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उत्तर प्रदेश

उप्र: गोला गोकर्णनाथ सीट पर बीजेपी की जीत ने बढ़ाई समूचे विपक्ष की टेंशन

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Gola Gokarnath

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लखनऊ। उप्र की गोला गोकर्णनाथ (Gola Gokarnath) विधानसभा सीट पर बीजेपी की शानदार जीत ने सपा के साथ-साथ पूरे विपक्ष को चिंतित कर दिया है। दरअसल इस सीट पर कांग्रेस और बसपा दोनों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। लिहाजा इस सीट पर सपा बनाम भाजपा का मुकाबला था। अब ये भी नहीं कहा जा सकता कि किसी तीसरी पार्टी ने सपा के वोट काट दिए।

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सीधा मुकाबला होने के बावजूद सपा बीजेपी उम्मीदवार को टक्कर नहीं दे पाए। बीजेपी के उम्मीदवार अमन गिरी को करीब सवा लाख वोट मिले और उन्होंने सपा उम्मीदवार विनय तिवारी को करीब तीस हजार वोटों के भारी अंतर से करारी शिकस्त दी। मत प्रतिशत की बात करें तो अमन गिरी को करीब 55 फीसदी वोट मिले।

अमन गिरी की जीत इस मायने से ज्यादा बड़ी है कि उन्हें उनके पिता अरविंद गिरी से ज्यादा वोट मिले हैं। दरअसल साल 2017 और 2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार अरविंद गिरी को गोला गोकर्णनाथ सीट पर जीत तो मिली थी लेकिन उन्हें दोनों चुनाव में 50 फीसदी से ज्यादा वोट नहीं मिले। इस बार इस सीट पर विपक्ष के उम्मीदवार के तौर पर अकेले सपा के विनय तिवारी थी। इसके बावजूद वो भाजपा को टक्कर नहीं दे पाए।

गौरतलब है कि पिछले साल लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा के बाद से राजनीतिक पंडित अलग-अलग कयास लगा रहे थे। बीजेपी ने भी इस सीट पर चुनाव प्रचार के लिए जो स्टार प्रचारकों की लिस्ट बनाई थी उसमें केंद्रीय गृह राज्‍यमंत्री अजय मिश्रा टेनी को शामिल नहीं किया था। दरअसल उनका बेटा आशीष मिश्रा लखीमपुर हिंसा का मुख्य आरोपी है।

इस सीट पर चुनाव प्रचार की कमान खुद योगी आदित्यनाथ ने संभाली थी। उनके अलावा डिप्‍टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, यूपी भाजपा प्रभारी राधामोहन सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह समेत 40 स्टार प्रचारकों ने इस सीट पर चुनाव प्रचार किया था।

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उत्तर प्रदेश

संभल हिंसा: 2500 लोगों पर केस, शहर में बाहरी की एंट्री पर रोक, इंटरनेट कल तक बंद

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संभल। संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को भड़की हिंसा के बाद सोमवार सुबह से पूरे शहर में तनाव का माहौल है। हिंसा प्रभावित इलाकों में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। प्रशासन ने स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। डीआईजी मुनिराज जी के नेतृत्व में पुलिस बल ने हिंसा प्रभावित इलाकों में फ्लैग मार्च किया। शहर के सभी प्रमुख चौराहों पर बैरिकेडिंग की गई है, और प्रवेश मार्गों पर पुलिस तैनात है। पुलिस ने अभी तक 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इंटरनेट अब कल तक बंद रहेगा।

इसके अलावा कोई भी बाहरी व्यक्ति, अन्य सामाजिक संगठन अथवा जनप्रतिनिधि जनपद संभल की सीमा में सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना एक दिसंबर तक प्रवेश नहीं करेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होगा। इस आदेश का उल्लंघन भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 223 के अंतर्गत दंडनीय अपराध होगा। इसके अलावा संभल और आसपास के क्षेत्रों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। साथ ही स्कूलों को बंद करने का भी आदेश जारी किया गया है। हिंसा मामले में 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ 2500 लोगों पर भी केस दर्ज किया गया है। साथ ही पुलिस की तरफ से दुकानों को बंद नहीं किया गया है।

इसके साथ ही संभल पुलिस ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर एफआईआर दर्ज की है। दोनों नेताओं पर संभल में हिंसा भड़काने के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि रविवार (24 नवंबर) की सुबह संभल की शाही जामा मस्जिद का सर्वेक्षण किया गया था। इस दौरान मस्जिद के पास अराजक तत्वों ने सर्वेक्षण टीम पर पथराव कर दिया। देखते ही देखते माहौल बिगड़ता चला गया। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए आंसू गैसे के गोले छोड़े और अराजक तत्वों को चेतावनी भी दी। हालांकि, हिंसा के दौरान चार लोगों की मौत हो गई।

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