मिक और ऐतिहासिक तथ्य बताए जा रहे है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और उनके मंदिर को लेकर कई दावे पहले से ही किए जा रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों के आधार पर गहरी चर्चा हो भी रही है. हिंदू धर्म में कल्कि अवतार को भगवान विष्णु का दसवां और अंतिम अवतार माना गया है. ऐसा माना जाता है कि कलियुग के अंत में जब अधर्म और अन्याय अपने चरम पर होगा तब भगवान कल्कि अवतार लेकर पृथ्वी पर धर्म की स्थापना करेंगे.

कैसे भड़की हिंसा?

24 नवंबर को मस्जिद में हो रहे सर्वे का स्थानीय लोगों ने विरोध किया. पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मौके पर थी. सर्वे पूरा होने के बाद जब सर्वे टीम बाहर निकली तो तनाव बढ़ गया. भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिसके कारण स्थिति बिगड़ गई और हिंसा भड़क उठी.

दावा क्या है?

हिंदू पक्ष का दावा है कि संभल में स्थित एक मस्जिद के स्थान पर प्राचीन काल में एक मंदिर था. इस मंदिर को बाबर ने तोड़कर मस्जिद बनवाई थी. उनका यह भी दावा है कि भविष्य में कल्कि अवतार इसी स्थान पर होंगे.

किस आधार पर हो रहा है दावा?

दावेदारों का कहना है कि उनके पास प्राचीन नक्शे हैं जिनमें इस स्थान पर मंदिर होने का उल्लेख है. स्थानीय लोगों की मान्यता है कि इस स्थान पर प्राचीन काल से ही पूजा-अर्चना होती थी. कुछ धार्मिक ग्रंथों में इस स्थान के बारे में उल्लेख मिलता है. हिंदू धर्म के अनुसार कल्कि अवतार भविष्य में आएंगे और धर्म की स्थापना करेंगे. दावेदारों का मानना है कि यह स्थान कल्कि अवतार के लिए चुना गया है.

किस आधार पर हो रहा है विरोध?

अभी तक इस दावे के समर्थन में कोई ठोस पुरातात्विक साक्ष्य नहीं मिला है. जो भी ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स उपल्बध हैं वो इस बात की पुष्टि करते हैं कि इस स्थान पर एक मस्जिद थी. धार्मिक ग्रंथों की व्याख्या कई तरह से की जा सकती है और इनका उपयोग किसी भी दावे को सिद्ध करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.

संभल का धार्मिक महत्व

शास्त्रों और पुराणों में यह उल्लेख है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक स्थान पर होगा. इस आधार पर संभल को कल्कि अवतार का स्थान माना गया है. श्रीमद्भागवत पुराण और अन्य धर्मग्रंथों में कल्कि अवतार का वर्णन विस्तार से मिलता है जिसमें कहा गया है कि कल्कि अवतार संभल ग्राम में विष्णुयश नामक ब्राह्मण के घर जन्म लेंगे.

इसी मान्यता के कारण संभल को कल्कि अवतार से जोड़ा जाता है. संभल में बने कल्कि मंदिर को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यही वह स्थान है जहां भविष्य में भगवान कल्कि का प्रकट होना होगा. मंदिर के पुजारी और भक्तों का कहना है कि यह स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र है और यहां कल्कि भगवान की उपासना करने से व्यक्ति अधर्म से मुक्ति पा सकता है.

धार्मिक विश्लेषण

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, कल्कि अवतार का समय तब होगा जब अधर्म, पाप और अन्याय चरम पर पहुंच जाएंगे. वर्तमान में दुनिया में मौजूद सामाजिक और नैतिक स्थितियों को देखकर कुछ लोग यह मानते हैं कि कल्कि अवतार का समय निकट है. संभल में कल्कि मंदिर को लेकर जो भी दावे किए जा रहे हैं वो सभी पूरी तरह से आस्था पर आधारित हैं. धार्मिक ग्रंथों में वर्णित समय और वर्तमान समय के बीच अभी काफी अंतर हो सकता है. उत्तर प्रदेश के संभल में कल्कि अवतार और मंदिर का दावा धार्मिक मान्यताओं और शास्त्रों पर आधारित है. हालांकि, यह दावा प्रमाणिकता के बजाय विश्वास पर आधारित है. यह भक्तों की आस्था है जो इस स्थान को विशेष बनाती है.

Continue Reading

Trending